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तेलंगाना के सरकारी विद्यालयों का बुरा हाल, 1864 स्कूलों में नहीं हैं एक भी स्टूडेंट - 1864 Schools no students

Telangana 1864 schools have no students: तेलंगाना के सरकारी स्कूलों को लेकर चिंताजनक आंकड़े सामने आए हैं. 1,864 सरकारी स्कूलों में स्टूडेंट नहीं हैं. इनमें सबसे अधिक प्राथमिक विद्यालय प्रभावित हैं.

Telangana 1864 schools have no students
तेलंगाना के 1864 सरकारी स्कूलों में नहीं हैं स्टूडेंट (प्रतीकात्मक फोटो) (ETV Bharat Telangana Desk)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 16, 2024, 1:36 PM IST

हैदराबाद: शिक्षा विभाग के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार तेलंगाना के 26,287 सरकारी स्कूलों में से केवल 5,367 स्कूलों (20.41फीसदी) में 100 से अधिक छात्र हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि राज्य के 1,864 स्कूलों में कोई भी छात्र नहीं है. राज्य सरकार ने स्कूल की सफाई की जिम्मेदारी अम्मा आदर्श स्कूल समितियों को सौंपी है. सफाई के लिए धनराशि छात्रों की संख्या के आधार पर दी जाएगी तथा धनराशि जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट (DMFT) से आएगी.

शिक्षा विभाग ने स्कूलों की जनसंख्या का जिलावार आंकड़ा खान विभाग को उपलब्ध करा दिया है. इसके आधार पर खान निदेशक बीआरवी सुशील कुमार ने सिंगरेनी कोलियरीज के सीएमडी को पत्र लिखकर डीएमएफटी के तहत तीन माह के लिए 40.83 करोड़ रुपये जारी करने का अनुरोध किया है.

बिना छात्रों वाले स्कूलों की बढ़ती संख्या

इस साल की शुरुआत में राज्य सरकार ने केंद्रीय शिक्षा विभाग को एक रिपोर्ट सौंपी थी. इसमें कहा गया था कि 2023-24 शैक्षणिक वर्ष के लिए 1,213 स्कूल बिना छात्रों के हैं. हालांकि, अब नवीनतम आँकड़े बताते हैं कि 1,864 स्कूल बिना छात्रों के हैं. बिना छात्रों के स्कूलों की संख्या में वृद्धि चिंताजनक है.

अनुत्तरित प्रश्न

यह स्पष्ट नहीं है कि क्या ये स्कूल ऐसे क्षेत्रों में हैं जहां बच्चे अब नहीं जाते या फिर वहां स्कूल जाने लायक बच्चे ही नहीं हैं. छात्र-विहीन स्कूलों की बढ़ती संख्या शैक्षिक पहुंच की प्रभावशीलता और इन क्षेत्रों की जनसांख्यिकी के बारे में सवाल उठाती है.

ये भी पढ़ें- गरीबी को मात देकर मंजुला ने खड़ा कर दिया सफल उद्यम, लोगों दे रहीं रोजगार

हैदराबाद: शिक्षा विभाग के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार तेलंगाना के 26,287 सरकारी स्कूलों में से केवल 5,367 स्कूलों (20.41फीसदी) में 100 से अधिक छात्र हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि राज्य के 1,864 स्कूलों में कोई भी छात्र नहीं है. राज्य सरकार ने स्कूल की सफाई की जिम्मेदारी अम्मा आदर्श स्कूल समितियों को सौंपी है. सफाई के लिए धनराशि छात्रों की संख्या के आधार पर दी जाएगी तथा धनराशि जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट (DMFT) से आएगी.

शिक्षा विभाग ने स्कूलों की जनसंख्या का जिलावार आंकड़ा खान विभाग को उपलब्ध करा दिया है. इसके आधार पर खान निदेशक बीआरवी सुशील कुमार ने सिंगरेनी कोलियरीज के सीएमडी को पत्र लिखकर डीएमएफटी के तहत तीन माह के लिए 40.83 करोड़ रुपये जारी करने का अनुरोध किया है.

बिना छात्रों वाले स्कूलों की बढ़ती संख्या

इस साल की शुरुआत में राज्य सरकार ने केंद्रीय शिक्षा विभाग को एक रिपोर्ट सौंपी थी. इसमें कहा गया था कि 2023-24 शैक्षणिक वर्ष के लिए 1,213 स्कूल बिना छात्रों के हैं. हालांकि, अब नवीनतम आँकड़े बताते हैं कि 1,864 स्कूल बिना छात्रों के हैं. बिना छात्रों के स्कूलों की संख्या में वृद्धि चिंताजनक है.

अनुत्तरित प्रश्न

यह स्पष्ट नहीं है कि क्या ये स्कूल ऐसे क्षेत्रों में हैं जहां बच्चे अब नहीं जाते या फिर वहां स्कूल जाने लायक बच्चे ही नहीं हैं. छात्र-विहीन स्कूलों की बढ़ती संख्या शैक्षिक पहुंच की प्रभावशीलता और इन क्षेत्रों की जनसांख्यिकी के बारे में सवाल उठाती है.

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