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शारदा सिन्हा की हालत गंभीर, वेंटिलेटर पर रखा गया, बेटे अंशुमान ने कहा- दुआ कीजिए

शारदा सिन्हा की तबीयत बहुत ज्यादा खराब हो गई है. उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया हैं. बेटे ने लोगों से दुआ करने की अपील की.

SHARDA SINHA
शारदा सिन्हा (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 4, 2024, 8:49 PM IST

पटना : प्रसिद्ध लोक गायिका पद्म भूषण शारदा सिन्हा की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई है. दिल्ली एम्स में उनको वेंटिलेटर पर रखा गया है. शारदा सिन्हा के पुत्र अंशुमान सिन्हा ने खुद जानकारी दी है कि उनकी मां को वेंटिलेटर पर रखा गया है और अब उनके चाहने वालों की दुआ की जरूरत है.

सोशल मीडिया पर दी जानकारी : शारदा सिन्हा के पुत्र अंशुमान सिन्हा ने सोशल मीडिया पर यह जानकारी साझा करते हुए लिखा है कि, ''मां कुछ देर पहले वेंटिलेटर पर चली गई है. यह खबर इस बार सच है प्रार्थनाओं और दुआओं की बहुत जरूरत है. हो सके तो प्रार्थना जारी रखिएगा''

बेटे ने किया पोस्ट.
बेटे ने किया पोस्ट. (सौजन्य फेसबुक.)

अंशुमान सिन्हा ने क्या कहा ? : अंशुमान सिन्हा ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि 30 अक्टूबर को उन्होंने अपनी मां के छठ गीत का ऑडियो जारी किया था. आज ही शारदा सिन्हा का छत गीत का वीडियो रिलीज किया गया है. खुद शारदा सिन्हा के पुत्र अंशुमान सिन्हा ने अपने मां के छठ गीत का वीडियो रिलीज जारी किया था.

14 दिनों से अस्पताल में भर्ती : बता दें कि शारदा सिन्हा का इलाज पिछले 22 अक्टूबर से दिल्ली स्थित एम्स में चल रहा है. आईसीयू में डॉक्टरों की विशेष निगरानी में उनका इलाज चल रहा है. छठ महापर्व में न केवल बिहार बल्कि बिहार के बाहर भी शारदा सिन्हा की गीतों की धुन से पूरा वातावरण में छठमय हो जाता है.

ईटीवी भारत GFX.
ईटीवी भारत GFX. (Etv Bharat)

बिहार के सुपौल जिला में जन्म : सुपौल के हुलास गांव में 1 अक्टूबर 1952 को शारदा सिन्हा जन्म हुआ था. 1970 में उनकी शादी बेगूसराय में हुई. सिमहा गांव के रहने वाले बिहार शिक्षा सेवा के अधिकारी ब्रज किशोर सिन्हा के साथ परिणय सूत्र में बंधीं. जिनका 80 साल की उम्र में इसी वर्ष 22 सितंबर को निधन हो गया था. शारदा सिन्हा खुद प्रोफेसर थी और 5 साल पहले वह रिटायर हुई हैं.

पद्म भूषण से हैं सम्मानित : कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए 1991 में प्रतिष्ठित पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. वर्ष 2000 में शारदा सिन्हा को संगीत नाट्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया. 2006 में राष्ट्रीय अहिल्याबाई देवी सम्मान, इसके बाद 2018 में नरेंद्र मोदी की सरकार में उन्हें पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया. जो भारत का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार है.

कई भाषाओं में गाए हैं गीत : मैथिली, मगही और भोजपुरी भाषा की सबसे प्रसिद्ध गायिकाओं में यदि किसकी गिनती होती है तो उसमें सबसे अग्रणी शारदा सिन्हा का नाम आता है. शारदा सिन्हा ने हिंदी फिल्मों में भी गाना गया है. मैंने प्यार किया फिल्म में गीत गाने का मौका मिला. इसके बाद शारदा सिन्हा ने कई और फिल्मों में भी गाना गया है. हाल में उन्होंने महारानी 2 वेब सीरीज के लिए भी गाना गया है. छठ पर्व के समय में न केवल बिहार बल्कि बिहार के बाहर भी यदि किसी गायक की गीत सुनाई देती है तो वह शारदा सिन्हा का ही होता है.

ये भी पढ़ें :-

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पटना : प्रसिद्ध लोक गायिका पद्म भूषण शारदा सिन्हा की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई है. दिल्ली एम्स में उनको वेंटिलेटर पर रखा गया है. शारदा सिन्हा के पुत्र अंशुमान सिन्हा ने खुद जानकारी दी है कि उनकी मां को वेंटिलेटर पर रखा गया है और अब उनके चाहने वालों की दुआ की जरूरत है.

सोशल मीडिया पर दी जानकारी : शारदा सिन्हा के पुत्र अंशुमान सिन्हा ने सोशल मीडिया पर यह जानकारी साझा करते हुए लिखा है कि, ''मां कुछ देर पहले वेंटिलेटर पर चली गई है. यह खबर इस बार सच है प्रार्थनाओं और दुआओं की बहुत जरूरत है. हो सके तो प्रार्थना जारी रखिएगा''

बेटे ने किया पोस्ट.
बेटे ने किया पोस्ट. (सौजन्य फेसबुक.)

अंशुमान सिन्हा ने क्या कहा ? : अंशुमान सिन्हा ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि 30 अक्टूबर को उन्होंने अपनी मां के छठ गीत का ऑडियो जारी किया था. आज ही शारदा सिन्हा का छत गीत का वीडियो रिलीज किया गया है. खुद शारदा सिन्हा के पुत्र अंशुमान सिन्हा ने अपने मां के छठ गीत का वीडियो रिलीज जारी किया था.

14 दिनों से अस्पताल में भर्ती : बता दें कि शारदा सिन्हा का इलाज पिछले 22 अक्टूबर से दिल्ली स्थित एम्स में चल रहा है. आईसीयू में डॉक्टरों की विशेष निगरानी में उनका इलाज चल रहा है. छठ महापर्व में न केवल बिहार बल्कि बिहार के बाहर भी शारदा सिन्हा की गीतों की धुन से पूरा वातावरण में छठमय हो जाता है.

ईटीवी भारत GFX.
ईटीवी भारत GFX. (Etv Bharat)

बिहार के सुपौल जिला में जन्म : सुपौल के हुलास गांव में 1 अक्टूबर 1952 को शारदा सिन्हा जन्म हुआ था. 1970 में उनकी शादी बेगूसराय में हुई. सिमहा गांव के रहने वाले बिहार शिक्षा सेवा के अधिकारी ब्रज किशोर सिन्हा के साथ परिणय सूत्र में बंधीं. जिनका 80 साल की उम्र में इसी वर्ष 22 सितंबर को निधन हो गया था. शारदा सिन्हा खुद प्रोफेसर थी और 5 साल पहले वह रिटायर हुई हैं.

पद्म भूषण से हैं सम्मानित : कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए 1991 में प्रतिष्ठित पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. वर्ष 2000 में शारदा सिन्हा को संगीत नाट्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया. 2006 में राष्ट्रीय अहिल्याबाई देवी सम्मान, इसके बाद 2018 में नरेंद्र मोदी की सरकार में उन्हें पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया. जो भारत का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार है.

कई भाषाओं में गाए हैं गीत : मैथिली, मगही और भोजपुरी भाषा की सबसे प्रसिद्ध गायिकाओं में यदि किसकी गिनती होती है तो उसमें सबसे अग्रणी शारदा सिन्हा का नाम आता है. शारदा सिन्हा ने हिंदी फिल्मों में भी गाना गया है. मैंने प्यार किया फिल्म में गीत गाने का मौका मिला. इसके बाद शारदा सिन्हा ने कई और फिल्मों में भी गाना गया है. हाल में उन्होंने महारानी 2 वेब सीरीज के लिए भी गाना गया है. छठ पर्व के समय में न केवल बिहार बल्कि बिहार के बाहर भी यदि किसी गायक की गीत सुनाई देती है तो वह शारदा सिन्हा का ही होता है.

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