बेंलगुरु: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के हेन्नुर क्षेत्र में मंगलवार को भारी बारिश के कारण एक निर्माणाधीन इमारत ढह गई. मलबे में 20 मजदूर दब गए थे. इनमें से एक मजदूर की मौत हुई है, जबकि 14 मजदूरों को बचा लिया गया है. 5 मजदूर अभी भी मलबे में दबे हुए हैं.
मृतक मजदूर की पहचान बिहार के अरमान के रूप में की गई है. मौके पर बचाव अभियान चलाया जा रहा है. हेन्नुर पुलिस के अधिकारी मौके हैं और जांच कर रही है.
पूर्वी डिवीजन के डीसीपी देवराज ने कहा कि बचाए गए मजदूर जीसन, मोहम्मद साहिल, राशिद, सितारे, इलिफ और सोहिल बिहार के रहने वाले हैं. आंध्र प्रदेश (चित्तूर) के प्रदीप रेड्डी को बचा लिया गया.
#WATCH | Karnataka: Rescue operation underway after an under-construction building collapsed in the Horamavu Agara area in the eastern part of Bengaluru. pic.twitter.com/PaDbYIK0FR
— ANI (@ANI) October 22, 2024
इससे पहले. हादसे के बाद अग्निशमन और आपात विभाग की दो बचाव वैन को बचाव अभियान में लगाया गया है. अधिकारियों ने बताया कि शहर में भारी बारिश के बीच यह घटना हुई. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, "इमारत के अंदर 17 लोगों के फंसे होने की आशंका है और अन्य एजेंसियों की मदद से बचाव अभियान चलाया जा रहा है."
अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार पूरी इमारत ढह गई जिसके बाद लोग इसके नीचे फंस गए.
बेंगलुरु में भारी बारिश के कारण कई जगह अव्यवस्थाएं पैदा हो गई हैं. यलहंका, मल्लेश्वर, सिल्क बोर्ड समेत कई जगहों पर बारिश का पानी सड़कों पर भर गया है. वहीं कुछ जगहों पर घरों में पानी भर गया है.
बेंगलुरु में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात
बेंगलुरु में सोमवार रात को शुरू हुई बारिश के कारण पूरे शहर में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. कोगिलु क्रॉस, यालहंका के पास सेंट्रल वेकेशन अपार्टमेंट के सामने बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. केंद्रीय विहार अपार्टमेंट में लगभग 2,500 लोग पानी से घिरे हुए हैं. NDRF की टीम नाव के जरिये निवासियों को सहायता प्रदान कर रही है.
यालहंका में बाढ़ जैसी स्थिति के कारण मंगलवार को स्कूली बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ा. सड़कों पर जलभराव के कारण स्कूल बसों की आवाजाही बाधित हुई और बच्चों को पानी में घुसकर जाना पड़ा.
दूसरी ओर, चिक्काबनवारा में द्वारका शहर के लोगों को बाढ़ का खतरा है. राजकालुवे का पानी इलाके में घुस गया और पूरी तरह से जलमग्न हो गया. 30 से ज्यादा घरों में बारिश का पानी घुस गया है. स्थानीय निवासी जूरूरी सामान के लिए भी इलाके से बाहर नहीं जा पा रहे हैं.
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