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सर्जरी के दौरान सरकारी अस्पताल में सात महिलाओं की मौत, एक डॉक्टर समेत तीन स्टाफ बर्खास्त

Women Died in Hospital, कर्नाटक के तुमकुर जिले में एक सरकारी अस्पताल में एक ही दिन में सात महिलाओं की मौत हो गई. इन सभी महिलाओं का विभिन्न सर्जिकल उपचार किया गया था. इनमें से एक महिला की मौत पर उसके परिजनों ने जमकर हंगामा किया.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 27, 2024, 9:41 PM IST

तुमकुर: कर्नाटक के पावागाड़ा तालुक सरकारी अस्पताल में एक ही दिन में विभिन्न सर्जिकल उपचार से गुजरने वाली 7 महिलाओं में से तीन महिलाओं की मृत्यु हो गई. ऐसी शिकायतें हैं कि पांच दिनों के भीतर नसबंदी, गर्भाशय निकालने और सिजेरियन ऑपरेशन कराने वाली तीन महिलाओं की मौत हो गई. इन मौतों पर न्याय की मांग को लेकर एक मृतक महिला अंजलि के परिजनों ने सोमवार को पावागाड़ा में विरोध प्रदर्शन किया.

इसके बाद जिला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने एक डॉक्टर समेत तीन लोगों को ड्यूटी से बर्खास्त करने का आदेश जारी कर दिया. जानकारी के अनुसार 22 फरवरी को 7 लोगों की प्रसव सहित विभिन्न सर्जरी की गईं. नसबंदी का इलाज कराने वाली वीरलागोंडी गांव की महिला अनिता (30) की इलाज के दिन ही मौत हो गई.

राजवंती की रहने वाली अंजलि की डिलीवरी सिजेरियन सेक्शन से हुई थी. बच्चे को जन्म देने के बाद उसकी हालत गंभीर थी और उसे बेंगलुरु के विक्टोरिया अस्पताल रेफर किया गया था. उपचार विफल होने पर 24 फरवरी को अस्पताल में उसकी मृत्यु हो गई. बदनूर गांव की नरसम्मा (40) की गर्भाशय की सर्जरी की गई. सर्जरी के बाद उनकी हालत गंभीर थी और उन्हें बेंगलुरु के वाणी विलासा अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

बाद में उन्हें आगे के इलाज के लिए विक्टोरिया अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालांकि, 25 फरवरी को इलाज के बिना ही अस्पताल में उसकी मृत्यु हो गई. इन तीन मौतों के लिए न्याय की मांग को लेकर अंजलि के परिवार वालों ने पावागाड़ा में विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में शामिल अंजलि की एक महिला रिश्तेदार ने कहा कि 'अंजलि की मौत के लिए डॉक्टर जिम्मेदार हैं.'

दोषियों पर कार्रवाई: प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे ग्रेड तहसीलदार मूर्ति ने कहा कि 'राज्य और जिला जांच टीम द्वारा कई आयामों पर जांच की गई है और कहां-कहां चूक हुई है, इसकी जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम के नमूने प्रयोगशाला में भेज दिए गए हैं. रिपोर्ट आते ही दोषियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की जाएगी.'

तालुक प्रशासनिक अधिकारी डॉ. किरण ने कहा कि '22 फरवरी को, दो हिस्टेरेक्टॉमी और एक कैस्ट्रेशन सर्जरी की गई. हमने वरिष्ठों को सूचित किया कि मृतक में लीवर और किडनी की खराबी पाई गई है. इसके अलावा बाकी चार लोगों में श्वेत रक्त कोशिका की कमी पाई गई. और ये महिलाएं दुर्बल पाई गईं. उनका इलाज किया गया है और वे ठीक हो रहे हैं.'

रिपोर्ट मिलने के बाद पता चला सटीक कारण: तालुक चिकित्सा अधिकारी डॉ. तिरुपथैया ने कहा कि 'सात गर्भवती महिलाओं में से चार का दूसरा सिजेरियन सेक्शन हुआ था और मरने वाली तीन महिलाओं में से, अंजलि की सिजेरियन और कैस्ट्रेशन सर्जरी हुई थी, जबकि अनीता की प्राकृतिक डिलीवरी हुई थी. शासन स्तर से कई अधिकारी अस्पताल जाकर जांच कर चुके हैं. रिपोर्ट आते ही सटीक जानकारी पता चल जाएगी.'

तुमकुर: कर्नाटक के पावागाड़ा तालुक सरकारी अस्पताल में एक ही दिन में विभिन्न सर्जिकल उपचार से गुजरने वाली 7 महिलाओं में से तीन महिलाओं की मृत्यु हो गई. ऐसी शिकायतें हैं कि पांच दिनों के भीतर नसबंदी, गर्भाशय निकालने और सिजेरियन ऑपरेशन कराने वाली तीन महिलाओं की मौत हो गई. इन मौतों पर न्याय की मांग को लेकर एक मृतक महिला अंजलि के परिजनों ने सोमवार को पावागाड़ा में विरोध प्रदर्शन किया.

इसके बाद जिला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने एक डॉक्टर समेत तीन लोगों को ड्यूटी से बर्खास्त करने का आदेश जारी कर दिया. जानकारी के अनुसार 22 फरवरी को 7 लोगों की प्रसव सहित विभिन्न सर्जरी की गईं. नसबंदी का इलाज कराने वाली वीरलागोंडी गांव की महिला अनिता (30) की इलाज के दिन ही मौत हो गई.

राजवंती की रहने वाली अंजलि की डिलीवरी सिजेरियन सेक्शन से हुई थी. बच्चे को जन्म देने के बाद उसकी हालत गंभीर थी और उसे बेंगलुरु के विक्टोरिया अस्पताल रेफर किया गया था. उपचार विफल होने पर 24 फरवरी को अस्पताल में उसकी मृत्यु हो गई. बदनूर गांव की नरसम्मा (40) की गर्भाशय की सर्जरी की गई. सर्जरी के बाद उनकी हालत गंभीर थी और उन्हें बेंगलुरु के वाणी विलासा अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

बाद में उन्हें आगे के इलाज के लिए विक्टोरिया अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालांकि, 25 फरवरी को इलाज के बिना ही अस्पताल में उसकी मृत्यु हो गई. इन तीन मौतों के लिए न्याय की मांग को लेकर अंजलि के परिवार वालों ने पावागाड़ा में विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में शामिल अंजलि की एक महिला रिश्तेदार ने कहा कि 'अंजलि की मौत के लिए डॉक्टर जिम्मेदार हैं.'

दोषियों पर कार्रवाई: प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे ग्रेड तहसीलदार मूर्ति ने कहा कि 'राज्य और जिला जांच टीम द्वारा कई आयामों पर जांच की गई है और कहां-कहां चूक हुई है, इसकी जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम के नमूने प्रयोगशाला में भेज दिए गए हैं. रिपोर्ट आते ही दोषियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की जाएगी.'

तालुक प्रशासनिक अधिकारी डॉ. किरण ने कहा कि '22 फरवरी को, दो हिस्टेरेक्टॉमी और एक कैस्ट्रेशन सर्जरी की गई. हमने वरिष्ठों को सूचित किया कि मृतक में लीवर और किडनी की खराबी पाई गई है. इसके अलावा बाकी चार लोगों में श्वेत रक्त कोशिका की कमी पाई गई. और ये महिलाएं दुर्बल पाई गईं. उनका इलाज किया गया है और वे ठीक हो रहे हैं.'

रिपोर्ट मिलने के बाद पता चला सटीक कारण: तालुक चिकित्सा अधिकारी डॉ. तिरुपथैया ने कहा कि 'सात गर्भवती महिलाओं में से चार का दूसरा सिजेरियन सेक्शन हुआ था और मरने वाली तीन महिलाओं में से, अंजलि की सिजेरियन और कैस्ट्रेशन सर्जरी हुई थी, जबकि अनीता की प्राकृतिक डिलीवरी हुई थी. शासन स्तर से कई अधिकारी अस्पताल जाकर जांच कर चुके हैं. रिपोर्ट आते ही सटीक जानकारी पता चल जाएगी.'

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