भुवनेश्वर: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता सुरमा पाधी को गुरुवार को ओडिशा विधानसभा का निर्विरोध अध्यक्ष चुन लिया गया. नयागढ़ जिले के रानपुर विधानसभा क्षेत्र से दो बार निर्वाचित विधायक पाधी इस पद के लिए एकमात्र उम्मीदवार थीं. उनके खिलाफ कोई भी कैंडिडेट मैदान में नहीं उतरा, जिसके वह निर्विरोध चुन ली गईं. विधानसभा के विशेष सत्र में प्रोटेम स्पीकर आरपी स्वैन ने उनके निर्वाचन की घोषणा की और उन्हें कार्यभार सौंपा. बता दें कि बीजू जनता दल की प्रमिला मलिक के बाद सुरमा पाधी ओडिशा विधानसभा अध्यक्ष बनने वाली दूसरी महिला हैं.
सुरमा पाधी विधानसभा अध्यक्ष बनने वाली दूसरी महिला
वहीं, मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, डिप्ट सीएम, केवी सिंह देव, पार्वती परिदा, विपक्ष के नेता नवीन पटनायक और सदन के अन्य सदस्यों ने नए अध्यक्ष को बधाई दी. वहीं, ओडिशा विधानसभा अध्यक्ष के रूप में चुने जाने को लेकर पाधी ने सभी का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि, इस सदन की गरिमा को बनाए रखना हमारी संयुक्त जिम्मेदारी है, इसलिए वह सदन के सभी सदस्यों का सहयोग चाहती हैं.
सीएम माझी, नवीन पटनायक ने दी बधाई
वहीं, मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने नए अध्यक्ष को बधाई दी और विपक्ष सहित सभी सदस्यों से सदन के सुचारू संचालन के लिए पाधी का सहयोग मांगा. वहीं विपक्ष के नेता नवीन पटनायक ने 17वीं विधानसभा के अध्यक्ष के तौर पर चुने जाने के लिए सुरमा पाधी को बधाई दी. वहीं, कांग्रेस विधायक दल के नेता ताराप्रसाद बाहिनीपति और सीपीआई (एम) के एकमात्र विधायक लक्ष्मण मुंडा ने भी पाढ़ी को ओडिशा विधानसभा का अध्यक्ष चुने जाने पर बधाई दी.
निर्विरोध चुनी गईं विधानसभा अध्यक्ष
63 वर्षीय पाधी इस बार रानपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीती हैं. उन्होंने बीजू जनता दल के सत्यनारायण प्रधान को 15,544 वोटों के अंतर से हराया. 2004 में, पाधी रानपुर से चुनी गईं और नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजेडी-बीजेपी गठबंधन सरकार में सहकारिता मंत्री के रूप में कार्य किया. सितंबर 2023 में, वरिष्ठ बीजद नेता प्रमिला मल्लिक ने ओडिशा विधानसभा की पहली महिला अध्यक्ष बनकर इतिहास रचा.147 सदस्यीय ओडिशा विधानसभा में सत्तारूढ़ भाजपा के 78 विधायक हैं.
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