मुंबई: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को एक इंटरव्यू में उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे पर टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे शिवसेना पर कब्जा करना चाहते थे. इसी वजह से राज ठाकरे को शिवसेना छोड़नी पड़ी.
शिंदे ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि बालासाहेब नहीं चाहते थे कि राज ठाकरे शिवसेना छोड़ें, लेकिन, उद्धव ठाकरे कई वर्षों से मुख्यमंत्री बनना चाहते थे. उद्धव ठाकरे की वजह से ही राज ठाकरे को शिवसेना छोड़नी पड़ी. इस पर अब शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने पलटवार किया है.
राउत ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे झूठ बोल रहे हैं. संजय राउत ने इस दौरान यह भी स्पष्ट किया कि वह जल्द ही 'नमक हराम 2' रिलीज करेंगे. उन्होंने कहा, "हम नमक हराम 2 फिल्म बनाने जा रहे हैं और मैं इसकी पटकथा लिखने जा रहा हूं."
'मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे झूठ बोल रहे हैं'
जब पत्रकारों ने सांसद संजय राउत से इस बारे में पूछा तो उन्होंने शिवसेना के साथ-साथ बीजेपी पर भी निशाना साधा. संजय राउत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, "जो लोग एकनाथ शिंदे का अनुसरण कर रहे हैं, वे सभी पाखंडी हैं. जब वह भेड़ियों और लोमड़ियों के झुंड में शामिल हो जाएंगे, तब क्या होगा?" इतना ही नहीं संजय राउत ने कहा है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे झूठ बोल रहे हैं.
राउत ने कहा, "जब राज ठाकरे ने शिवसेना छोड़ी थी, तब बैठकें चल रही थीं, मैं उन बैठकों में बालासाहेब के साथ मौजूद था. उस समय एकनाथ शिंदे केवल ठाणे तक ही सीमित थे. एकनाथ शिंदे का अस्तित्व केवल ठाणे नगर निगम और ठाणे जिले तक ही था."
'मैं नमक हराम 2 फिल्म बनाऊंगा'
संजय राउत ने दावा किया कि जब राज ठाकरे को लेकर बैठकें चल रही थीं, तो उस समय एकनाथ शिंदे ठाणे में थे. उन्हें कुछ नहीं पता. इसलिए वे कुछ फिल्में बना रहे हैं. मैं भी ऐसी ही एक फिल्म बनाना चाहता हूं. मैं नमक हराम 2 फिल्म बनाऊंगा और इसकी कहानी लिखूंगा.
महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव में देरी पर भी बोले राउत
महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने मीडिया से कहा कि झारखंड में चुनाव समय पर इसलिए नहीं हो रहे हैं क्योंकि ये लोग (बीजेपी) सीएम हेमंत सोरेन को मुख्समंत्री पद से हटाना चाहते हैं और उनकी पार्टी को तोड़ना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में बीजेपी को हार का डर सता रहा है, इसलिए वह और समय चाहते हैं.
बीजेपी झारखंड और महाराष्ट्र दोनों जगह हार रही है, इसलिए उसे मरने के लिए थोड़ा और वक्त चाहिए, लेकिन वह मरने जरूर है, वे बचेंगे नहीं. वह सरकारी तिजोरी से थोड़ा पैसा और लूट सकते हैं और बांट सकते हैं.
इस संबंध में 'ईटीवी भारत' ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के उन नेताओं से संपर्क करने की कोशिश की, जिन्होंने राज ठाकरे के शिवसेना छोड़ने पर उनके साथ शिवसेना छोड़ दी थी. हालांकि, उनसे संपर्क नहीं हो सका.
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