मुंबई: विधानमंडल के विशेष सत्र के पहले दिन यानी शनिवार 7 दिसंबर को विपक्ष ने ईवीएम वोटिंग में धांधली का आरोप लगाते हुए शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार किया, लेकिन महा विकास अघाड़ी (MVA) के सहयोगी दल समाजवादी पार्टी के अबू आजमी और रईस शेख ने शनिवार को ही विधायक पद की शपथ ले ली.
इतना ही नहीं सपा ने ठाकरे के हिंदुत्व के मुद्दे पर भी महा विकास अघाड़ी से वॉकआउट कर दिया. उसके बाद शिवसेना (UBT) विधायक आदित्य ठाकरे ने समाजवादी पार्टी पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की बी टीम होने का आरोप लगाया. वहीं, सपा विधायक रईस शेख ने आदित्य ठाकरे के आरोपों को खारिज किया है.
आदित्य ठाकरे का आरोप गलत
रईस शेख ने कहा, "हम संविधान की रक्षा करना चाहते हैं, लेकिन आदित्य ठाकरे ने हम पर जो आरोप लगाए हैं, हम उन्हें स्वीकार नहीं करते. तीनों दलों के वरिष्ठ नेता एक साथ बैठकर इस संबंध में सही निर्णय लेंगे." उन्होंने कहा कि ठाकरे को सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए.
'हम हिंदुत्व के समर्थक'
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के इस कदम से शिवसेना (यूबीटी) काफी नाराज है. इस बारे में बात करते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा, "यूपी में समाजवादी पार्टी की कमान अखिलेश यादव के हाथों में है. वहां वे भारत अघाड़ी का अच्छे से नेतृत्व कर रहे हैं.
हालांकि, महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी भाजपा की बी टीम के तौर पर काम कर रही है. हमारा रुख बिल्कुल साफ है और हमारा हिंदुत्व हाथ में काम और दिल में राम है. हम ही एकमात्र पार्टी है जो दृढ़ता से कहती है कि हम हिंदुत्व के समर्थक हैं."
बता दें कि महाविकास अघाड़ी के विधायकों ने शनिवार 7 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार किया, वहीं समाजवादी पार्टी के दोनों विधायकों के शपथ लेने के बाद महाविकास अघाड़ी के अंदर सपा को लेकर अंदरूनी घमासान शुरू हो गया है.
यह भी पढ़ें- 'वोटर्स को गुमराह करना बंद करें', EVM पर सवाल उठाने पर एकनाथ शिंदे ने MVA को दिया जवाब