ETV Bharat / bharat

डोंगरगढ़ के चंद्रगिरी पर्वत पर बनेगा जैन मुनि आचार्य विद्यासागर जी महाराज का समाधि स्थल

Jain sage Vidyasagar Ji Maharaj डोंगरगढ़ के चंद्रगिरी पर्वत पर जैन मुनि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का समाधि स्थल बनाया जाएगा. महाराज के देव लोक गमन के बाद जैन धर्म के अनुयायी लगातार चंद्रगिरी पर्वत पर महाराज को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंच रहे हैं. Samadhi place built on Chandragiri mountain

Vidyasagar Ji Maharaj
चंद्रगिरी पर्वत पर बनेगा समाधि स्थल
author img

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Feb 20, 2024, 6:32 PM IST

राजनांदगांव: डोंगरगढ़ के चंद्रिगिरी पर्वत पर आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ने देह त्याग किया था. महाराज के ब्रह्म लोक गमन के बाद आचार्य के अनुयायीे उनका समाधि स्थल चंद्रिगिरी पर्वत पर बनाने की तैयारियों में जुट गए हैं. 18 फरवरी को जैन धर्म के बड़े गुरुओं में से एक श्री विद्यासागर जी महाराज ने शरीर त्याग किया था. आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ने अपना उत्तराधिकारी श्री समय सागर जी महाराज घोषित किया है. श्री समय सागर जी महाराज जब डोंगरगढ़ पहुंचेंगे तब समाधि स्थल बनाने का काम शुरु हो सकता है.

चंद्रगिरी पर्वत पर बनेगा समाधि स्थल: विद्यासागर जी महाराज के उत्तराधिकारी श्री समय सागर जी महाराज महाराष्ट्र से होते हुए डोंगरगढ़ पहुंचेंगे. माना जा रहा है कि महाराज 22 फरवरी से 23 फरवरी के बीच डोंगरगढ़ पहुंचेंगे. महाराज के पहुंचने पर ही समाधि स्थल बनाए जाने का काम शुरु किया जा सकता है. समाधि स्थल बनाए जाने के दौरान देशभर से जैन समाज के लोग चंद्रगिरी पर्वत पर पहुंचेंगे. समाधि स्थल बनाए जाने की तैयारियां शुरु भी हो चुकी हैं.


सात्विक जीवन जीते थे विद्यासागर जी महाराज: जैन मुनि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का जन्म कर्नाटक के बेलगांव में हुआ था. महाराज की रुचि शुरु से ही धर्म कर्म और प्रवचन में रही. माता पिता के साथ वो हर दिन मंदिर में दर्शन के लिए जाते थे. महाराज के अनुयायी कहते हैं कि आचार्य ने शक्कर, नमक, मिर्च, मसाले और दवाओं का पूरी तरह से त्याग कर रखा था. महाराज का ब्रह्म लोक गमन जैन समाज के लिए बड़ी क्षति के समान है.

डोंगरगढ़ के चंद्रगिरी पर्वत पर आचार्य विद्यासागर जी महाराज को विनयांजलि देने पहुंच रहे देशभर से लोग
जैन मुनि आचार्य विद्यासागर जी महाराज का जीवन संदेश, जिसे पढ़कर बदल जाएगा आपका जीवन
बीजेपी के राष्ट्रीय अधिवेशन में विद्यासागर जी महाराज को याद कर भावुक हुए पीएम, जानिए मोदी ने क्या कहा ?

राजनांदगांव: डोंगरगढ़ के चंद्रिगिरी पर्वत पर आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ने देह त्याग किया था. महाराज के ब्रह्म लोक गमन के बाद आचार्य के अनुयायीे उनका समाधि स्थल चंद्रिगिरी पर्वत पर बनाने की तैयारियों में जुट गए हैं. 18 फरवरी को जैन धर्म के बड़े गुरुओं में से एक श्री विद्यासागर जी महाराज ने शरीर त्याग किया था. आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ने अपना उत्तराधिकारी श्री समय सागर जी महाराज घोषित किया है. श्री समय सागर जी महाराज जब डोंगरगढ़ पहुंचेंगे तब समाधि स्थल बनाने का काम शुरु हो सकता है.

चंद्रगिरी पर्वत पर बनेगा समाधि स्थल: विद्यासागर जी महाराज के उत्तराधिकारी श्री समय सागर जी महाराज महाराष्ट्र से होते हुए डोंगरगढ़ पहुंचेंगे. माना जा रहा है कि महाराज 22 फरवरी से 23 फरवरी के बीच डोंगरगढ़ पहुंचेंगे. महाराज के पहुंचने पर ही समाधि स्थल बनाए जाने का काम शुरु किया जा सकता है. समाधि स्थल बनाए जाने के दौरान देशभर से जैन समाज के लोग चंद्रगिरी पर्वत पर पहुंचेंगे. समाधि स्थल बनाए जाने की तैयारियां शुरु भी हो चुकी हैं.


सात्विक जीवन जीते थे विद्यासागर जी महाराज: जैन मुनि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का जन्म कर्नाटक के बेलगांव में हुआ था. महाराज की रुचि शुरु से ही धर्म कर्म और प्रवचन में रही. माता पिता के साथ वो हर दिन मंदिर में दर्शन के लिए जाते थे. महाराज के अनुयायी कहते हैं कि आचार्य ने शक्कर, नमक, मिर्च, मसाले और दवाओं का पूरी तरह से त्याग कर रखा था. महाराज का ब्रह्म लोक गमन जैन समाज के लिए बड़ी क्षति के समान है.

डोंगरगढ़ के चंद्रगिरी पर्वत पर आचार्य विद्यासागर जी महाराज को विनयांजलि देने पहुंच रहे देशभर से लोग
जैन मुनि आचार्य विद्यासागर जी महाराज का जीवन संदेश, जिसे पढ़कर बदल जाएगा आपका जीवन
बीजेपी के राष्ट्रीय अधिवेशन में विद्यासागर जी महाराज को याद कर भावुक हुए पीएम, जानिए मोदी ने क्या कहा ?
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.