हैदराबाद: कई बार मुश्किलें आने पर या जिंदगी चुनौतीपूर्ण होने पर हम हाथ खड़े कर देते हैं. लेकिन जो लोग चुनौतीपूर्ण स्थितियों से निपटते हैं वहीं हमारे समाज के लिए रोल मॉडल बनते हैं. हमें प्रेरणा देते हैं. ऐसी ही एक हैं रोल मॉडल हैं साईशिल्पी. मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मी शिल्पी को पढ़ने में काफी रूचि थी. उन्होंने उस्मानिया यूनिवर्सिटी कॉलेज से अंग्रेजी में एमए की डिग्री हासिल की.
पढ़ाई में आगे रहने के बावजूद साईशिल्पी को आर्थिक स्थिति के कारण कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. इस कारण से, उन्होंने एक निजी स्कूल में शिक्षिका के रूप में काम करना शुरू कर दिया. इस नौकरी से उन्हें घर चलाने और पढ़ाई में मदद मिली. शिक्षिका की नौकरी करते हुए भी उनकी नजर सिविल सेवा में भर्ती होने की थी. इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने कई प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर दी.
![SAISHILPI INSPIRING JOURNEY](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/13-07-2024/vlcsnap-2024-07-13-10h45m02s408_1307newsroom_1720847807_738.png)
साईशिल्पी की लगन और मेहनत आखिरकार रंग लाई. एक नौकरी का लक्ष्य रखते हुए, साईशिल्पी ने चार सरकारी परीक्षाएं पास कीं और नौकरी पाई. उन्होंने आर्मी पब्लिक स्कूल प्राथमिक शिक्षक परीक्षा में शीर्ष रैंक प्राप्त की. इसके अलावा उनका चयन राज्य में जूनियर लेक्चरर के पद पर भी हुआ है.
उनकी सफलता की कहानी केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है. इसमें उनके पिता वेंकटेश्वर शर्मा और परिवार का समर्थन का भी योगदान है. जो उनकी उपलब्धि पर गर्व और गौरव महसूस करते हैं. साईशिल्पा की यह यात्रा धैर्य और दृढ़ता की उपलब्धि का प्रमाण है. यह उन लोगों के लिए प्रेरणा होगी जिनके कई सपने हैं जो समान कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं. साईशिल्पी अभी भी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रही है. उन्हें पूरा भरोसा है कि वह एक दिन जरूर सफल होंगी. उन्होंने कहा कि वह अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं.