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आम की 32 किस्मों का जादू, कपूरिया के 4 एकड़ में 400 पेड़ों पर हर राज्य के मैंगो का स्वाद - Garden of 32 Varieties Of Mango

सागर जिले के कपूरिया गांव में एक युवा किसान ने 4 एकड़ की खेती में 400 आमों के पेड़ तैयार किए हैं. इस बगीचे में 10 या 20 नहीं बल्कि पूरे 32 वैरायटी के आम पाए जाते हैं. जिनमें केसर, बादाम, मल्लिका और दशहरी जैसे आमों की वैरायटी शामिल हैं.

32 Varieties of Mangos in Sagar
सागर के 4 एकड़ में 400 पेड़ों पर हरेक राज्य के मैंगो (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jun 11, 2024, 10:18 AM IST

Updated : Jun 11, 2024, 3:41 PM IST

Sagar Kapuria Village Mango Garden: फलों के राजा आम की देश में कई तरह की वैरायटी है. जिनकी अपनी-अपनी खासियत और स्वाद है और उसी के अनुसार उनकी कीमत तय होती है. हर इलाके के आम की अपनी अलग पहचान है. लेकिन सागर के इस किसान के पास देश भर के 32 तरह के बेहतरीन आमों की वैरायटी एक ही जगह पर मिल जाएंगी. बुंदेलखंड के युवा किसान ने सालों की मेहनत से कपूरिया गांव में एक ऐसा बगीचा तैयार किया है. जिसमें देश के अलग-अलग इलाकों के आमों की 32 वैरायटी के 400 आम के पेड़ हैं. खास बात ये है कि युवा किसान आकाश चौरसिया ने स्थानीय प्रजातियों के आम के संरक्षण के साथ-साथ दूसरे प्रदेशों की जानी मानी वैरायटी को खुद तैयार किया है.

एक ही जगह पर 32 प्रकार के आम उगा रहा ये किसान (Etv Bharat)

4 एकड़ में 32 किस्मों के 400 पेड़

आकाश चौरसिया बताते हैं कि ''मुझे आमों का बगीचा तैयार करने में काफी मेहनत और सब्र से काम लेना पड़ा. पहले आमों की उन वैरायटी का संरक्षण किया, जो विरासत में मिली थी. फिर दक्षिण भारत से लेकर देश के हर हिस्से में होने वाले आमों की अलग-अलग वैरायटी को यहां लगाने की कोशिश की. ग्राफ्टिंग और बूटी विधि के जरिए यहां कुल 4 एकड़ में आम के करीब 400 पेड़ हैं. जिनमें केरल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, असम, राजस्थान और बंगाल के आमों के वैरायटी का बगीचा लगाया है.''

Sagar Kapuria Village Mango Garden
अपने आमों के बगीचे में आकाश चौरसिया (Etv Bharat)

यहां इन वैरायटी के मिलते हैं आम

  • केशर
  • ⁠रसपुरी
  • ⁠माल्गोवा
  • ⁠हिमसागर
  • रत्ना
  • वनराज
  • ⁠किशनभोग
  • ⁠माल्दा
  • लंगड़ा
  • चोसा
  • दशहरी
  • बॉम्बेग्रीन
  • तोतापरी
  • बादाम
  • ⁠नीलम
  • आम्रपाली
  • ⁠मल्लिका
  • ⁠देशी चुसिया
  • ⁠बगिनपाल्ली
  • ⁠सफेदा
  • ⁠अल्फ़ान्सो
  • ⁠फजली
  • ⁠सिंदूरी
  • इमाम
  • ⁠मनकुराद
  • ⁠पहरी
  • ⁠किलीचुंदन
  • ⁠रूमानी
  • बेगानपाल्ली
  • कस्तूरी
  • हापुष
  • कलमी

बेहद खास हैं ये आम

इन आमों में से केसर आम जूनागढ़ गुजरात के गिरनार पहाड़ियों में होने वाला आम है. इसका स्वाद काफी मीठा होता है. 'अल्फ़ान्सो' महाराष्ट्र के रत्नागिरी में होने वाला आम है. जिसको खास जलवायु की जरूरत होती है. ये आम पूरी दुनिया में मशहूर है. 'हिम सागर' पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद की खास प्रजाति है. मालगोवा आम तमिलनाडु के सेलम की प्रजाति है, जो आकार में गोल होती है. मनकुरद आम गोवा की प्रजाति है, जिसमें फ़ाइबर अधिक होता है और पूरा मीठा होता है.''

MANGO FARMER AAKASH CHAURASIA SAGAR
आकाश चौरसिया के बगीचे के आम (Etv Bharat)

ये भी पढ़ें:

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सूखाग्रस्त बुंदेलखंड का किसान बना करोड़पति, 15 साल का इंतजार और 100 करोड़ का बनेगा आसामी

कीट और बीमारियों से इस तरह करते हैं बचाव

आकाश के मुताबिक, '' पौधों की खास देखभाल के लिए कीट और बीमारी का ध्यान देना जरूरी है. खासकर सर्दी के मौसम में कोहरे के कारण पत्तों पर काले दाग आ जाते हैं और यही समय पौधे के फूलने का होता है. इसी कारण फूल में भी काले दाग आ जाते हैं और फूल झड़ने लगते हैं. इसके लिए 250 ग्राम चूना को 15 लीटर पानी में घोलकर लगातार 2 स्प्रे 3-4 दिन के अंतर से कर सकते हैं. तो काले दाग खत्म हो जाते हैं. इसके अलावा जमीन के जरिए पौधे पर आने वाले कीट जैसे चीटिंया, दीमक वगैरह पौधे को नुकसान पहुंचा सकती हैं. इसलिए एक किलो चूना को एक लीटर पानी में मिलाइए और आधा किलो खड़ा नमक और आधा किलो गोंद डालकर पेस्ट की तरह तैयार करिए. फिर जमीन से तीन फीट ऊपर तक पेड़ में लेप कर दीजिए. इसके कारण जमीन से जो कीट पौधे पर चढ़कर पत्ते, फूल और फल को नुकसान पहुंचाते हैं, उनकी रोकथाम हो जाएगी.

Sagar Kapuria Village Mango Garden: फलों के राजा आम की देश में कई तरह की वैरायटी है. जिनकी अपनी-अपनी खासियत और स्वाद है और उसी के अनुसार उनकी कीमत तय होती है. हर इलाके के आम की अपनी अलग पहचान है. लेकिन सागर के इस किसान के पास देश भर के 32 तरह के बेहतरीन आमों की वैरायटी एक ही जगह पर मिल जाएंगी. बुंदेलखंड के युवा किसान ने सालों की मेहनत से कपूरिया गांव में एक ऐसा बगीचा तैयार किया है. जिसमें देश के अलग-अलग इलाकों के आमों की 32 वैरायटी के 400 आम के पेड़ हैं. खास बात ये है कि युवा किसान आकाश चौरसिया ने स्थानीय प्रजातियों के आम के संरक्षण के साथ-साथ दूसरे प्रदेशों की जानी मानी वैरायटी को खुद तैयार किया है.

एक ही जगह पर 32 प्रकार के आम उगा रहा ये किसान (Etv Bharat)

4 एकड़ में 32 किस्मों के 400 पेड़

आकाश चौरसिया बताते हैं कि ''मुझे आमों का बगीचा तैयार करने में काफी मेहनत और सब्र से काम लेना पड़ा. पहले आमों की उन वैरायटी का संरक्षण किया, जो विरासत में मिली थी. फिर दक्षिण भारत से लेकर देश के हर हिस्से में होने वाले आमों की अलग-अलग वैरायटी को यहां लगाने की कोशिश की. ग्राफ्टिंग और बूटी विधि के जरिए यहां कुल 4 एकड़ में आम के करीब 400 पेड़ हैं. जिनमें केरल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, असम, राजस्थान और बंगाल के आमों के वैरायटी का बगीचा लगाया है.''

Sagar Kapuria Village Mango Garden
अपने आमों के बगीचे में आकाश चौरसिया (Etv Bharat)

यहां इन वैरायटी के मिलते हैं आम

  • केशर
  • ⁠रसपुरी
  • ⁠माल्गोवा
  • ⁠हिमसागर
  • रत्ना
  • वनराज
  • ⁠किशनभोग
  • ⁠माल्दा
  • लंगड़ा
  • चोसा
  • दशहरी
  • बॉम्बेग्रीन
  • तोतापरी
  • बादाम
  • ⁠नीलम
  • आम्रपाली
  • ⁠मल्लिका
  • ⁠देशी चुसिया
  • ⁠बगिनपाल्ली
  • ⁠सफेदा
  • ⁠अल्फ़ान्सो
  • ⁠फजली
  • ⁠सिंदूरी
  • इमाम
  • ⁠मनकुराद
  • ⁠पहरी
  • ⁠किलीचुंदन
  • ⁠रूमानी
  • बेगानपाल्ली
  • कस्तूरी
  • हापुष
  • कलमी

बेहद खास हैं ये आम

इन आमों में से केसर आम जूनागढ़ गुजरात के गिरनार पहाड़ियों में होने वाला आम है. इसका स्वाद काफी मीठा होता है. 'अल्फ़ान्सो' महाराष्ट्र के रत्नागिरी में होने वाला आम है. जिसको खास जलवायु की जरूरत होती है. ये आम पूरी दुनिया में मशहूर है. 'हिम सागर' पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद की खास प्रजाति है. मालगोवा आम तमिलनाडु के सेलम की प्रजाति है, जो आकार में गोल होती है. मनकुरद आम गोवा की प्रजाति है, जिसमें फ़ाइबर अधिक होता है और पूरा मीठा होता है.''

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आकाश चौरसिया के बगीचे के आम (Etv Bharat)

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Last Updated : Jun 11, 2024, 3:41 PM IST
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