अंबाला: किसान आंदोलन पार्ट-2 के चलते बंद किया गया अंबाला का सद्दोपर बॉर्डर खोल दिया गया है. आज प्रशासन ने बॉर्डर पर लगे सीमेंट के बैरिकेड को जेसीबी से हटाकर रास्ते को खोल दिया गया है. किसान आंदोलन के चलते अंबाला के सद्दोपुर बॉर्डर को 13 फरवरी को बंद कर दिया गया था, जिसके चलते लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था.
बॉर्डर बंद होने के बाद इस रास्ते से गुजरने वाले लोगों को बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा था. स्थानीय निवासी सरकार से अपील कर रहे थे कि इस रास्ते को खोला जाए. जनता की अपील को देखते हुए प्रशासन ने सोमवार को इस रास्ते को खोल दिया गया. रास्ता खुलने से जनता को काफी राहत मिलेगी.
बता दें कि बॉर्डर बंद होने से अंबाला से चंडीगढ़ जाने वाले लोगों को घूमकर वाया बरवाला, रामगढ़ और पंचकूला से जाना पड़ रहा था. एक तरफ जहां लोगों का समय ज्यादा लगता था तो वहीं जाम की भी स्थिति बनी रहती थी. लंबा रास्ता तय करने से लोगों का खर्च भी बढ़ गया था. ट्रांसपोर्ट वाले ट्रकों का तेल ज्यादा लगने से सब्जी और फल के दाम बढ़ गये थे.
13 फरवरी से पंजाब के किसान संगठन दिल्ली कूच करने के लिए अड़े हुए हैं. उन्हें दिल्ली जाने से रोकने के लिए हरियाणा सरकार ने अंबाला के शंभू, सद्दोपर और जींद के खनौरी बॉर्डर पर भारी बैरिकेडिंग कर दी थी. पुलिस और प्रशासन के बीच कई बार टकराव भी हो चुकी है. पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े. खनौरी बॉर्डर पर कथित तौर पर पुलिस की गौली से एक किसान की मौत हो गई. फिलहाल किसानों ने 6 मार्च को दिल्ली कूच का ऐलान किया है.
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