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प्राइवेट कंपनियों में 'टॉक्सिक वर्क क्लचर' पर सांसद ने उठाए सवाल - TOXIC WORK CULTURE INDIA

शुक्रवार को राज्यसभा में टीएमसी सांसद साकेत गोखले ने देश भर में निजी कंपनियों में काम के माहौल और कर्मचारियों के शोषण का मुद्दा उठाया.

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शुक्रवार को राज्यसभा में टीएमसी सांसद साकेत गोखले और उपसभापति हरिवंश. (ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 6, 2024, 1:16 PM IST

Updated : Dec 6, 2024, 2:27 PM IST

नई दिल्ली: आज राज्यसभा में सभापति की अनुमति से उठाये जाने वाले मामलों के अंतगर्त राज्यसभा सांसद साकेत गोखले ने निजी कंपनियों में कर्मचारियों के लिए खराब महौल पर चिंता जताये हुए सरकार से कानून बनाने की मांग की.

उन्होंने राज्यसभा में कहा कि कुछ दिन पहले उन्होंने अनीता ऑगस्टीन का हाल ही में लिखा गया पत्र पढ़ना बेहद परेशान करने वाला और चिंताजनक था. जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे उनकी बेटी अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की मृत्यु उनकी फर्म में टॉक्सिक वर्क क्लचर में अत्यधिक काम करने के कारण हुई.

शुक्रवार को राज्यसभा में टीएमसी सांसद साकेत गोखले और उपसभापति हरिवंश. (ANI)

कई कर्मचारियों ने यह भी कहा है कि कई कंसल्टेंसी और अन्य निजी फर्मों में यह एक प्रचलित स्थिति है. उन्होंने कहा कि यह अस्वीकार्य होना चाहिए. हमारे देश में कर्मचारियों को अनुचित व्यवहार, कम वेतन दिए जाने और अतिरिक्त घंटे काम कराए जाने से बचाने के लिए और कठोर कानून बनाये जाने चाहिए.

उन्होंने कहा कि सभी निजी कंपनियों और नियोक्ताओं में इन विषाक्त कार्य प्रथाओं को तुरंत बंद किए जाने की आवश्यकता है. सभी कर्मचारियों को उचित वेतन और विनियमित कार्य घंटे मिलना चाहिए. इससे पहले उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर भी इस मामले पर चिंता जताते हुए महाराष्ट्र के श्रम सचिव को पत्र लिखकर मांग की है कि उस फर्म में काम करने की परिस्थितियों की तत्काल जांच की जाए जहां अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल काम करती थीं.

उन्होंने लिखा कि फर्म की जांच होनी चाहिए कि काम की किन परिस्थितियों के कारण अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की मौत हुई. उन्होंने लिखा कि वह भारत के हर दूसरे कर्मचारी के साथ न्याय की हकदार है, जो इन निजी फर्मों के कठोर और विषाक्त माहौल के कारण पीड़ित है.

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नई दिल्ली: आज राज्यसभा में सभापति की अनुमति से उठाये जाने वाले मामलों के अंतगर्त राज्यसभा सांसद साकेत गोखले ने निजी कंपनियों में कर्मचारियों के लिए खराब महौल पर चिंता जताये हुए सरकार से कानून बनाने की मांग की.

उन्होंने राज्यसभा में कहा कि कुछ दिन पहले उन्होंने अनीता ऑगस्टीन का हाल ही में लिखा गया पत्र पढ़ना बेहद परेशान करने वाला और चिंताजनक था. जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे उनकी बेटी अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की मृत्यु उनकी फर्म में टॉक्सिक वर्क क्लचर में अत्यधिक काम करने के कारण हुई.

शुक्रवार को राज्यसभा में टीएमसी सांसद साकेत गोखले और उपसभापति हरिवंश. (ANI)

कई कर्मचारियों ने यह भी कहा है कि कई कंसल्टेंसी और अन्य निजी फर्मों में यह एक प्रचलित स्थिति है. उन्होंने कहा कि यह अस्वीकार्य होना चाहिए. हमारे देश में कर्मचारियों को अनुचित व्यवहार, कम वेतन दिए जाने और अतिरिक्त घंटे काम कराए जाने से बचाने के लिए और कठोर कानून बनाये जाने चाहिए.

उन्होंने कहा कि सभी निजी कंपनियों और नियोक्ताओं में इन विषाक्त कार्य प्रथाओं को तुरंत बंद किए जाने की आवश्यकता है. सभी कर्मचारियों को उचित वेतन और विनियमित कार्य घंटे मिलना चाहिए. इससे पहले उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर भी इस मामले पर चिंता जताते हुए महाराष्ट्र के श्रम सचिव को पत्र लिखकर मांग की है कि उस फर्म में काम करने की परिस्थितियों की तत्काल जांच की जाए जहां अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल काम करती थीं.

उन्होंने लिखा कि फर्म की जांच होनी चाहिए कि काम की किन परिस्थितियों के कारण अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की मौत हुई. उन्होंने लिखा कि वह भारत के हर दूसरे कर्मचारी के साथ न्याय की हकदार है, जो इन निजी फर्मों के कठोर और विषाक्त माहौल के कारण पीड़ित है.

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Last Updated : Dec 6, 2024, 2:27 PM IST
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