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कोरबा में आंधी तूफान से स्कूल का छज्जा गिरा, मिड डे मील खाते समय 11 बच्चे घायल, पांच बच्चों को जीपीएम किया गया रेफर - storm in Korba

storm in Korba कोरबा में आंधी तूफान का कहर देखने को मिला है. यहां के दर्रीपारा प्राथमिक स्कूल में जिस समय छात्र मिड डे मील खा रहे थे. उसी दौरान तूफान से स्कूल का छज्जा गिर गया. इस घटना में 11 स्कूली बच्चे घायल हो गए हैं. इनमें पांच बच्चों को इलाज के लिए गौरेला पेंड्रा मरवाही रेफर किया गया है. roof of school fell, roof of school fell due to storm, Korba Students injured

storm in Korba
कोरबा में आंधी तूफान से स्कूल का छज्जा गिरा
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Mar 20, 2024, 5:25 PM IST

Updated : Mar 20, 2024, 11:42 PM IST

दर्रीपारा के प्राथमिक स्कूल में हादसा

कोरबा: कोरबा के पसान क्षेत्र के दर्रीपारा इलाके में बुधवार को बड़ा हादसा हो गया. यहां प्राथमिक स्कूल में जिस वक्त बच्चे मिड डे मील का भोजन खा रहे थे. उसी दौरान आंधी तूफान से स्कूल का छज्जा गिर गया. इस हादसे में ग्यारह स्टूडेंट घायल हो गए. हादसे के बाद सभी बच्चों को आनन फानन में पसान के प्राथमिक अस्पताल में भर्ती कराया गया. इलाज के बाद 6 बच्चों को छुट्टी दे दी गई और पांच बच्चों को बेहतर इलाज के लिए गौरेला पेंड्रा मरवाही रेफर किया गया है.

स्कूल में बनाया गया था टीन का छत : दर्रीपारा के प्राथमिक स्कूल में बच्चे जिस वक्त मीड डे मील के तहत भोजन कर रहे थे. उस दौरान यह हादसा हुआ है. स्कूलों में टीन की छत प्रतिबंधित है फिर भी स्कूल में टीन की छत लगाई गई थी. सीट गिरने के साथ ही बच्चों के सिर पर ईंट गिर पड़ी जिससे बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें काफी चोटें आई है.

टीन की छत प्रतिबंधित, लेकिन स्कूल में लगाया गया :नियमों के अनुसार किसी स्कूल के भवन का छत पक्का होना चाहिए. लेकिन जिस स्कूल में हादसा हुआ है. वहां टीन की सीट लगी हुई थी. जिससे यह हादसा हुआ. कलेक्टर ने इस लापरवाही पर शिक्षा विभाग से जांच प्रतिवेदन लिए जाने की बात भी कही है.इस हादसे के बाद कोरबा के कलेक्टर फौरन हरकत में आए. सभी बच्चों के इलाज के बारे में उन्होंने तुरंत जानकारी ली और कलेक्टर ने बताया कि सभी बच्चों की हालत खतरे से बाहर है.

डिप्टी सीएम ने कही जांच की बात: जिस समय हादसा हुआ उस समय कोरबा के दौरे पर डिप्टी सीएम अरुण साव मौजूद थे. वह बीजेपी के एक कार्यक्रम में शामिल होने आए थे. जब मीडिया ने उनसे इस हादसे को लेकर और बच्चों के प्रति लापरवाही पर सवाल पूछा तो उन्होंने इस मामले में जांच की बात कही है. उन्होंने कहा कि इस मामले में उचित संज्ञान लेकर कार्रवाई करेंगे. अरुण साव कोरबा के प्रभारी मंत्री भी है.

"प्राथमिक स्कूल में मध्यान्ह भोजन के दौरान तूफान के कारण छत गिरने से 11 बच्चे घायल हो गए. 6 बच्चों को घर भी भेज दिया गया है. सभी का इलाज कराया गया है. कुछ बच्चों का एक्सरे करवाया जा रहा है. स्कूल में टीन की छत कहां से आई इसकी जांच करेंगे. जिन स्कूलों के पास खुद का भवन नहीं है. डीएमएफ से उसे सेंक्शन कर दिया गया है. इस स्कूल में भी जल्द निर्माण कर दिया जाएगा": अजीत वसंत, कलेक्टर, कोरबा

कोरबा से बच्चों को जीपीएम किया गया रेफर: कोरबा जिले के पसान हादसे में घायल पांच बच्चों को गौरेला पेंड्रा मरवाही के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यहां सभी का इलाज जारी है. एंबुलेंस सेवा 108 और 112 के जरिए सभी पांच बच्चों को गौरेला पेंड्रा मरवाही के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इन बच्चों में आरती पैकरा और कुसुम प्रजापति नाम की छात्रा की हालत गंभीर बनी हुई है. वहीं घायल बच्चों के जीपीएम जिला अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी मिलते ही ब्लॉक शिक्षा अधिकारी पोड़ी उपरोड़ा एके चंद्राकर भी जीपीएम के जिला अस्पताल पहुंचे. बच्चों के परिजन इस घटना के बाद सदमे हैं. स्कूल में काम करने वाले सफाईकर्मी ने बताया कि आंधी की वजह से यह हादसा हुआ क्योंकि स्कूल में शीट लगा हुआ था.

कोरबा में घायल बच्चों का जीपीएम में इलाज

इस हादसे के बाद जिले में अफरा तफरी है. जिला प्रशासन एक्टिव है और जांच की बात कह रहा है. लेकिन सवाल यह उठता है कि सरकारी स्कूलों में होने वाले निर्माण की गुणवता क्यों नहीं चेक की जाती है

रफ्तार का कहर: सड़क हादसे में 3 लोगों की मौत

कोरबा में दर्दनाक सड़क हादसा, हाईवा की चपेट में आने से पिता-बेटे की मौत, मां की हालत गंभीर

कोरबा: मिक्सर मशीन में फंसने से महिला मजदूर की मौत

दर्रीपारा के प्राथमिक स्कूल में हादसा

कोरबा: कोरबा के पसान क्षेत्र के दर्रीपारा इलाके में बुधवार को बड़ा हादसा हो गया. यहां प्राथमिक स्कूल में जिस वक्त बच्चे मिड डे मील का भोजन खा रहे थे. उसी दौरान आंधी तूफान से स्कूल का छज्जा गिर गया. इस हादसे में ग्यारह स्टूडेंट घायल हो गए. हादसे के बाद सभी बच्चों को आनन फानन में पसान के प्राथमिक अस्पताल में भर्ती कराया गया. इलाज के बाद 6 बच्चों को छुट्टी दे दी गई और पांच बच्चों को बेहतर इलाज के लिए गौरेला पेंड्रा मरवाही रेफर किया गया है.

स्कूल में बनाया गया था टीन का छत : दर्रीपारा के प्राथमिक स्कूल में बच्चे जिस वक्त मीड डे मील के तहत भोजन कर रहे थे. उस दौरान यह हादसा हुआ है. स्कूलों में टीन की छत प्रतिबंधित है फिर भी स्कूल में टीन की छत लगाई गई थी. सीट गिरने के साथ ही बच्चों के सिर पर ईंट गिर पड़ी जिससे बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें काफी चोटें आई है.

टीन की छत प्रतिबंधित, लेकिन स्कूल में लगाया गया :नियमों के अनुसार किसी स्कूल के भवन का छत पक्का होना चाहिए. लेकिन जिस स्कूल में हादसा हुआ है. वहां टीन की सीट लगी हुई थी. जिससे यह हादसा हुआ. कलेक्टर ने इस लापरवाही पर शिक्षा विभाग से जांच प्रतिवेदन लिए जाने की बात भी कही है.इस हादसे के बाद कोरबा के कलेक्टर फौरन हरकत में आए. सभी बच्चों के इलाज के बारे में उन्होंने तुरंत जानकारी ली और कलेक्टर ने बताया कि सभी बच्चों की हालत खतरे से बाहर है.

डिप्टी सीएम ने कही जांच की बात: जिस समय हादसा हुआ उस समय कोरबा के दौरे पर डिप्टी सीएम अरुण साव मौजूद थे. वह बीजेपी के एक कार्यक्रम में शामिल होने आए थे. जब मीडिया ने उनसे इस हादसे को लेकर और बच्चों के प्रति लापरवाही पर सवाल पूछा तो उन्होंने इस मामले में जांच की बात कही है. उन्होंने कहा कि इस मामले में उचित संज्ञान लेकर कार्रवाई करेंगे. अरुण साव कोरबा के प्रभारी मंत्री भी है.

"प्राथमिक स्कूल में मध्यान्ह भोजन के दौरान तूफान के कारण छत गिरने से 11 बच्चे घायल हो गए. 6 बच्चों को घर भी भेज दिया गया है. सभी का इलाज कराया गया है. कुछ बच्चों का एक्सरे करवाया जा रहा है. स्कूल में टीन की छत कहां से आई इसकी जांच करेंगे. जिन स्कूलों के पास खुद का भवन नहीं है. डीएमएफ से उसे सेंक्शन कर दिया गया है. इस स्कूल में भी जल्द निर्माण कर दिया जाएगा": अजीत वसंत, कलेक्टर, कोरबा

कोरबा से बच्चों को जीपीएम किया गया रेफर: कोरबा जिले के पसान हादसे में घायल पांच बच्चों को गौरेला पेंड्रा मरवाही के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यहां सभी का इलाज जारी है. एंबुलेंस सेवा 108 और 112 के जरिए सभी पांच बच्चों को गौरेला पेंड्रा मरवाही के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इन बच्चों में आरती पैकरा और कुसुम प्रजापति नाम की छात्रा की हालत गंभीर बनी हुई है. वहीं घायल बच्चों के जीपीएम जिला अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी मिलते ही ब्लॉक शिक्षा अधिकारी पोड़ी उपरोड़ा एके चंद्राकर भी जीपीएम के जिला अस्पताल पहुंचे. बच्चों के परिजन इस घटना के बाद सदमे हैं. स्कूल में काम करने वाले सफाईकर्मी ने बताया कि आंधी की वजह से यह हादसा हुआ क्योंकि स्कूल में शीट लगा हुआ था.

कोरबा में घायल बच्चों का जीपीएम में इलाज

इस हादसे के बाद जिले में अफरा तफरी है. जिला प्रशासन एक्टिव है और जांच की बात कह रहा है. लेकिन सवाल यह उठता है कि सरकारी स्कूलों में होने वाले निर्माण की गुणवता क्यों नहीं चेक की जाती है

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Last Updated : Mar 20, 2024, 11:42 PM IST
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