नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव को लेकर अमेठी-रायबरेली सीट पर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है. इस बीच मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक रॉबर्ट वाड्रा का नाम उछल रहा है. वैसे औपचारिक रूप से किसी ने भी इसकी पुष्टि नहीं की है.
अमेठी में राहुल गांधी के चुनाव लड़ने पर संस्पेस बना हुआ है. राहुल गांधी ने केरल की वायनाड सीट से अपना नामांकन दाखिल किया है. अमेठी से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सीटिंग सांसद हैं और वह इस बार भी इसी सीट से चुनाव लड़ रही हैं.
रॉबर्ट वाड्रा ने चुनाव लड़ने के संकेत दिए !
मीडिया रिपोर्ट की माने तो रॉबर्ट वाड्रा ने अमेठी सीट से चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं. जानकारी के मुताबिक उन्होंने कहा कि वे गांधी परिवार के विरासत को बरकरार रखने को तैयार हैं. कुछ न्यूज चैनलों पर उनका बयान फ्लैश किया गया. इसमें उनके हवाले से बताया गया है कि वे जहां से भी चुनाव लड़ेंगे, वहां का विकास होगा.
इसके साथ ही उनका यह बयान भी चल रहा है कि वह चाहती हैं कि प्रियंका वाड्रा लोकसभा का चुनाव लड़ें. तथ्य यह है कि कांग्रेस पार्टी ने न तो रायबरेली और न ही अमेठी से किसी नाम को फाइनल किया है.
रायबरेली से सोनिया गांधी चुनाव लड़ती रही हैं. लेकिन इस बार उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया. इस समय वह राज्यसभा की सदस्य बन चुकी हैं. जहां तक अमेठी की बात है, तो 2019 में राहुल गांधी यहां से चुनाव हार चुके हैं. क्या वह इस बार वायनाड के साथ-साथ अमेठी से भी चुनाव लड़ेंगे, इस पर अभी तक पार्टी ने कोई निर्णय नहीं लिया है.
सूत्र बताते हैं कि एक बार वायनाड में चुनाव संपन्न हो जाएगा, तो उसके बाद कांग्रेस पार्टी अमेठी सीट को लेकर उम्मीदवार के नाम का फैसला कर सकती है. जानकार बताते हैं कि इस समय यदि राहुल गांधी की उम्मीदवारी पर निर्णय लिया जाता है, तो वायनाड में राहुल गांधी के खिलाफ माहौल बन सकता है. क्योंकि वायनाड से कांग्रेस पार्टी की सहयोगी सीपीआई ने अपना उम्मीदवार उतारा है.
उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के साथ कांग्रेस गठबंधन कोटे से 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. कांग्रेस की सभी सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय हो चुके हैं. लेकिन अमेठी और रायबरेली सीट पर ऊहापोह की स्थिति बरकरार है. दोनों सीटों पर अब तक प्रत्याशी घोषित नहीं किया गया है.
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