बलरामपुर: रामानुजगंज शहर के ज्वैलरी शॉप में 11 सितंबर को दिनदहाड़े बंदूक की नोक पर डकैती की वारदात को अंजाम देने वाले बुकी गैंग के आरोपियों को पकड़ने में पुलिस को कामयाबी मिली है. यह अंतर्राज्यीय गैंग है, जो झारखंड छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों में भी डकैती लूट की वारदात को अंजाम दे चुके हैं. पुलिस ने आज बड़ा खुलासा करते हुए डकैती कांड के मास्टरमाइंड मोनू सोनी को मीडिया के सामने पेश किया. पुलिस ने बताया कि कुल 2 करोड़ 40 लाख की डकैती डकैतों ने डाली थी. सायबर इनपुट और क्राइम ब्रांच की मदद से मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया गया. पकड़े गए मास्टरमाइंड के साथ उसकी गर्लफ्रेंड को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार झारखंड, बिहार, दिल्ली और चंडीगढ़ में दबिश दे रही थी.
डकैत की गर्लफ्रेंड भी गिरफ्तार: 11 सितंबर को हुई लूट की वारदात में पुलिस ने डकैत गिरोह के सरगना की गर्लफ्रेंड को भी गिरफ्तार किया है. डकैती में इस्तेमाल किए गये गाड़ी को पुलिस ने बरामद किया है. डकैतों के पास से अबतक 2 करोड़ 40 लाख के जेवरात बरामद किए गए हैं. पुलिस टीम ने आरोपियों की निशानदेही पर लूटे गए जेवरात और हथियार बरामद किए हैं. लूट के बाद सभी डकैत अलग अलग रास्तों से भागे ताकि पकड़े नहीं जाएं. डकैतों ने भागने और नहीं पकड़े जाने के चलते अलग अलग रास्तों से भागे जाने की योजना बनाई थी. सभी डकैत झारखंड में भागकर गए थे. आरोपियों के खिलाफ पड़ोसी राज्य झारखंड और बिहार में भी डकैती और लूट की वारदात दर्ज की गई थी.
रामानुजगंज में 11 सितंबर को हुई थी डकैती: 11 सितंबर को गांधी चौक पर संचालित राजेश ज्वैलरी शॉप में दिनदहाड़े बंदूक की नोक पर डकैतों ने वारदात को अंजाम दिया था और झारखंड की तरफ भाग गए थे. बलरामपुर रामानुजगंज जिले की पुलिस की टीम आरोपियों की तलाश और खोजबीन करने में जुटी हुई थी. इसके लिए अलग अलग कई टीमें बनाकर झारखंड बिहार सहित अन्य राज्यों में रवाना किया गया था. तीन सप्ताह बीतने के बाद आखिरकार पुलिस को सफलता मिली. गिरोह के आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. लुटेरों की निशानदेही पर पुलिस ने ज्वैलरी भी बरामद कर लिया है.
मालिक को अलमीरा में बंद करने की कोशिश की थी: डकैती की वारदात के दौरान ज्वैलरी शॉप के मालिक को डकैतों ने दुकान में रखे अलमीरा में बंद करने की कोशिश की थी. दुकान मालिक के विरोध के बाद डकैत अपने मंसूबे में सफल नहीं हो पाए. डकैत जब भागे तो दुकान मालिक ने बाइक सवार की मदद से उनका पीछा भी किया. डकैत स्पोर्टस बाइक से वारदात को अंजाम देने आए थे. डकैती के बाद वो तेज रफ्तार में वहां से झारखंड की ओर भाग निकले थे.