पटना: बिहार के कटिहार में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव और पूर्व सीएम राबड़ी को लेकर बेहद ही आपत्तिजनक टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि उन लोगों (लालू-राबड़ी) ने सिर्फ बच्चे पैदा किए हैं, विकास के कोई काम नहीं किए. इतना ज्यादा किसी को बाल-बच्चा पैदा नहीं करना चाहिए लेकिन उनलोगों ने किया. अब उनके इस बयान पर राष्ट्रीय जनता दल की महिला नेताओं ने सीएम को लपेट लिया है. एक के बाद एक तमाम नेताओं ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सीएम की भाषा को घटिया बता रही हैं. प्रवक्ता कंचना यादव ने कहा कि संभावित हार से सीएम बौखला गए है.
"हारने के डर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी बहुत ही वाहियात और ओछी टिप्पणी कर रहे हैं. नीतीश जी अगर बीजेपी आपके पार्टी को खत्म कर रही है. मोदी जी अपने मंच से आपको हटवा दिए हैं तो उसका भड़ास आप लालू जी पर क्यों उतार रहे हैं? एनडीए घटक के सारे नेता हार की डर से बौखला गए हैं और निजी हमले कर रहे हैं. चिराग जी आप एक बार नीतीश कुमार जी और सम्राट चौधरी जी पर भी कुछ बोलेंगे, ऐसी उम्मीद करती हूं."- कंचना यादव, प्रवक्ता, राष्ट्रीय जनता दल
'अच्छा हुआ पीएम कैंडिडेट नहीं हुए': पूर्व सांसद कांति सिंह की बहू और आरजेडी नेता अदिति कुमार ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, "मुख्यमंत्री जी की भाषा सुनकर मैं तो शॉक हो गई हूं. अच्छा हुआ कि इंडिया अलायंस ने चाचा जी को अपना PM कैंडिडेट नही बनाया. नहीं तो विदेशो में भी ये इंडिया की भद्द पिटवा दिए होते."
'क्या लालू के बेटे से जलते हैं नीतीश?': आरजेडी प्रवक्ता सारिका पासवान ने तो इसको लेकर नीतीश कुमार के साथ-साथ उनके बेटे को भी लपेट लिया. उन्होंने बेहद तल्ख लहजे में कहा, "जब खुद का बेटा ढकलोल पैदा हुआ हो यानी किसी करम का नहीं हो, पिता की विरासत संभालने की क्षमता ना रखता हो, यानी अयोग्य हो तो वह व्यक्ति अपने गोतिया भाई का बेटा/बेटियों का इज्जत उछालने की कोशिश करता है. वह भी वैसे व्यक्ति का, जिसके भाषण और राजनीतिक करने की शैली से देश का प्रधानमंत्री भी घबराते हों."
'मांफी मांगिये नीतीश कुमार': राष्ट्रीय जनता दल की एक और प्रवक्ता प्रियंका भारती ने इसे पिछड़ों और महिलाओं का अपमान करार दिया है. उन्होंने एक्स हैंडल पर लिखा, "पिछड़े तबके से आने वाली बिहार की प्रथम महिला मुख्यमंत्री आदरणीय राबड़ी देवी जी के ऊपर ऐसी घटिया टिप्पणी सुन कर आज पूरा बिहार शर्मसार महसूस कर रहा है, नीतीश कुमार जी आपके भीतर थोड़ी सी भी लज्जा और इंसानियत बची है तो माफी मांगिए."
मीसा भारती का नीतीश पर पलटवार: लालू यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती ने सीएम के बयान के फौरन बाद ही प्रतिक्रिया देते हुए कहा था, "अब चाचा जी (नीतीश कुमार) के लिए क्या बोलें. बिहार की जनता समझेगी कि प्रदेश के मुख्यमंत्री क्या कहना चाह रहे हैं. हम उनपर क्या कहें. पीएम मोदी ने परिवारवाद पर बोलना बंद किया तो चाचा जी ने बोलना शुरू कर दिया है."
तेजस्वी पूछा इससे बिहार का क्या फायदा?: वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बेहद ही सधे लहजे में नीतीश कुमार के बयान पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वह (नीतीश कुमार) बड़े हैं. मुझे कुछ भी कहने का उनको हक है. मैं तो उनकी हर टिप्पणी को आशीर्वचन के रूप में ही लेता हूं लेकिन मैं पूछना चाहता हूं कि इससे बिहार का क्या फायदा होगा. चुनाव के समय ऐसी बातें कहने से बचना चाहिए.
"वे (नीतीश कुमार) अभिभावक हैं, बुजुर्ग हैं. वे हमें कुछ भी बोले वह हमारे लिए आशीर्वचन होगा. लेकिन व्यक्तिगत बातें बोलने से क्या बिहार के लोगों को फायदा होगा? वे कुछ भी बोलें हम तो आशीर्वाद ही मानेंगे लेकिन चुनाव में मुद्दों की बात होनी चाहिए. किसी पर इस तरह व्यक्तिगत टिप्पणी करके कोई फायदा नहीं है."- तेजस्वी यादव, पूर्व उपमुख्यमंत्री, बिहार
क्या बोले थे नीतीश कुमार?: दरअसल, कटिहार में जेडीयू कैंडिडेट दुलालचंद गोस्वामी के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने लालू यादव और उनको बच्चों को लेकर अमर्यादित टिप्पणी कर दी. उन्होंने कहा, "आजकल कुछ लोग सब कुछ दावा करते हैं। जब उन्हें हटाया गया तो उन्होंने अपनी पत्नी को नियुक्त किया. अब उनके बच्चे हैं. अब पैदा तो बहुत कर दिया. इतना ज्यादा पैदा करना चाहिए किसी को, बाल बच्चा. अब उन्होंने अपने बेटे, बेटियों और हर किसी को शामिल कर लिया है. वे हर जगह कुछ न कुछ कहते रहते हैं. वे पुरानी बातें भूल जाते हैं, इसलिए मैं सभी को बताना चाहता हूं कि कोई भी काम नहीं हो पाता था."
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