दंतेवाड़ा: नक्सल मोर्चे पर छत्तीसगढ़ में बीते एक सप्ताह से लगातार कई बड़ी घटनाएं हो रही है. 30 जनवरी को बीजापुर और सुकमा बॉर्डर पर नक्सलियों से बड़ी मुठभेड़ हुई थी. इस एनकाउंटर में तीन जवान शहीद हो गए थे. जबकि 14 जवान घायल थे. उसके बाद दंतेवाड़ा में सुरक्षाबलों की टीम ने नक्सलियों के बनाए एक टनल का खुलासा किया था. रविवार चार फरवरी को कांकेर में नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट किया था. जबकि सुकमा में इसी दिन नक्सलियों से सुरक्षाबलों की मुठभेड़ हुई थी. इन सबके बीच दंतेवाड़ा में एक महिला नक्सली ने सरेंडर किया है. मंगलवार को नक्सली कुमारी बामे मरकाम ने सुरक्षा बलों के सामने हथियार डालकर माओवादी विचारधारा को गुड बाय कह दिया है.
दंतेवाड़ा एसपी के सामने किया सरेंडर: सरेंडर करने वाली महिला नक्सली का नाम कुमारी बामे मरकाम है. उसने दंतेवाड़ा एसपी गौरव राय के सामने हथियार डाले हैं. सरेंडर करते वक्त महिला नक्सली ने कहा है कि वह नक्सलियों की खोखली और अमानवीय विचारधारा से परेशान थी. इसलिए उसने सरेंडर करने का फैसला किया.
"महिला नक्सली कुमारी बामे मरकाम ने सरेंडर किया है. उसके ऊपर एक लाख रुपये का इनाम था. वह प्रतिबंधित माओवादी संगठन महानदी क्षेत्र समिति के अंदर काम करती थी. नक्सली कुमारी बामे मरकाम कालाहांडी, कंधमाल, बौध, नवागढ़ और केकेबीएन के डिवीजन सदस्य के तौर पर काम किया है": गौरव राय, एसपी, दंतेवाड़ा
पुनर्वास नीति के तहत सरेंडर नक्सली को मिलेगा फायदा: दंतेवाड़ा के एसपी गौरव कुमार ने कहा है कि महिला नक्सली कुमारी बामे मरकाम को राज्य सरकार की पुनर्वास नीति के तहत मदद पहुंचाई जाएगी. इस महिला नक्सली का पुनर्वास किया जाएगा.
लोन वर्राटू अभियान से बदल रही तस्वीर: बस्तर में लोन वर्राटू अभियान से लगातार तस्वीर बदल रही है. दंतेवाड़ा में भी लोन वर्राटू अभियान का अच्छा खासा असर दिख रहा है. इस अभियान के तहत जिले में अब तक 170 इनामी नक्सलियों ने सरेंडर किया है. कुल नक्सलियों की बात करे तो 667 नक्सलियों ने हथियार डाले हैं.