सरगुजा : हरियाणा और जम्मू कश्मीर चुनाव परिणामों पर कांग्रेस नेता टी एस सिंहदेव ने प्रतिक्रिया दी है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में सिंहदेव ने कहा कि भाजपा हिन्दू मुसलमान करके चुनाव जीतती आ रही है. भाजपा के पास सिर्फ यही मुद्दा है. जम्मू में वही प्रयास किया. हरियाणा में जाट वर्सेस अदर का चुनाव बनाने की कोशिश हुई.
"अनुमान से विपरीत आए परिणाम": टीएस सिंहदेव ने कहा परिणाम अनुमान से विपरीत हैं. जम्मू कश्मीर में ये अनुमान था कि नेशनल कॉंफ्रेंस के साथ कांग्रेस की करीब 40 सीट आएंगी और भाजपा की करीब 30 सीट आयेंगी. पीडीपी को लेकर अन्य की 20 सीटें आएंगी. भाजपा करीब करीब 30 के नजदीक है. अन्य 20 से 10-11 पे आ गये और नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस ये बढ़ गई. ये 50-52 पर आ गए.
"बीजेपी ने पोलराइजेशन किया": सिंहदेव ने कहा कि ये अंतर उस समय दिख नहीं रहा था. टफ दिख रहा था और उसका कारण है, जम्मू कश्मीर दो बिल्कुल भिन्न क्षेत्र है. श्रीनगर का वैली का क्षेत्र है, इसमें 47 सीट हैं. यहां 93 % मुसलमान आबादी है. जम्मू का जो क्षेत्र है, इसमें करीब 43 सीटें हैं. यहां 40 % आबादी जम्मू में है. 60% आबादी कश्मीर में है, लेकिन सीट संख्या आबादी के अनुपात में जम्मू में ज्यादा है. यहां दो तिहाई आबादी हिंदू है और एक तिहाई आबादी मुसलमान है तो यहां भाजपा ने पोलराइजेशन किया, जैसे अन्य जगह किया.
आडवाणी जी के समय जो रथ यात्रा चली तो उसको इन्होंने आधार बना लिया कि हम तो सत्ता में इसी आधार पर बने रहेंगें. हिंदू मुसलमान के नाम पर इतने वोट अपने कर लो और बाकी कुछ जोड़ घटाव कर लो, लेकिन जहां 97% आबादी ही मुस्लिम है, वहां क्या? वहां इन्होंने तोड़ना शुरू किया. यहां भी इन्होंने नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी को देखा कि ये तो इंडिया अलायंस में साथ आ गए तो अब क्या करें, दूसरों को पकड़ो. कई ऐसे संगठन उतारे गये, जिनको पीछे से ऐसे संगठन सपोर्ट करते हैं, जो बैन हैं, जो आतंकी या अलगाववादी विचार से जुड़े हैं. यहां नेशनल कांफ्रेंस ने तो 370 को भी चुनाव में रखा था. कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र के पहले बिन्दु में दोबारा स्वतंत्र राज्य बनाने की बात रखी थी: टीएस सिंहदेव, नेता, कांग्रेस
"हरियाणा में बीजेपी ने गलत बातें फैलाई": सिंहदेव ने कहा कि हरियाणा में भाजपा ने जाट बनाम अदर का चुनाव बनाने की कोशिश की. कांग्रेस के पास जाट चेहरा था, वहां एससी व अन्य जातियां भी हैं. भाजपा ने ऐसी हवा चलाई की कांग्रेस में तो जाट हैं, बाकियों का क्या होगा. वहां चलन है 36 बिरादरियों का. 1 इधर आया तो बचे 35. ऐसा हुआ नहीं होगा, लेकिन उदाहरण के लिये. जहां तक अग्निवीर की बात है तो डिबेट में मैंने सुना एक रिटायर्ड नेवी के अधिकारी थे, उन्होंने साफ कहा कि अब जिस तरह की तकनीक का इस्तेमाल नेवी में हो रहा है, उसको सीखने में 4 साल लग जाते हैं. अब अग्निवीर की 4 साल की नौकरी में क्या होगा. लेकिन शायद वहां के लोगों ने ये सोचा होगा कि अग्निवीर राज्य का मसला नहीं है. ये तो केन्द्र का मामला है, शायद इसका असर रहा है."
दरअसल 5 राज्यों राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिये कांग्रेस ने टी एस सिंहदेव को घोषणा पत्र समिति का कोआर्डिनेटर बनाया था. उनमें हरियाणा और जम्मू कश्मीर भी शामिल हैं. इस लिहाज से परिणाम के बाद उनका बयान भी अहम है.