वलसाड: गुजरात के कई इलाकों में इन दिनों बारिश का प्रकोप देखने को मिल रहा है. भारी बारिश के कारण राज्य की कई नदियां उफान पर है. नदियों के पास बसे इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिती हो गई है. बीती रात हुई मूसलाधार बारिश के कारण गुजरात के नवसारी, वापी और वलसाड में भयंकर जलभराव देखने को मिला है. हालांकि, वलसाड शहर के पास से गुजरने वाली औरंगा नदी रविवार से सामान्य स्तर पर बह रही है. औरंगा नदी के उफान पर आने से कई निचले इलाकों में बारिश का पानी भर गया, जिसके बाद कश्मीरानगर समेत कई इलाके से 150 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया.
सात मजदूर फंसे
औरंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से वलसाड के पास भाग खुर्द गांव में झींगा तालाब में सात मजदूर फंस गए थे. जिसके बाद रात में ही प्रशासन ने एनडीआरएफ टीम की मदद से सात मजदूरों को बचाया. वहीं, सीएम भूपेन्द्र पटेल ने हालात से निपटने के लिए कलेक्टर से टेलीफोन पर बातचीत की.
बारिश बंद होने से नदी का जलस्तर हुआ कम
कपराडा और धरमपुर के अंदरूनी इलाकों में सुबह से बारिश बंद होने के कारण नदी का जलस्तर कम होने से वलसाड और कई इलाकों में जमा पानी कम हो गया है. जिससे प्रशासनिक तंत्र और लोगों ने राहत की सांस ली है. हालांकि, इलाके में इधर-उधर पानी जमा होने से जल जनित रोग को खतरा उत्पन्न हो गया है. जिसको देखते हुए नगर पालिका की ओर से विशेष टीमें बनाकर अलग-अलग इलाकों में पाउडर का छिड़काव कराया जा रहा है ताकि पानी के बाद ज्यादा गंदगी न फैले और महामारी का डर न रहे.
सीएम भूपेन्द्र पटेल की कलेक्टर से टेलीफोन पर बातचीत
वलसाड में कल हुई बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति बन गई थी. गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्रभाई पटेल ने पूरे जिले की स्थिति की समीक्षा करने के लिए जिला कलेक्टर अनसूया झा से टेलीफोन पर बातचीत की. फिलहाल ऐसी शिकायतें सुनने को मिल रही हैं कि कई जगहों की सड़कें टूट गयी हैं. वहीं दूसरी ओर शहरी इलाकों में बीमारी फैलने से रोकने के लिए प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है.
ये भी पढ़ें: वायनाड भूस्खलन: प्रकृति का प्रकोप याद दिलाता है भयानक अतीत! दुःख में एकजुट हुए समुदाय के लोग