बेंगलुरु: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शनिवार को रामेश्वरम कैफे बम विस्फोट मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपियों को बेंगलुरु की स्पेशल कोर्ट में पेशी कराई. कोर्ट ने उन्हें 10 दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है.
बम विस्फोट के मास्टरमाइंड अब्दुल मतीन ताहा और हमलावर मुसाविर हुसैन शाजिद को आज कोरमंगला के एनजीवी लेआउट में न्यायाधीश के आवास पर लाया गया. एनआईए सूत्रों ने बताया कि इस बात के महत्वपूर्ण सबूत मिले हैं कि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी न केवल रामेश्वर कैफे विस्फोट, बल्कि शिवमोग्गा ट्रेल बम विस्फोट मामले सहित कई घटनाओं में शामिल थे.
जांच से यह भी पता चला कि संदिग्धों ने कैफे विस्फोट में इस्तेमाल किए गए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और डिजिटल उपकरणों का उपयोग करके अपराध को अंजाम दिया था. इसके अलावा, मुजम्मिल शरीफ और माज मुनीर, जो पहले से ही गिरफ्तार हैं, दोनों आरोपियों के साथ कई कृत्यों में शामिल पाए गए. एनआईए अधिकारियों ने न्यायाधीश से उन्हें 10 दिनों के लिए हिरासत में देने का अनुरोध किया.
इस पर जवाब देते हुए जज ने याचिका स्वीकार कर ली और आरोपियों को 10 दिनों तक हिरासत में रखने का आदेश दिया. सूत्रों ने बताया कि फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों को मडीवाला टेक्निकल सेंटर ले जाया गया है और अधिकारी पूछताछ जारी रखे हुए हैं.
फर्जी आधार का किया था इस्तेमाल: जांच में पता चला है कि गिरफ्तार आरोपियों ने फर्जी आधार कार्ड पर किसी के नाम का इस्तेमाल कर कोलकाता के एक होटल में कमरा बुक किया था. अब्दुल मतीन ताहा और मुसाविर हुसैन ने अपने आधार कार्ड कालाबुरागी और महाराष्ट्र के ठाणे स्थित युवकों के नाम पर बनवाए थे. दोनों को महाराष्ट्र के ठाणे और कलबुर्गी शहर का निवासी भी बताया गया. एनआईए सूत्रों ने बताया कि उन्हें यह फर्जी आधार कार्ड देकर होटल में कमरा मिला.