मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: आदित्य शर्मा नाम का यह शख्स बरेली का रहने वाला है. आदित्य ने 29 सितंबर से राम वनगमन यात्रा की शुरुआत की है. वह अब छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़ पहुंच चुके हैं. यह यात्रा बरेली से धनुषकोठी तक की है.
साइकिल से रामवनगमन पथ की यात्रा: रामवनगमन पथ यात्रा की दूरी लगभग 3500 किलोमीटर लंबी है. आदित्य ने अयोध्या से शुरू करते हुए अब तक चित्रकूट होते हुए छत्तीसगढ़ का सफर तय किया है. छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़ में ठहराव के बाद आदित्य शर्मा सीतामढ़ी हरचौका पर निकले. यह प्रभु श्रीराम के छत्तीसगढ़ में प्रवेश का पहला द्वार माना जाता है. यहां छत्तीसगढ़ सरकार ने विशेष रूप से रामवनगमन पथ का निर्माण किया है.
अयोध्या से रामेश्वर की साइकिल यात्रा: खास बात यह है कि आदित्य उन सभी मार्गों पर साइकिल से गुजर रहे हैं, जहां जहां रामवनगमन पथ बनाया गया है. आदित्य आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक होते हुए रामेश्वरम् तक अपनी साइकिल यात्रा जारी रखेंगे. इस ऐतिहासिक यात्रा का उद्देश्य रामायण से जुड़े महत्वपूर्ण स्थानों की यात्रा करना और प्रभु श्रीराम के चरणों के पदचिन्हों पर चलना है.
यह यात्रा मैं अकेले जरूर कर रहा हूं, लेकिन मुझे महसूस होता है कि मेरे साथ हर कदम पर प्रभु श्रीराम हैं- आदित्य शर्मा
रामभक्ति के साथ लोगों को संदेश भी: आदित्य की यह साइकिल यात्रा केवल एक साधारण यात्रा नहीं है, बल्कि यह रामायण के पवित्र मार्गों पर चलने की गहरी भावना से प्रेरित है, जिससे वह भगवान श्रीराम की यादों को संजोते हुए इस कठिन सफर को तय कर रहे हैं. इस यात्रा के माध्यम से आदित्य ने न केवल धार्मिक आस्था को बल दिया है, बल्कि लोगों को यह संदेश भी दिया है कि जीवन में कठिनाइयों का सामना कैसे दृढ़ संकल्प और प्रभु में आस्था रखकर किया जा सकता है.