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कांग्रेस के मंच पर बीजेपी को कोसा, फिर कपड़ों से जल्द बदल डाली विचारधारा, पढ़ें- राजेंद्र भंडारी के 20 घंटों की कहानी

Badrinath MLA Rajendra Bhandari, Rajendra Bhandari Joins BJP राजेंद्र भंडारी के बीजेपी में शामिल होने के बाद उत्तराखंड की सियासत के साथ साथ सोशल मीडिया पर भी हाईप बनी हुई है. सियासत में जहां उनके पुराने बयनों को याद दिलाया जा रहा है. वहीं, सोशल मीडिया पर भी मीम्स की बाढ़ आ गई है. राजेंद्र भंडारी के दो बयानों के विरोधाभास पर लोग चुटकी ले रहे हैं. कांग्रेस इसे विश्वासघात बता रही है. कुल मिलाकर कहें तो राजेंद्र भंडारी के दल बदल से सियासत और सोशल मीडिया दोनों हाई है.

rajendra bhandari memes viral
दिल्ली में भाजपाई हुये राजेंद्र भंडारी
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Mar 18, 2024, 6:36 PM IST

Updated : Mar 19, 2024, 4:26 PM IST

दिल्ली में भाजपाई हुए राजेंद्र भंडारी, जानें 20 घंटों की कहानी.

देहरादून: देशभर में लोकसभा चुनाव का बिगुल बज गया है. चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीखों की ऐलान कर दिया है. तारीखों के ऐलान के साथ ही उत्तराखंड कांग्रेस में भगदड़ मच गई है. आए दिन उत्तराखंड कांग्रेस के बड़े नेता इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम रहे हैं. ताजा मामला बदरीनाथ विधानसभा का है. यहां से विधायक रहे राजेंद्र भंडारी ने अचानक ही कांग्रेस को झटका देते हुए दिल्ली में बीजेपी का दामन थाम लिया है. जिसके बाद उनके एक दिन पुराने बयान ही जमकर सुने-पढ़े जा रहे हैं.

बीजेपी का दामन थामने से पहले 16 मार्च 2024 को राजेंद्र भंडारी, गढ़वाल लोकसभा से कांग्रेस कैंडिडेड गणेश गोदियाल के पक्ष में प्रचार कर रहे थे. इस दौरान राजेंद्र भंडारी ने जमकर बीजेपी सरकार पर हमला बोला. इस दौरान मंच से राजेंद्र भंडारी ने कहा था, 'उनके बारे में चर्चा चल रही है कि वह बीजेपी में जा रहे हैं. अपने भाषण में राजेंद्र भंडारी ने जनता को सफाई देते हुए कहा जब तक जिएंगे कांग्रेस के साथ जिएंगे'. अपने इस आक्रामक भाषण के 20 घंटे बाद ही राजेंद्र भंडारी ने दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में बीजेपी ज्वाइन कर ली. इस दौरान राजेंद्र भंडारी उन्ही कपड़ों में नजर आए जिसमें वो गणेश गोदियाल के पक्ष में वोटिंग के लिए अपील कर रहे थे. ऐसे में राजेंद्र भंडारी के बीजेपी में शामिल होने के बाद सोशल मीडिया पर भी मीम्स की बाढ़ आ गई है. कोई राजेंद्र भंडारी के कपड़ों पर कमेंट कर रहा है तो कोई राजेंद्र की विचारधारा बदलने पर मजे ले रहा है.वहीं, कुछ मीमर्स राजेंद्र भंडारी की इस ज्वाइनिंग को बीजेपी की वॉशिंग मशीन से जोड़कर देख रहे हैं.

क्या था घटनाक्रम: 16 मार्च को गणेश गोदियाल के समर्थन में पौड़ी क्षेत्र में जनसभा हो रही थी. मंच पर पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी, पूर्व विधायक मनोज रावत लोकसभा प्रत्याशी गणेश गोदियाल वर्तमान जिले और पौड़ी गढ़वाल लोकसभा के बड़े छोटे नेता शामिल थे. बारी-बारी से हर कोई गणेश गोदियाल के समर्थन में जनता को संबोधित कर रहा था. इसी बीच पौड़ी गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस के एकमात्र विधायक राजेंद्र भंडारी भी जनता को संबोधित किया. उन्होंने अपने चितपरिचित अंदाज में जनता से संवाद किया.

बीजेपी में जाने से चंद घंटे पहले कहे थे ये शब्द: प्रोटोकॉल के तहत राजेंद्र भंडारी बारी-बारी से तमाम कांग्रेस के नेताओं का नाम लेते हैं. आगे राजेंद्र भंडारी कहते हैं कि सामने बीजेपी है. बीजेपी इस वक्त धनबल से बेहद मजबूत है, लेकिन, हमें इस बात का ध्यान रखना है कि हम दौड़ेंगे भागेंगे भूखे रहेंगे और कांग्रेस को जिताकर रहेंगे. अनिल बलूनी पर कटाक्ष करते हुए वह कहते हैं, 'कोई दिल्ली से आकर यहां पर चुनाव लड़ रहा है, तो कोई यही का व्यक्ति चुनाव मैदान में खड़ा है, ऐसे में आप सभी को यह देखना है कि कौन कैसा उम्मीदवार है'. कांग्रेस के समर्थन में जनता को संबोधित करने के बाद राजेंद्र भंडारी कहते हैं, 'कुछ दिनों से यह बातचीत चल रही है कि राजेंद्र भंडारी बीजेपी में जा रहा हैं. राजेंद्र भंडारी ही नहीं उसकी पत्नी भी बीजेपी में जा रही हैं. रोजाना सोशल मीडिया पर और इधर-उधर से यह खबरें आती रहती हैं, लेकिन मैं जनता को यह कह देना चाहता हूं कि मैं जब तक राजनीति में हूं और जब तक जिंदा हूं तब तक कांग्रेस में रहूंगा. मैंने आज तक कोई चोरी या घोटाला नहीं किया इसलिए मैं डरता नहीं हूं'. पौड़ी गढ़वाल क्षेत्र में इस संबोधन के बाद राजेंद्र भंडारी सीधे दिल्ली के लिए रवाना हो जाते हैं.


लोग बोले कपड़ों से पहले बदली विचारधारा: दिल्ली रवाना होने के बाद उनको तब लोग देखते हैं जब वह भाजपा मुख्यालय में पहुंचकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पौड़ी लोकसभा प्रत्याशी अनिल बलूनी और मंत्री पीयूष गोयल के साथ खड़े होकर भाजपा ज्वाइन कर लेते हैं. उनके हाथ में एक पेपर होता है. पेपर पढ़कर वह पूरा बयान देते हैं. इस दौरान राजेंद्र भंडारी कहते हैं, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी देश का विकास कर रही है. वह इस यात्रा में एक छोटा सा कार्यकर्ता बनकर बीजेपी के लिए काम करेंगे. वह बीजेपी में किसी भी लालच या किसी पद के लिए नहीं आए हैं. वो पूरी जान लगाकर मन लोकसभा प्रत्याशी को जीताने के लिए दिन-रात काम करेंगे'. गले में बीजेपी का पटका पहनने के बाद वह बीजेपी की सदस्यता ले लेते हैं. राजेंद्र भंडारी के बीजेपी में जाने के बाद सोशल मीडिया पर उनके बयान खूब वायरल हो रहे हैं. खासकर वो बयान जिसमें भंडारी कुछ घंटे पहले ही बीजेपी को बुरा भला कहते सुनाई दे रहे हैं.

राजेंद्र भंडारी के बीजेपी में जाने को लेकर लोकसभा उम्मीदवार गणेश गोदियाल भी हैरान हैं. गणेश गोदियाल कहते हैं, ' मुझे बड़ी हैरानी हुई कि जो मेरे भाई राजेंद्र भंडारी 16 तारीख की शाम तक मेरे साथ घूम रहे थे वह 17 तारीख की अगली सुबह दिल्ली में बैठकर बीजेपी में शामिल हो जाते हैं. मुझे बेहद दुख है कि कोई ऐसा कैसे कर सकता है. यह मेरे साथ धोखा नहीं यह गढ़वाल की जनता के साथ धोखा है. मैं अपने चुनाव प्रचार में आम कार्यकर्ताओं को लेकर चल रहा हूं. राजेंद्र भंडारी ने बदरीनाथ की आम जनता और आम कार्यकर्ता के साथ धोखा किया है'.

राजेंद्र भंडारी की पत्नी पर लगे थे ये आरोप: बता दें कि, राजेंद्र भंडारी के दल बदलते ही सदस्यता चभी ली गई है. खास बात ये भी है कि राजेंद्र भंडारी की पत्नी रजनी भंडारी को बीते महीने जिला अध्यक्ष पद से इसलिए हटा दिया गया. उनके ऊपर निविदा में गड़बड़ी के आरोप थे, जिसके कारण उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था. हालांकि, बाद में उन्हें बहाल कर दिया गया था. पंचायती राज्य सचिव हरिश्चंद्र सेमवाल ने गढ़वाल मंडल कमिश्नर की जांच के आधार पर जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी को हटाने का आदेश दिया था. उस समय आदेश में कहा था कि पंचायत अध्यक्ष पद पर रहते हुए रजनी भंडारी ने नंदा देवी राजजात यात्रा के लिए पर्यटन विभाग की तरफ से दी गई धनराशि में जो काम किए जाने थे, उनके लिए निविदा आमंत्रित की लेकिन न्यूनतम बोलीदाता की बजाय अधिक बजट देने वाले बोलीदाता को टेंडर दिया.

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दिल्ली में भाजपाई हुए राजेंद्र भंडारी, जानें 20 घंटों की कहानी.

देहरादून: देशभर में लोकसभा चुनाव का बिगुल बज गया है. चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीखों की ऐलान कर दिया है. तारीखों के ऐलान के साथ ही उत्तराखंड कांग्रेस में भगदड़ मच गई है. आए दिन उत्तराखंड कांग्रेस के बड़े नेता इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम रहे हैं. ताजा मामला बदरीनाथ विधानसभा का है. यहां से विधायक रहे राजेंद्र भंडारी ने अचानक ही कांग्रेस को झटका देते हुए दिल्ली में बीजेपी का दामन थाम लिया है. जिसके बाद उनके एक दिन पुराने बयान ही जमकर सुने-पढ़े जा रहे हैं.

बीजेपी का दामन थामने से पहले 16 मार्च 2024 को राजेंद्र भंडारी, गढ़वाल लोकसभा से कांग्रेस कैंडिडेड गणेश गोदियाल के पक्ष में प्रचार कर रहे थे. इस दौरान राजेंद्र भंडारी ने जमकर बीजेपी सरकार पर हमला बोला. इस दौरान मंच से राजेंद्र भंडारी ने कहा था, 'उनके बारे में चर्चा चल रही है कि वह बीजेपी में जा रहे हैं. अपने भाषण में राजेंद्र भंडारी ने जनता को सफाई देते हुए कहा जब तक जिएंगे कांग्रेस के साथ जिएंगे'. अपने इस आक्रामक भाषण के 20 घंटे बाद ही राजेंद्र भंडारी ने दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में बीजेपी ज्वाइन कर ली. इस दौरान राजेंद्र भंडारी उन्ही कपड़ों में नजर आए जिसमें वो गणेश गोदियाल के पक्ष में वोटिंग के लिए अपील कर रहे थे. ऐसे में राजेंद्र भंडारी के बीजेपी में शामिल होने के बाद सोशल मीडिया पर भी मीम्स की बाढ़ आ गई है. कोई राजेंद्र भंडारी के कपड़ों पर कमेंट कर रहा है तो कोई राजेंद्र की विचारधारा बदलने पर मजे ले रहा है.वहीं, कुछ मीमर्स राजेंद्र भंडारी की इस ज्वाइनिंग को बीजेपी की वॉशिंग मशीन से जोड़कर देख रहे हैं.

क्या था घटनाक्रम: 16 मार्च को गणेश गोदियाल के समर्थन में पौड़ी क्षेत्र में जनसभा हो रही थी. मंच पर पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी, पूर्व विधायक मनोज रावत लोकसभा प्रत्याशी गणेश गोदियाल वर्तमान जिले और पौड़ी गढ़वाल लोकसभा के बड़े छोटे नेता शामिल थे. बारी-बारी से हर कोई गणेश गोदियाल के समर्थन में जनता को संबोधित कर रहा था. इसी बीच पौड़ी गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस के एकमात्र विधायक राजेंद्र भंडारी भी जनता को संबोधित किया. उन्होंने अपने चितपरिचित अंदाज में जनता से संवाद किया.

बीजेपी में जाने से चंद घंटे पहले कहे थे ये शब्द: प्रोटोकॉल के तहत राजेंद्र भंडारी बारी-बारी से तमाम कांग्रेस के नेताओं का नाम लेते हैं. आगे राजेंद्र भंडारी कहते हैं कि सामने बीजेपी है. बीजेपी इस वक्त धनबल से बेहद मजबूत है, लेकिन, हमें इस बात का ध्यान रखना है कि हम दौड़ेंगे भागेंगे भूखे रहेंगे और कांग्रेस को जिताकर रहेंगे. अनिल बलूनी पर कटाक्ष करते हुए वह कहते हैं, 'कोई दिल्ली से आकर यहां पर चुनाव लड़ रहा है, तो कोई यही का व्यक्ति चुनाव मैदान में खड़ा है, ऐसे में आप सभी को यह देखना है कि कौन कैसा उम्मीदवार है'. कांग्रेस के समर्थन में जनता को संबोधित करने के बाद राजेंद्र भंडारी कहते हैं, 'कुछ दिनों से यह बातचीत चल रही है कि राजेंद्र भंडारी बीजेपी में जा रहा हैं. राजेंद्र भंडारी ही नहीं उसकी पत्नी भी बीजेपी में जा रही हैं. रोजाना सोशल मीडिया पर और इधर-उधर से यह खबरें आती रहती हैं, लेकिन मैं जनता को यह कह देना चाहता हूं कि मैं जब तक राजनीति में हूं और जब तक जिंदा हूं तब तक कांग्रेस में रहूंगा. मैंने आज तक कोई चोरी या घोटाला नहीं किया इसलिए मैं डरता नहीं हूं'. पौड़ी गढ़वाल क्षेत्र में इस संबोधन के बाद राजेंद्र भंडारी सीधे दिल्ली के लिए रवाना हो जाते हैं.


लोग बोले कपड़ों से पहले बदली विचारधारा: दिल्ली रवाना होने के बाद उनको तब लोग देखते हैं जब वह भाजपा मुख्यालय में पहुंचकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पौड़ी लोकसभा प्रत्याशी अनिल बलूनी और मंत्री पीयूष गोयल के साथ खड़े होकर भाजपा ज्वाइन कर लेते हैं. उनके हाथ में एक पेपर होता है. पेपर पढ़कर वह पूरा बयान देते हैं. इस दौरान राजेंद्र भंडारी कहते हैं, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी देश का विकास कर रही है. वह इस यात्रा में एक छोटा सा कार्यकर्ता बनकर बीजेपी के लिए काम करेंगे. वह बीजेपी में किसी भी लालच या किसी पद के लिए नहीं आए हैं. वो पूरी जान लगाकर मन लोकसभा प्रत्याशी को जीताने के लिए दिन-रात काम करेंगे'. गले में बीजेपी का पटका पहनने के बाद वह बीजेपी की सदस्यता ले लेते हैं. राजेंद्र भंडारी के बीजेपी में जाने के बाद सोशल मीडिया पर उनके बयान खूब वायरल हो रहे हैं. खासकर वो बयान जिसमें भंडारी कुछ घंटे पहले ही बीजेपी को बुरा भला कहते सुनाई दे रहे हैं.

राजेंद्र भंडारी के बीजेपी में जाने को लेकर लोकसभा उम्मीदवार गणेश गोदियाल भी हैरान हैं. गणेश गोदियाल कहते हैं, ' मुझे बड़ी हैरानी हुई कि जो मेरे भाई राजेंद्र भंडारी 16 तारीख की शाम तक मेरे साथ घूम रहे थे वह 17 तारीख की अगली सुबह दिल्ली में बैठकर बीजेपी में शामिल हो जाते हैं. मुझे बेहद दुख है कि कोई ऐसा कैसे कर सकता है. यह मेरे साथ धोखा नहीं यह गढ़वाल की जनता के साथ धोखा है. मैं अपने चुनाव प्रचार में आम कार्यकर्ताओं को लेकर चल रहा हूं. राजेंद्र भंडारी ने बदरीनाथ की आम जनता और आम कार्यकर्ता के साथ धोखा किया है'.

राजेंद्र भंडारी की पत्नी पर लगे थे ये आरोप: बता दें कि, राजेंद्र भंडारी के दल बदलते ही सदस्यता चभी ली गई है. खास बात ये भी है कि राजेंद्र भंडारी की पत्नी रजनी भंडारी को बीते महीने जिला अध्यक्ष पद से इसलिए हटा दिया गया. उनके ऊपर निविदा में गड़बड़ी के आरोप थे, जिसके कारण उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था. हालांकि, बाद में उन्हें बहाल कर दिया गया था. पंचायती राज्य सचिव हरिश्चंद्र सेमवाल ने गढ़वाल मंडल कमिश्नर की जांच के आधार पर जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी को हटाने का आदेश दिया था. उस समय आदेश में कहा था कि पंचायत अध्यक्ष पद पर रहते हुए रजनी भंडारी ने नंदा देवी राजजात यात्रा के लिए पर्यटन विभाग की तरफ से दी गई धनराशि में जो काम किए जाने थे, उनके लिए निविदा आमंत्रित की लेकिन न्यूनतम बोलीदाता की बजाय अधिक बजट देने वाले बोलीदाता को टेंडर दिया.

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Last Updated : Mar 19, 2024, 4:26 PM IST
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