जयपुर. लोकसभा चुनाव के तहत प्रथम चरण में प्रदेश की 12 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों की किस्मत जनता ने ईवीएम में बंद कर दिया है. पहले चरण की सभी सीटों पर मतदान पूरे उत्साह के साथ संपन्न हुआ. पहले चरण में 57.87 प्रतिशत मतदान हुआ है. वहीं, अब तक के आंकड़ों के मुताबिक सर्वाधिक मतदान गंगानगर लोकसभा सीट पर हुआ है, जबकि सबसे कम मतदान करौली-धौलपुर सीट पर हुआ है. नागौर, चूरू में छिटपुट घटनाओं को छोड़कर सभी जगह मतदान शांतिपूर्ण रहा है.
प्रथम चरण में गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझूनू, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर शहर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा, नागौर लोकसभा सीट के लिए मतदान सुबह 7 बजे से शुरू हुआ. मतदान का समय शाम को 6 बजे समाप्त होने के बाद भी अधिकतर लोकसभा सीटों के कई बूथों पर मतदाताओं की कतारें लगी रही. ऐसे में मतदान समाप्त होने से पहले जो मतदाता कतार में लग गए, उन्होंने मताधिकार का प्रयोग किया है. प्रदेश की सभी 12 सीटों पर पूरे दिन उत्साह से चले मतदान के बीच जनता ने 114 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला कर दिया है. सभी प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो चुकी है. सभी सीटों के परिणाम 4 जून को मतगणना में जारी होंगे.
दिन में यूं चढ़ता रहा मतदान का पारा : राजस्थान में 12 लोकसभा सीटों पर मतदान का पारा पोलिंग शुरू होने के साथ ही लगातार चढ़ता रहा. तेज गर्मी के बीच भी सभी सीटों पर मतदाताओं का उत्साह देखते ही बन रहा था. सुबह 7 बजे मतदान शुरू होने के बाद शुरुआती दो घंटे में प्रदेश में 10.67 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. वहीं, सुबह 11 बजे 22.51 प्रतिशत मतदान हुआ. दोपहर 1 बजे 33.73 और 3 बजे 41.51 प्रतिशत मतदान हुआ. वहीं, शाम को 5 बजे तक प्रदेश में 50.27 प्रतिशत मतदान हुआ. 5 बजे मतदान के आंकड़ों के मुताबिक गंगानगर में 60.39 प्रतिशत, बीकानेर में 48.87, चूरु में 56.52, झुंझुनू में 44.97 प्रतिशत मतदान हुआ है. वहीं, सीकर में 48.85, जयपुर ग्रामीण में 48.67 प्रतिश, जयपुर शहर में 56.57, अलवर में 53.31, भरतपुर में 45.48 प्रतिशत और करौली-धौलपुर में 42.53 प्रतिशत मतदान हुआ है. वहीं, दौसा लोकसभा सीट पर 45.63 व नागौर में 49.92 प्रतिशत मतदान हुआ है. 12 लोकसभा सीटों में सर्वाधिक मतदान गंगानगर में 60.29 प्रतिशत हुआ है, वहीं, सबसे कम करौली-धौलपुर में 42.53 प्रतिशत मतदान हुआ है.
नेताओं से लेकर आमजन में दिखा उत्साह : प्रदेश में 12 लोकसभा सीटों पर मतदान का उत्साह हर किसी में नजर आया. सुबह मतदान शुरू होने के साथ ही विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से लेकर आमजन तक पूरे उत्साह से मतदान केंद्र पर पहुंचे. जयपुर में सीएम भजनलाल शर्मा ने पत्नी संग मतदान किया. वहीं, राज्यपाल कलराज मिश्र, कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा, उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी, केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, प्रताप सिंह खाचरियावास समेत कई नेता मतदान केंद्रों पर पहुंचकर लाइन में लगे और मतदान किया. इसी प्रकार आम मतदाताओं में भी खासा उत्साह देखने को मिला. मतदान केंद्रों पर युवाओं से लेकर बुजुर्ग मतदाताओं ने पूरे जोश के साथ मतदान किया.
नागौर, चूरू में दो गुट भिड़े : राजस्थान की 12 लोकसभा सीटों पर मतदान के दौरान कुछ स्थानों पर छिटपुट घटनाएं भी देखने को मिली हैं. नागौर में आरएलपी और बीजेपी के समर्थक आपस में भिड़ गए. इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ता तेजपाल मिर्धा पत्थर लगने से घायल हो गए. वहीं, चूरू में बोगस वोट डालने से रोकने पर पोलिंग एजेंट का सिर फोड़ने का मामला सामने आया है.
कई जगह मतदान का हुआ बहिष्कार : राजस्थान की 12 लोकसभा सीटों पर हुए मतदान के दौरान कई जगह मतदान के बहिष्कार की खबरें भी सामने आई हैं. हालांकि, कुछ जगह समझाइश के बाद ग्रामीणों ने मतदान किया है. सुबह भरतपुर के दो गांवों में मतदान के बहिष्कार की खबर आई थी, जहां समझाइश के बाद ग्रामीणों ने मतदान किया. वहीं, धौलपुर में सड़क की समस्या को लेकर ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया, वहां भी अधिकारी समझाइश करते रहे. इसी प्रकार झुंझुनू के पिलानी की बनगोठड़ी कला में पानी की मांग को लेकर ग्रामीणों ने मतदान के बहिष्कार का ऐलान किया था. यहां शाम को 5 बजे तक एक भी वोट नहीं पड़ा. वहीं, जयपुर ग्रामीण के बस्सी स्थित पालावाला जाटान में भी एक भी वोट नहीं पड़ा. ग्रामीणों ने 10वीं बार मतदान का बहिष्कार किया. यहां मतदान केंद्र पर दिनभर मतदानकर्मी वोटरों का इंतजार करते रहे. ग्रामीणों ने कहा जब तक हमारी मांग नही मानेंगे तब तक मतदान नहीं करेंगे.
पोलिंग बूथ पर मधुमक्खियों ने किया हमला : नागौर के के एक मतदान केंद्र पर मधुमक्खियां के हमले से अफरा-तफरी मच गई, मधुमक्खियों के हमले में करीब एक दर्जन से अधिक लोग घायल हुए. इससे वहां पर मतदान में भी प्रभाव पड़ा. हालांकि, कुछ देर के बाद मतदान दोबारा शुरू हो गया.
प्रवासी भारतीय भी पहुंचे वोट देनेः राजस्थान में प्रथम चरण के मतदान में भाग लेने के लिए विदेश में बसे प्रवासी भारतीय भी पहुंचे. जयपुर में इंगलैंड, जर्मनी, दुबई में रहने वाले कई प्रवासी भारतीय पहुंचे और मतदान किया.
इन नेताओं की सीट पर सबकी नजर : प्रथम चरण का मतदान संपन्न हो चुका है. इस चरण में अलवर में भाजपा के भूपेंद्र यादव, बीकानेर में अर्जुनराम मेघवाल, जयपुर में प्रताप सिंह खाचरियावास, दौसा में मुरारीलाल मीणा, नागौर में ज्योति मिर्धा व हनुमान बेनीवाल, चूरू में राहुल कस्वां व देवेंद्र झाझड़िया, सीकर में सुमेधानंद सरस्वती की साख इस चुनाव में दांव पर लगी है. वहीं, सीएम भजनलाल के गृह जिले भरतपुर पर भी सभी की निगाहें टिकी हुई है.
सीपी जोशी ने मतदाताओं का जताया आभार : बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि लोकतंत्र में जनता ही मालिक है और आज मालिक ने सेवक चुनने का अपना निर्णय दे दिया है. राजस्थान तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को चुनने की दिशा में आगे बढ़ा है. लोकसभा के प्रथम चरण में प्रदेश की जनता ने जिस उत्साह से मतदान किया है, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश की सभी 25 सीटों पर कमल खिलेगा. ये प्रदेश की जनता का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विश्वास और विकसित भारत के सपने का साकार करने की दिशा में बढ़ाया गया पहला कदम साबित होगा. आज लोकतंत्र के अनुष्ठान में जिस प्रकार आमजन ने आगे आकर बड़ी संख्या में मतदान किया है, उसके लिए प्रदेश की जनता का कोटि-कोटि आभार.
सीएम की गृह जिले में कम हुआ मतदान : मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के गृह जिले भरतपुर के मतदाता ने मतदान में कम रुचि दिखाते हुए गत चुनाव की तुलना में करीब 6.28% कम मतदान किया. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में जहां 58.97% मतदान हुआ था, वहीं इस बार के चुनाव में महज 52.69% मतदान हुआ है. लोकसभा क्षेत्र की 7 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत गिरा है. वहीं. मेवात क्षेत्र के कामां के मतदाताओं ने गत चुनाव की तुलना में 2% अधिक मतदान कर चौंका दिया. अब देखना यह है कि 4 जून को किस के सिर पर ताज सजेगा. वहीं, करौली-धौलपुर संसदीय क्षेत्र में वोटिंग का परसेंटेज भी काफी कम रहा है. करौली धौलपुर संसदीय क्षेत्र का मतदान 47.18 प्रतिशत रहा. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव 55.02 की तुलना में 7.84 कम प्रतिशत रहा है.
12,680 मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग से निगरानी : मुख्य चुनाव अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि इन क्षेत्रों के 12,680 मतदान केन्द्रों पर मतदान प्रक्रिया की लाइव वेब कास्टिंग करवाई गई. रिटर्निंग अधिकारी, जिला एवं राज्य स्तर पर और भारत निर्वाचन आयोग के स्तर पर वेब कास्टिंग की मॉनटरिंग की गई. संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर पर्याप्त संख्या में केन्द्रीय पुलिस बल और माइक्रो ऑब्जर्वर लगाए गए, सभी मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं के सुविधा को ध्यान में रखते हुए रैम्प, पीने के पानी, छाया, व्हीलचेयर और बुजुर्ग मतदाताओं के लिए वाहन सहित अन्य व्यवस्थाएं की गईं। साथ ही, मतदाताओं की सहायता के लिए हर मतदान केन्द्र पर वॉलन्टियर्स तैनात किए गए.