जोधपुर. पुलिस कमिश्नररेट के बनाड़ थाना क्षेत्र के गांव नांदडा खुर्द में बुधवार दोपहर बाद ट्रिपल मर्डर हुआ. मरने वाले सभी एक ही परिवार की हैं. इनमें नानी और दो नातिन शामिल हैं, जबकि बेटी अस्पताल में भर्ती है. इस हत्याकांड से इलाके में सनसनी फैल गई. पुलिस इसे ब्लाइंड मर्डर केस मान रही है. घटना की जानकारी मिलने के बाद डीसीपी ईस्ट आलोक श्रीवास्तव और अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और एफएसएल की टीम को बुलाकर साक्ष्य जुटाए गए. पुलिस आसपास के लोगों से जानकारी जुटा रही है. इस घटना के पीछे प्रथम दृष्टया घरेलू विवाद बताया जा रहा है.
पुलिस ने बताया कि नांदडा खुर्द निवासी मंगीलाल कुडिया की बेटी संतोष पत्नी किशनाराम तीन-चार दिनों से मायके आई हुई थी. बुधवार दोपहर संतोष, उसकी मां भंवरी देवी और संतोष की दो बेटियां भावना और लक्षिता घर पर थीं. इस दौरान किसी ने घर में घुसकर कुल्हाड़ी से सबसे पहले भंवरी देवी के सिर परवार किया, जिससे वह मौके पर ही ढेर हो गई. संतोष के भी सिर पर वार किया गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई. हमलावर ने दोनों मासूम बेटियों को घर में बने पानी के टांके में डुबोकर मार दिया.
डीसीपी आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि करीब 5:00 बजे पुलिस को इस घटना की जानकारी मिली, जिसके बाद वे यहां मौके पर पहुंचे. मौके पर लूट या डकैती को लेकर हत्या करने के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं. पुलिस ने बताया कि जिस परिसर में हत्या हुई है, वहां पर मांगीलाल के दो पुत्र पुखराज और अशोक रहते हैं. पुखराज के घर में यह घटना घटित हुई है. परिजनों से भी पुलिस जानकारी जुटा रही है. इसके अलावा पुलिस का डॉग स्क्वायड भी घटनास्थल और आसपास के इलाकों में खोजबीन कर रहा है. इधर पुलिस जब सबों को अस्पताल ले जाने के लिए तैयारी कर रही थी तो परिजनों ने टोका-टाकी करना शुरू कर दी. हत्या के खुलासे की मांग करने लगे. इस पर डीसीपी ने लोगों से समझाइश करते हुए कहा कि हम जांच करेंगे तो ही खुलासा होगा और 7 दिन में हम हत्याकांड का पर्दाफाश कर देंगे.
कई अहम सवाल जिनके जवाब जरूरी : पुखराज के घर में हत्याकांड हुआ. उससे कुछ दूरी पर खेत में अशोक रहता है, लेकिन किसी ने भी हत्याकांड को होते हुए नहीं देखा? परिजनों ने अंदेशा जताया कि लूट के इरादा से किसी ने घर में घुसकर हत्या की है, लेकिन मौके से पुलिस को ऐसे कोई साक्ष्य नहीं मिले. घटना के बाद हत्यारा मौके से भाग गया और किसी ने भी उसे आते-जाते नहीं देखा. पुलिस को लोगों का पूरा सहयोग नहीं मिल रहा है.
पोती बन सकती है अहम कड़ी : जिस समय हत्यारे ने भंवरी देवी और संतोष पर कुल्हाड़ी से वार किए, उस दौरान भंवरी देवी की पोती अनिश्का भी वहां मौजूद थी. उस पर हत्यारे ने वार नहीं किया. ऐसे में पुलिस के लिए वह अहम कड़ी साबित हो सकती है. उससे कुछ जानकारियां मिली भी हैं. पुलिस पोस्टमार्टम और शवों के अंतिम संस्कार तक अपनी पड़ताल पूरी कर खुलासा कर सकती है.
ऑपरेशन कर निकाली गई संतोष के सिर में धंसी कुल्हाड़ी : ऐसा अंदेशा है कि हत्यारे ने कुल्हाड़ी से भंवरी देवी की हत्या करने के बाद संतोष पर वार किया था, लेकिन कुल्हाड़ी संतोष के सिर में ही धंसी रह गई. संभवत संतोष को मृत समझ कर उसने कुल्हाड़ी नहीं निकाली. उसकी बेटियों को टांके में डूबो कर मारने बाद हत्यारा वहां से भाग गया. संतोष को एमडीएम अस्पताल के न्यूरो सर्जरी विभाग में भर्ती किया गया, जहां रात को विभाग अध्यक्ष डॉक्टर सुनील गर्ग ने उसके सिर में धंसी कुल्हाड़ी निकालने का ऑपरेशन किया. कुल्हाड़ी निकालने के बाद उसे आईसीयू में शिफ्ट किया गया है.