श्रीनगर: इन दिनों श्रीनगर गुलदारों की धमक से हलकान है. यहां सुबह से लेकर देर रात तक विभिन्न इलाकों में गुलदारों की चहल कदमी से लोग डरे हुए हैं. एक अनुमान के मुताबिक, श्रीनगर के आसपास एक दर्जन से ज्यादा गुलदार होने की संभावना जताई जा रही है. इसको देखते हुए वन विभाग भी अलर्ट मोड पर है. वहीं, वन विभाग ने सर्च ऑपरेशन को आगे बढ़ाते हुए स्पेशल डॉग स्क्वाड को श्रीनगर बुला लिया है. जिसकी कमान स्निफर डॉग रानी (Sniffer Dog Rani) कर रही है.
वन विभाग ट्रैप कैमरे और 5 ज्यादा पिंजरे लगाकर गुलदारों को पकड़ने की कोशिश में जुटा है. एक कोशिश में विभाग को सफलता भी मिली है. जब बीती 10 फरवरी की रात हाइडिल कॉलोनी के पास पिंजरे में एक गुलदार फंस गया. जिसे नागदेव रेंज ले जाया गया है. बाकी घूम रहे गुलदारों को पकड़ने के लिए वन अफसर और वनकर्मी जमकर पसीना बहा रहे हैं. वहीं, अब गुलदारों को पकड़ने के लिए स्पेशल डॉग स्क्वाड की मदद ली जा रही है.
सर्च ऑपरेशन में जुटी रानी: दरअसल, राजाजी टाइगर रिजर्व की चीला रेंज की स्निफर डॉग रानी 11 फरवरी की रात श्रीनगर पहुंची. जहां उसने श्रीनगर के विभिन्न इलाकों का मुआयना किया. जहां-जहा रानी गई, वहां-वहां वन विभाग की पूरी टीम उसके पीछे-पीछे जाती रही. रानी लगातार सर्च ऑपरेशन में लगी हुई है. गुलदार की गंध को महसूस करते हुए रानी श्रीनगर के चप्पे-चप्पे में घूम रही है.
कई वन तस्करों को पकड़ने में कर चुकी है मदद: बता दें कि कुछ महीने पहले रानी ने राजाजी नेशनल पार्क से खोए हुए हाथी को भी ढूंढ निकाला था. इसके अलावा वन तस्करों पर भी रानी की निगाहें बनी रहती है. रानी साल 2016 से वन विभाग में अपनी सेवाएं दे रही है. रानी अपने काबिलियत की वजह से बड़े-बड़े वन तस्करों को जेल की हवा खिला चुकी है. फिलहाल, रानी श्रीनगर में रहकर गुलदारों को सर्च करती रहेगी.
9 सालों से वन विभाग में सेवाएं दे रही रानी: रानी के हैंडलर लोकेश कुमार ने बताया कि रानी जर्मन शेफर्ड प्रजाति की स्वान है. जो पिछले 9 सालों से वन विभाग में अपनी सेवाएं दे रही है. जो फिलहाल राजाजी नेशनल पार्क के चीला रेंज में तैनात है. उन्होंने आगे बताया कि रानी वन विभाग के बडे से बड़े ऑपरेशन में हिस्सा लेती है. साथ ही विभाग के कार्यों को लीड करती है. रानी ने कई बार वन और वन्यजीव तस्करों को पकड़ने में वन विभाग की टीम मदद की है.
रानी के लिए वन विभाग से जारी होता है बजट: रानी के दूसरे हैंडलर इरफान ने बताया कुछ महीने पहले राजाजी में एक हाथी जंगल में खो गया था. जिसको खोजने में रानी में अहम भूमिका निभाई थी. उन्होंने बताया कि रानी के लिए विभाग की ओर से बजट भी दिया जाता है. जिससे रानी के स्वास्थ्य सेवाओं, खाने पीने का उचित व्यवस्था की जाती है. हाल ही में रानी का ऑपरेशन भी करवाया गया था.
वहीं, पौड़ी के नागदेव रेंज के रेंजर ललित मोहन नेगी ने बताया कि रानी को स्पेशल राजाजी से बुलाया गया है. गुलदार के सर्च ऑपरेशन में रानी की मदद ली जा रही है. गौर हो कि बीती 3 फरवरी की शाम को खिर्सू ब्लॉक के ग्वाड़ गांव में अंकित (उम्र 11 वर्ष) को गुलदार ने मार डाला था. इस घटना के 12 घंटे बाद यानी 4 फरवरी की देर शाम श्रीनगर के हाइडिल कॉलोनी में भी अयान (उम्र 4 वर्ष) को गुलदार ने अपना निवाला बना लिया था. जिसके बाद से ही श्रीनगरवासी दहशत में जी रहे हैं.
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