मुंबई: मनसे प्रमुख राज ठाकरे और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात की. चर्चा है कि राज ठाकरे ने एनडीए में शामिल होने को लेकर चर्चा की. लोकसभा चुनाव की घोषणा भले ही हो चुकी है, लेकिन सीटों के बंटवारे का पेंच अब तक नहीं सुलझ पाया है. महा विकास अघाड़ी और महायुती में इस बात पर चर्चा चल रही है कि कौन किसके साथ और कहां से चुनाव लड़ेगा. ऐसे में राज ठाकरे को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है.
राज्य में शिंदे-फडणवीस सरकार के सत्ता में आने के बाद से ही मनसे और भाजपा के बीच गठबंधन की चर्चा जोरों पर शुरू हो गई थी. अब जब लोकसभा चुनाव हैं तो इन चर्चाओं को और बल मिल गया है. इन सबके बीच एमएनएस अध्यक्ष राज ठाकरे और एमएनएस के युवा नेता अमित ठाकरे (राज ठाकरे के बेटे) दिल्ली दरबार में दाखिल हो गए हैं. इसीलिए राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि एमएनएस और राजग (NDA) के बीच गठबंधन होगा. पिछले कुछ दिनों से बीजेपी और शिंदे गुट के नेताओं की ओर से भी ऐसे संकेत मिल रहे थे.
एमएनएस अध्यक्ष राज ठाकरे और अमित ठाकरे दिल्ली पहुंच गए हैं. बताया जा रहा है कि वह बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे. चर्चा है कि मनसे को महायुति से लोकसभा की दो से तीन सीटें मिलने की उम्मीद है. हालांकि सवाल यह है कि यह कितना संभव है. प्रारंभिक जानकारी मिल रही है कि मनसे नेता मुंबई दक्षिण लोकसभा क्षेत्र के लिए जोर दे रहे हैं. चर्चा है कि मनसे नेता बाला नंदगांवकर को मुंबई दक्षिण से टिकट मिल सकती है.
मार्च के पहले हफ्ते में नासिक में मनसे का वार्षिकोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया था. उस वक्त भी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को उम्मीद थी कि राज ठाकरे लोकसभा को लेकर अपना पक्ष रखेंगे. हालांकि, राज ठाकरे ने ये कहकर कई सवाल खड़े कर दिए कि मुझे जो भी कहना है वो मुंबई की गुड़ीपड़वा सभा से कहूंगा. तो क्या उस समय की खामोशी अब दिल्ली में बंद दरवाजों के पीछे होने वाली चर्चाओं के लिए नहीं थी? ऐसा सवाल राजनीतिक गलियारों में सुनने को मिलता है.
उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले इस समय दिल्ली में हैं. इसलिए दिल्ली दरबार की ओर से लोकसभा चुनाव के लिए एमएनएस को महागठबंधन में शामिल करने का अहम फैसला लिया जा सकता है. राज ठाकरे दिल्ली में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे. जानकारी है कि राज ठाकरे बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ भी बैठक करेंगे.
अब राजनीतिक गलियारों की नजर इस बात पर है कि बीजेपी की ओर से राज ठाकरे को कौन सी सीट दी जाएगी. अब तक कई बीजेपी नेता राज ठाकरे के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात कर चुके हैं लेकिन इन बैठकों के अलावा दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन को लेकर कोई ठोस बात नहीं हुई. हालांकि, कार्यकर्ताओं को उम्मीद है कि लोकसभा चुनाव के मौके पर बीजेपी-एमएनएस गठबंधन मूर्त रूप ले सकता है.
दक्षिण मुंबई लोकसभा क्षेत्र मनसे के लिए छोड़े जाने की संभावना है. ऐसे में दक्षिण मुंबई में मनसे का उम्मीदवार कौन होगा, इस पर चर्चा शुरू हो गई है. राज ठाकरे के विश्वासपात्र बाला नंदगांवकर को नामांकन मिल सकता है. इसके अलावा देखा गया कि इस सीट पर शिंदे गुट और बीजेपी के बीच खींचतान चल रही है. भाजपा नेता मंगलप्रभात लोढ़ा और विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर दक्षिण मुंबई लोकसभा क्षेत्र में रुचि रखते हैं, और मिलिंद देवड़ा, जिन्हें हाल ही में शिंदे समूह से राज्यसभा नामांकन मिला है, वह भी रुचि रखते हैं. दक्षिण मुंबई लोकसभा क्षेत्र में मालाबार हिल, वर्ली जैसे संभ्रांत इलाके शामिल हैं. वहीं दूसरी ओर लालबाग, शिवडी जैसे इलाके भी इसी क्षेत्र में आते हैं जहां आम लोग रहते हैं. इसलिए यहां दोनों वर्ग के लोग रह रहे हैं और यह देखना जरूरी है कि इससे किसे फायदा होगा, बीजेपी, शिवसेना या एमएनएस.
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की 18वीं वर्षगांठ 9 मार्च को नासिक में संपन्न हुई. इस समय मनसैनी को उम्मीद थी कि राज ठाकरे लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट करेंगे. हालाँकि, जैसे ही राज ठाकरे ने कहा कि चुनाव का फैसला जल्द होगा, मानसैनिकों की उम्मीदों पर पानी फिर गया. इस बीच राज ठाकरे ने भी कहा था कि मन के सैनिक धैर्य बनाए रखें, जब तक उन्हें सत्ता नहीं मिलेगी, वे चैन से नहीं बैठेंगे.
चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा, 'अगर विकसित भारत की अवधारणा को हासिल करने के लिए अन्य घटक दल भी शामिल होते हैं तो कोई समस्या नहीं है. राज ठाकरे और बीजेपी के विचार समान हैं.' देवेन्द्र फड़णवीस ने कहा था, 'मैं मनसे के बारे में कुछ नहीं कह सकता. मुझे लगता है कि इस पर काफी चर्चा चल रही है. जब इस संबंध में कोई निर्णय होगा तो हम आपको बताएंगे.' फड़णवीस ने यह भी कहा कि बीजेपी और एमएनएस की भूमिका एक जैसी है.