नई दिल्ली: कर्नाटक पर अपना ध्यान केंद्रित रखते हुए पूर्व कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी 26 अप्रैल को बीजापुर और बेल्लारी जैसी प्रमुख सीटों पर प्रचार करेंगे. इसी दिन दक्षिणी राज्य की 14 सीटों पर मतदान होगा. बाकी 14 सीटों पर 7 मई को मतदान होगा. कर्नाटक के प्रभारी एआईसीसी सचिव अभिषेक दत्त ने ईटीवी भारत को बताया, 'राहुल गांधी 26 अप्रैल को बीजापुर और बेल्लारी सीटों पर प्रचार करेंगे. पार्टी का अभियान मजबूत है और हमें कम से कम 20 सीटें जीतने की उम्मीद है.'
बीजापुर सुरक्षित सीट पर बीजेपी सांसद रमेश जिगाजिनागी का मुकाबला कांग्रेस के राजू अलगुर से है. सबसे पुरानी पार्टी राष्ट्रीय चुनाव जीतने के लिए जिले के छह विधायकों पर भरोसा कर रही है, लेकिन इस बात को लेकर चिंता है कि बंजारा समुदाय कांग्रेस को वोट देगा या नहीं. पहले कांग्रेस बंजारा समुदाय से उम्मीदवार उतारती थी लेकिन इस बार उसने दलित अलगूर को टिकट दिया है.
कांग्रेस पिछले एक साल में सिद्धारमैया सरकार द्वारा किए गए कार्यों पर भी भरोसा कर रही है. दरअसल, बीजापुर में कांग्रेस इतनी आश्वस्त थी कि उसने चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले ही अलगुर के नाम की घोषणा कर दी थी. 2019 में बीजेपी के रमेश जिगाजिनागी ने जेडी-एस की सुनीता चौहान को हराया था. पिछले राष्ट्रीय चुनावों में कांग्रेस और जद-एस के बीच गठबंधन था, लेकिन क्षेत्रीय पार्टी ने 2024 में भाजपा का साथ दिया है.
खनन क्षेत्रों के लिए मशहूर बेल्लारी में कांग्रेस के ई तुकाराम का मुकाबला बीजेपी के बी श्रीरामुलु से है. पिछले 2019 के राष्ट्रीय चुनावों में भाजपा के वाई देवेंद्रप्पा ने कांग्रेस के वीएस उगरप्पा को हराया था. अतीत में पूर्व कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने 1999 के राष्ट्रीय चुनावों में भाजपा की सुषमा स्वराज को हराया था लेकिन अब चीजें बदल गई हैं और हाल ही में खनन कारोबारी जी जनार्दन रेड्डी बीजेपी में शामिल हो गए हैं. कांग्रेस ने तब भ्रष्टाचार पर भाजपा के रुख पर सवाल उठाया था क्योंकि रेड्डी के खिलाफ कई मामले लंबित हैं.
कांग्रेस ने 2019 का राष्ट्रीय चुनाव जद-एस के साथ गठबंधन में लड़ा था और 28 में से 21 सीटों पर चुनाव लड़ा था. सबसे पुरानी पार्टी भाजपा की लहर के खिलाफ केवल बेंगलुरु ग्रामीण जीत सकी, जिसने भगवा पार्टी को 25 सीटें दीं. जद-एस ने 7 सीटों पर चुनाव लड़ा और केवल एक सीट जीती. इस बार मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आलाकमान को आश्वासन दिया है कि कांग्रेस 28 में से कम से कम 20 सीटें जीतेगी. कर्नाटक में करीबी मुकाबले को देखते हुए कांग्रेस प्रबंधकों ने दक्षिणी राज्य में भाजपा का मुकाबला करने के लिए चार-स्तरीय रणनीति अपनाई है.
कांग्रेस कार्य समिति के स्थायी आमंत्रित सदस्य बीके हरि प्रसाद ने ईटीवी भारत को बताया, 'पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी राज्य में चुनाव प्रचार में जुटे हैं. वे बीजेपी पर अलग-अलग तीन तरफ से हमला करते हैं. चौथा पक्ष राज्य नेतृत्व है जो सभी सीटों पर प्रचार कर रहा है. राहुल गांधी इस अभियान में बहुत आक्रामक रहे हैं और उनके बीजापुर और बेल्लारी दौरे से हमें फायदा होगा.'
उन्होंने कहा,'तुलना करने पर भाजपा की ओर से केवल पीएम मोदी और गृह मंत्री शाह ही प्रचार कर रहे हैं. इसके अलावा हमारे नेता बेरोजगारी और मूल्य वृद्धि के मुद्दों के बारे में बात कर रहे हैं जो लोगों को प्रभावित करते हैं जबकि वे हिंदू-मुस्लिम, मटन और मछली के बारे में बात कर रहे हैं, जो विभाजनकारी मुद्दे हैं.'
वरिष्ठ नेता और 2014 के राष्ट्रीय चुनाव में बीजापुर से कांग्रेस उम्मीदवार प्रकाश राठौड़ ने ईटीवी भारत को बताया, 'स्थानीय नेता जमीन पर कड़ी मेहनत कर रहे हैं. भाजपा चुनावों में ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रही है, लेकिन मतदाता जागरूक हैं. हमारी सामाजिक कल्याण योजनाओं, विशेष रूप से महिला भत्ते का क्षेत्र में अच्छा प्रभाव पड़ा है.