लखनऊ : कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रहे हैं. यह यात्रा शुक्रवार दोपहर बाद यूपी में प्रवेश किया. यात्रा यूपी-बिहार बॉर्डर के नौबतपुर के रास्ते यूपी के चंदौली में प्रवेश हुई. राहुल गांधी के साथ सैकड़ों कार्यकर्ता चंदौली पहुंचे हैं. वहीं, सैयदराजा स्थित नेशनल इंटर कॉलेज में राहुल गांधी की जनसभा भी हुई. यहां कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश के प्रभारी अविनाश पांडे सहित कांग्रेस के कई बड़े नेता मौजूद रहे. वहीं, झांसी और कानपुर में यात्रा का कार्यक्रम निरस्त हो गया है.
यात्रा के स्वागत के लिए पूरी तैयारी : कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने बताया कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुक्रवार की दोपहर करीब 3 बजे उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर गई. यात्रा का पहला पड़ाव पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में रहा. इस यात्रा के प्रवेश करने पर यहां दोनों प्रदेश के नेता आपस में झंडा एक्सचेंज किया. इसके बाद करीब 5 किलोमीटर की दूरी तय कर राहुल गांधी सैयद राजा नेशनल इंटर कॉलेज में जनसभा करने पहुंचे.
17 फरवरी को काशी विश्वनाथ के दर्शन करेंगे राहुल गांधी : प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि यात्रा अवधूत आश्रम से निकलकर 17 तारीख को वाराणसी के गोलगड्डा पहुंचेगी.यात्रा पीली कोठी मैदागिन होते हुए काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचेगी. यहां पर बाबा काशी विश्वनाथ के दरबार में राहुल गांधी माथा टेकेंगे. इसके बाद हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ यात्रा आगे बढ़ेगी. गोदौलिया महमूरगंज में होते हुए यात्रा भदोही के लिए आगे बढ़ेगी. भदोही में यात्रा 18 तारीख की सुबह चलेगी और अगला पड़ाव प्रयागराज में होगा. यह रात्रि में आराम किया जाएगा. इसके बाद यात्रा प्रतापगढ़, अमेठी, रायबरेली होते हुए लखनऊ और उन्नाव पहुंचेगी.
13 जिलों की 27 लोकसभा सीटों पर असर डाल सकती है यात्रा : यूपी में यात्रा 13 जिलों से गुजरेगी. यूपी की ज्यादातर सीटों पर कांग्रेस की हालत काफी खराब है. चंदौली लोकसभा सीट से कांग्रेस ने पिछले 40 साल से कोई चुनाव यहां नहीं जीता है. राहुल गांधी के सामने कांग्रेस के खोए हुए जनाधार को हासिल करने की सबसे बड़ी चुनौती है. दूसरे चरण में यह यात्रा 16 से 22 फरवरी तक चंदौली के बाद वाराणसी, जौनपुर सदर, मछली शहर, भदोही, मिर्जापुर, प्रयागराज, फूलपुर, प्रतापगढ़, कौशांबी, बांदा, चित्रकूट, अमेठी, सुल्तानपुर, रायबरेली, लखनऊ, उन्नाव, कानपुर, अकबरपुर, हमीरपुर, जालौन और झांसी से होकर गुजरेगी. इससे पहले चरण में राहुल गांधी की यात्रा तमिलनाडु से कन्याकुमारी से शुरू होकर कश्मीर तक गई थी. यात्रा उत्तर प्रदेश के पश्चिम के पांच जिले जिसमें गाजियाबाद, बागपत, मुजफ्फरनगर और शामली से गुजर चुकी है. यहां पर राहुल गांधी को किसानों का जबरदस्त समर्थन भी मिला था.
कई सीटों पर कांग्रेस की स्थिति ठीक नहीं : कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यह यात्रा जिन लोकसभा सीटों से गुजरने वाली है. उसमें कांग्रेस की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है. सबसे पहले यात्रा चंदौली लोकसभा सीट से गुजरेगी. यहां पर कांग्रेस 1984 में आखिरी बार जीती थी और यहां से कांग्रेस प्रत्याशी चंदा त्रिपाठी ने जीत दर्ज की थी. इसके बाद यहां पर जनता दल, तीन बार भाजपा, सपा, बसपा और फिर दो बार बीजेपी की जीत हो चुकी है. विधानसभा की बात करें तो यहां पर बीते कई सालों से कोई विधानसभा सीट कांग्रेस नहीं जीत पाई है. यह स्थिति तब है जब कांग्रेस के कद्दावर नेता पंडित कमलापति त्रिपाठी इस जिले के विकास की गंगा बहा चुके हैं.
वाराणसी में कांग्रेस के साल 2004 में मिली थी जीत : इसके बाद यह यात्रा बनारस में प्रवेश करेगी. यहां पर कांग्रेस ने आखिरी में 2004 में चुनाव जीता था. उस दौरान राजेश मिश्रा विजयी हुए थे. भदोही और इलाहाबाद में भी कांग्रेस ने अपना खाता सालों से नहीं खोल पाई है. इलाहाबाद के फूलपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस नेता और पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू सांसद रहे थे. कांग्रेस की गढ़ कहे जाने वाली अमेठी और रायबरेली सीट पर सब की निगाहें होंगी. रायबरेली सीट से इस बार सोनिया गांधी चुनाव नहीं लड़ रहीं हैं. अमेठी सीट में 2019 में कांटे की टक्कर में बीजेपी की स्मृति ईरानी राहुल गांधी को 50000 वोटो से हार चुकी है. वहीं लखनऊ की बात करें तो 2024 लोकसभा को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां काफी तेज हो गईं हैं. इस सीट पर कांग्रेस का प्रदर्शन लगातार कई चुनाव से खराब रहा है. 1991 से लेकर अब तक इस सीट पर बीजेपी का प्रत्याशी ही चुनाव जीतता आया है 2014-2019 में यह सीट रिकार्ड मतों से राजनाथ सिंह जीत रहे हैं. कांग्रेस ने 2019 में इस सीट पर आचार्य प्रमोद कृष्णम को टिकट दिया था. वह तीसरे नंबर पर रहे थे.
कई सीटों पर खुद को मजबूत मान रही कांग्रेस : राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा यात्रा 16 फरवरी से उत्तर प्रदेश में शुरू होने जा रही है. यह यात्रा जिन जिलों से निकल रही है, उसमें कांग्रेस सबसे मजबूत दावेदारी प्रतापगढ़, रायबरेली, अमेठी, लखनऊ, कानपुर, बांदा और झांसी में मानकर चल रही है. पार्टी नेताओं का कहना है कि रायबरेली और अमेठी तो कांग्रेस परिवार का गढ़ रहा है जबकि कानपुर मंडल में कानपुर नगर और अकबरपुर रनिया लोकसभा सीट पर कांग्रेस पर का प्रदर्शन लगातार अच्छा रहा है. 2009 में झांसी संसदीय सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. इस यात्रा के माध्यम से कांग्रेसी करीब छह लोकसभा सीटों पर अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर सकते हैं. कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी का कहना है कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा का पहला चरण जब पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 5 जिलों होकर गुजरा था, तब उसके बाद हुए नगर निकाय के चुनाव में कांग्रेस को प्रतिशत काफी बड़ा था. पार्टी उन्होंने बताया कि पार्टी कर मिनट सीटों पर दूसरे नंबर पर रही थी जो पिछले दो चुनाव से तुलना में कांग्रेस का बेहतरीन प्रदर्शन रहा था.
भारत जोड़ो न्याय यात्रा नहीं आएगी बुंदेलखंड, यात्रा के रूट में बदलाव : झांसी में 22 फरवरी को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा निकाली जाने वाली भारत जोड़ो यात्रा का कार्यक्रम निरस्त हो गया है. अब राहुल गांधी झांसी नहीं आएंगे. दिल्ली में किसानों ने फिर से आंदोलन शुरू कर दिया है. इसका असर राहुल गांधी की यात्रा पर भी पड़ा है. पूर्व मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने बताया कि राहुल गांधी की यात्रा के रूट में बदलाव हो गया है. वह अब झांसी नहीं आएंगे. राहुल गांधी को 21 फरवरी को कानपुर में जनसभा करने के बाद उरई, मोठ, चिरगांव, बड़ागाँव होते हुए 22 फरवरी को झांसी आना था. कांग्रेसी यात्रा को लेकर तैयारी में जुटे थे. इसी कड़ी में कानपुर में 21 फरवरी को होने वाली यात्रा का कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया है.
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