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महाराष्ट्र चुनाव: बाबा सिद्दीकी मर्डर को मुद्दा बनाने की तैयारी, राहुल करेंगे कांग्रेस की तैयारियों की समीक्षा

Maharashtra Assembly Election: आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर राहुल गांधी सोमवार को पार्टी नेताओं के साथ महत्वपूर्ण बैठक करेंगे.

Rahul Gandhi to review Maharashtra Congress polls preparations Oct 14
कोल्हापुर में कांग्रेस नेताओं के साथ राहुल गांधी (File Photo - ANI)
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By Amit Agnihotri

Published : Oct 13, 2024, 7:44 PM IST

नई दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सोमवार 14 अक्टूबर को कांग्रेस प्रभारी और राज्य नेताओं के साथ आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी की तैयारियों की समीक्षा करेंगे. यह बैठक कांग्रेस के पूर्व नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के दो दिन बाद होगी.

पार्टी सूत्रों के अनुसार, सोमवार की बैठक महत्वपूर्ण है क्योंकि राहुल गांधी कांग्रेस की चुनाव तैयारियों, सहयोगी दलों शिवसेना-यूबीटी और एनसीपी-एसपी के साथ सीट बंटवारे की बातचीत में प्रगति, पार्टी के प्रचार अभियान और उम्मीदवारों के चयन की समीक्षा करना चाहते हैं.

हरियाणा में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस हार के बाद होने वाली यह बैठक महत्वपूर्ण माना जा रही है, जहां अंदरूनी कलह और गलत टिकट वितरण के कारण कांग्रेस को भारी कीमत चुकानी पड़ी, जबकि इस बार पार्टी के पास 10 साल बाद हरियाणा में सत्ता हासिल करने का मौका था.

राहुल गांधी के नेतृत्व में समीक्षा बैठक ऐसे समय में हो रही है जब कांग्रेस ने महाराष्ट्र में महायुति (एनडीए) सरकार पर धमकियों के बावजूद बाबा सिद्दीकी की सुरक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाया है. कांग्रेस राज्य में कानून-व्यवस्था को बड़ा चुनावी मुद्दा बनाने की योजना है.

सिद्दीकी ने दशकों तक कांग्रेस के साथ रहने के बाद इसी साल फरवरी में पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी में शामिल हो गए थे. 12 अक्टूबर की रात को मुंबई में तीन हमलावरों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी. इस घटना के बाद सत्तारूढ़ महायुति और विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है.

सिद्दीकी से नाराजगी के बावजूद कांग्रेस ने उनकी हत्या की निंदा की और महाराष्ट्र के गृह मंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे की मांग की.

कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने ईटीवी भारत से कहा, "यह राजनीतिक हत्या नहीं है. यह जबरन वसूली की हत्या लगती है, क्योंकि लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली है. कांग्रेस ने सिद्दीकी को बचाने में विफल रहने पर राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे की मांग की है, क्योंकि उन्हें हाल ही में धमकियां मिली थीं. इस साल राज्य में ऐसी कई हत्याएं हुई हैं, जो कानून-व्यवस्था की विफलता को दर्शाती हैं. यह एक बड़ा चुनावी मुद्दा बनने जा रहा है."

तबादले और पोस्टिंग के लिए हो रही वसूली...
मौजूदा विधायक और पूर्व केंद्रीय मंत्री चव्हाण ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ महायुति वरिष्ठ अधिकारियों के तबादले और पोस्टिंग के लिए पैसे ले रही है, जिससे महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था प्रभावित हुई है. चव्हाण ने कहा, "यह सर्वविदित है कि सत्तारूढ़ गठबंधन वित्तीय कारणों से पुलिस अधिकारियों सहित वरिष्ठ अधिकारियों का तबादला कर रहा है. जैसे, राज्य की राजधानी मुंबई में दो पुलिस आयुक्त हैं, जिनके बारे में माना जाता है कि वे दो अलग-अलग सत्तारूढ़ दलों के करीबी हैं."

पूर्व मुख्यमंत्री के अनुसार, महायुति सरकार के खिलाफ एमवीए द्वारा जारी आरोपपत्र राज्य सरकार की विफलताओं को उजागर करता है और इसमें नौकरियां, भ्रष्टाचार और कानून-व्यवस्था की विफलता जैसे मुद्दे शामिल हैं. उनका कहना है कि 2022 में भाजपा के समर्थन से एमवीए सरकार को हटाने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सत्ता में आने के बाद से इन विफलताओं के कारण आम लोगों को प्रभावित हो रहे हैं. चव्हाण ने कहा, "लोगों से मिले फीडबैक के बाद आरोपपत्र तैयार किया गया है. अब हम इसे पूरे राज्य के मतदाताओं तक ले जाएंगे."

यह भी पढ़ें- बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: हत्यारों को सुपारी, कूरियर से हथियारों की डिलीवरी, पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे

नई दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सोमवार 14 अक्टूबर को कांग्रेस प्रभारी और राज्य नेताओं के साथ आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी की तैयारियों की समीक्षा करेंगे. यह बैठक कांग्रेस के पूर्व नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के दो दिन बाद होगी.

पार्टी सूत्रों के अनुसार, सोमवार की बैठक महत्वपूर्ण है क्योंकि राहुल गांधी कांग्रेस की चुनाव तैयारियों, सहयोगी दलों शिवसेना-यूबीटी और एनसीपी-एसपी के साथ सीट बंटवारे की बातचीत में प्रगति, पार्टी के प्रचार अभियान और उम्मीदवारों के चयन की समीक्षा करना चाहते हैं.

हरियाणा में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस हार के बाद होने वाली यह बैठक महत्वपूर्ण माना जा रही है, जहां अंदरूनी कलह और गलत टिकट वितरण के कारण कांग्रेस को भारी कीमत चुकानी पड़ी, जबकि इस बार पार्टी के पास 10 साल बाद हरियाणा में सत्ता हासिल करने का मौका था.

राहुल गांधी के नेतृत्व में समीक्षा बैठक ऐसे समय में हो रही है जब कांग्रेस ने महाराष्ट्र में महायुति (एनडीए) सरकार पर धमकियों के बावजूद बाबा सिद्दीकी की सुरक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाया है. कांग्रेस राज्य में कानून-व्यवस्था को बड़ा चुनावी मुद्दा बनाने की योजना है.

सिद्दीकी ने दशकों तक कांग्रेस के साथ रहने के बाद इसी साल फरवरी में पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी में शामिल हो गए थे. 12 अक्टूबर की रात को मुंबई में तीन हमलावरों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी. इस घटना के बाद सत्तारूढ़ महायुति और विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है.

सिद्दीकी से नाराजगी के बावजूद कांग्रेस ने उनकी हत्या की निंदा की और महाराष्ट्र के गृह मंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे की मांग की.

कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने ईटीवी भारत से कहा, "यह राजनीतिक हत्या नहीं है. यह जबरन वसूली की हत्या लगती है, क्योंकि लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली है. कांग्रेस ने सिद्दीकी को बचाने में विफल रहने पर राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे की मांग की है, क्योंकि उन्हें हाल ही में धमकियां मिली थीं. इस साल राज्य में ऐसी कई हत्याएं हुई हैं, जो कानून-व्यवस्था की विफलता को दर्शाती हैं. यह एक बड़ा चुनावी मुद्दा बनने जा रहा है."

तबादले और पोस्टिंग के लिए हो रही वसूली...
मौजूदा विधायक और पूर्व केंद्रीय मंत्री चव्हाण ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ महायुति वरिष्ठ अधिकारियों के तबादले और पोस्टिंग के लिए पैसे ले रही है, जिससे महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था प्रभावित हुई है. चव्हाण ने कहा, "यह सर्वविदित है कि सत्तारूढ़ गठबंधन वित्तीय कारणों से पुलिस अधिकारियों सहित वरिष्ठ अधिकारियों का तबादला कर रहा है. जैसे, राज्य की राजधानी मुंबई में दो पुलिस आयुक्त हैं, जिनके बारे में माना जाता है कि वे दो अलग-अलग सत्तारूढ़ दलों के करीबी हैं."

पूर्व मुख्यमंत्री के अनुसार, महायुति सरकार के खिलाफ एमवीए द्वारा जारी आरोपपत्र राज्य सरकार की विफलताओं को उजागर करता है और इसमें नौकरियां, भ्रष्टाचार और कानून-व्यवस्था की विफलता जैसे मुद्दे शामिल हैं. उनका कहना है कि 2022 में भाजपा के समर्थन से एमवीए सरकार को हटाने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सत्ता में आने के बाद से इन विफलताओं के कारण आम लोगों को प्रभावित हो रहे हैं. चव्हाण ने कहा, "लोगों से मिले फीडबैक के बाद आरोपपत्र तैयार किया गया है. अब हम इसे पूरे राज्य के मतदाताओं तक ले जाएंगे."

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