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राहुल गांधी बोले- मैं सत्ता के बीच पैदा हुआ हूं, इसलिए सत्ता मेरे लिए नशा नहीं, मदद करने का है माध्यम - Lok Sabha Election 2024

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : May 10, 2024, 10:59 PM IST

लखनऊ में आयोजित राष्ट्रीय संविधान रक्षा और न्याय सम्मेलन में राहुल गांधी ने कहा कि लोग आज सत्ता के लिए दिन रात लगे रहते हैं. मैं इसी सत्ता के बीच पैदा हुआ हूं, यह मेरे लिए लोगों की मदद करने का एक औजार है.

राहुल गांधी.
राहुल गांधी. (Photo Credit: Etv Bharat)


लखनऊः इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में शुक्रवार को विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से आयोजित 'राष्ट्री संविधान सम्मेलन' में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि पहले हिंदुस्तान के लोगों का भविष्य उनके जन्म लेने से पहले ही तय हो जाता था. जन्म से पहले ही ये तय हो जाता था कि उनके पास क्या-क्या अधिकार होंगे. हिंदुस्तान के करोड़ों लोगों ने सैकड़ों साल ऐसे ही जिंदगी गुजारी है. इस कारण न जाने कितने हुनर जाया हुए हैं. राहुल गांधी ने कहा कि 'राजनीति में दो तरह के लोग होते हैं. एक वो जो पूरी जिंदगी सत्ता के पीछे भागते हैं और सच्चाई नहीं देखना चाहते. दूसरे वो जो सच्चाई को देखते हैं और उसे अपनाते हैं. अंबेडकर जी, महात्मा गांधी जी, पेरियार जी, बसवन्ना जी और भगवान बुद्ध ऐसे ही लोग थे. हिंदुस्तान के संविधान में भगवान बुद्ध, महात्मा गांधी, बाबा साहेब, बसवन्ना जी जैसे कई महान लोगों की सोच है. इस सोच के लिए देश के लाखों लोगों ने लड़ाई लड़ी थी. संविधान ने करोड़ों लोगों के लिए रास्ते खोले हैं.

जातीय जनगणना से 90 फीसदी लोगों को संसाधनों में मिलेगी हिस्सेदारी
राहुल गांधी ने कहा कि सत्ता मेरे लिए नशा नहीं है, यह उनके लिए लोगों की मदद करने का माध्यम है. उन्होंने कहा, "कुछ लोग सुबह उठते हैं और सत्ता पाने के लिए जुट जाते हैं. मैं सत्ता के बीच पैदा हुआ हूं, इसलिए मैं सत्ता के लिए नहीं, लोगों के लिए काम करना चाहता हूं. क्योंकि, मेरे लिए यह मदद का माध्यम है. उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना से देश के 90 फीसदी लोगों को संसाधनों में हिस्सेदारी मिलेगी. 90 फीसदी लोगों को दबाया नहीं जा सकता. संविधान लोगों को ताकत देता है. संविधान ने हम सभी को अधिकार दिया है.संविधान की रक्षा के लिए हमें लड़ना होगा. उन्होंने कहा, "ईडी-सीबीआई का दुरुपयोग किया जा रहा है और संविधान पर आक्रमण हो रहा है. जो लोग संविधान खत्म करने की सोच रहे हैं, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि संविधान खत्म नहीं होगा. संविधान बचाने के लिए लोग लड़ते रहे हैं और आगे भी लड़ते रहेंगे.

पीएम मोदी से डिबेट के लिए तैयार हूं
मैं PM मोदी से कहीं भी डिबेट करने के लिए तैयार हूं,लेकिन मैं PM मोदी को जानता हूं, वो मुझसे डिबेट नहीं करेंगे। नरेंद्र मोदी लोकतंत्र और संविधान की बातें करते हैं. लेकिन CBI-ED के जरिए राजनीति पर आक्रमण- संविधान पर आक्रमण है। सभी संस्थाओं में RSS के लोगों की नियुक्ति- संविधान पर आक्रमण है. बिना जनता से पूछे नोटबंदी करना- संविधान पर आक्रमण है। बिना सेना से पूछे अग्निवीर लागू करना- संविधान पर आक्रमण है। नरेंद्र मोदी 'प्रधानमंत्री' नहीं हैं, वो 'राजा' हैं। उन्हें संविधान, संसद, मंत्रिमंडल से कोई लेना-देना नहीं है. राहुल गांधी ने कहा कि ED ने मुझसे 55 घंटे पूछ-ताछ की थी. मैंने ED के लोगों से कहा- आप गलतफहमी में हैं कि आपने मुझे यहां बुलाया है. सच्चाई ये है कि मैं खुद यहां आया हूं. मैं देखना चाहता हूं कि वे कौन हैं जो हिंदुस्तान में लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं. नरेंद्र मोदी की पूरी रणनीति भाई को भाई से लड़ाने की है. लेकिन इस चुनाव में यह काम ही नहीं कर रहा है. संविधान ने देश के दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, गरीबों को समान अवसर और अधिकार दिए हैं. हम उन अधिकारों की हमेशा रक्षा करेंगे। संविधान को दुनिया की कोई भी ताकत नहीं मिटा सकती.

हमारा संविधान 3000 साल के संघर्ष के बाद बना है
राहुल गांधी ने कहा कि 3000 साल में सबसे सक्सेसफुल मूवमेंट का रिजल्ट हमारा संविधान है. यह संविधान अंबेडकर और गांधी ने दिया. मगर यह सोच अंबेडकर जी से पहले भी थी. राहुल गांधी ने कहा कि अग्निवीर में नुकसान किसका हुआ है. आपने कभी सोचा, सीधी बात है एससी-एसटी, ओबीसी और गरीब जनता का. अग्निवीर सीनियर लेवल पर नहीं है. अग्निवीर जवान के लिए है. दो तरीके शहीद आज देश में बनाए जा रहे हैं. जहां भी देखो 90% तो है ही नहीं. आज मैं सिर्फ एक बात कह रहा हूं कि सब कुछ छोड़ दीजिए, सच्चाई तो देख लीजिए. जाति जनगणना कर लीजिए अगर मैं झूठ बोल रहा हूं, गलत है कोई प्रॉब्लम नहीं है. मगर यह तो पता लगाइए किस देश में पिछले वर्ग के कितने लोग हैं, दलित के कितने लोग हैं, आदिवासी के लोग कितना है और कौन सी संस्था में है. इस पर रिएक्शन आता है कि नहीं होगा, इससे क्या होगा. जो मोदी जी सुपर पावर की बात करते हैं. तो 90% की आबादी के बिना तो नहीं हो सकता, आप यह कह दो की ब्यूरोक्रेसी में 90% नहीं आएंगे. मीडिया में 90% नहीं आएंगे, किसी संस्थान में 90% नहीं आएंगे. कहीं भी 90% नहीं आएंगे तो कौन सा सुपर पावर बनने वाला है. मतलब आप अपनी 10% आबादी को सुपर पावर बनाएंगे. आज सुपर पावर तो 90% है आप संविधान पर आक्रमण हो रहा है.

मोदी जी 21वीं सदी के राजा हैंः राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी राजा है. वह प्रधानमंत्री नहीं वह राजा है, उनको कुछ लेना-देना नहीं, कैबिनेट से कुछ लेना नहीं, संसद से कुछ लेन-दे नहीं, संविधान से कुछ लेना देना नहीं. वह 21वीं सदी के वह राजा है. उनके पीछे जो दो-तीन फाइनेंसर (टेम्पो वाले) है. वह राजा राजा के फ्रंट है. एक्चुअली राजा के पास पावर नहीं है पावर कहीं और है. यह हालत है अनपढ़ राजा भी काम चला लेता है. बहुत सारे अनपढ़ राजा हिंदुस्तान में हुए हैं जिनमें अहंकार नहीं है. वह काम चला ले गए, जो जनता की बात सुनते थे. यह दूसरे टाइप के राजा है, यह किसी की नहीं सुनते. इनका लक्ष्य है पब्लिक सेक्टर को खत्म करो. जो दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों के जो रास्ते हैं, एक-एक करके खत्म करो.

इसे भी पढ़ें-राहुल गांधी बोले, मोदी लखपति बना रहे, हम महिलाओं को बनाएंगे करोड़पति


लखनऊः इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में शुक्रवार को विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से आयोजित 'राष्ट्री संविधान सम्मेलन' में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि पहले हिंदुस्तान के लोगों का भविष्य उनके जन्म लेने से पहले ही तय हो जाता था. जन्म से पहले ही ये तय हो जाता था कि उनके पास क्या-क्या अधिकार होंगे. हिंदुस्तान के करोड़ों लोगों ने सैकड़ों साल ऐसे ही जिंदगी गुजारी है. इस कारण न जाने कितने हुनर जाया हुए हैं. राहुल गांधी ने कहा कि 'राजनीति में दो तरह के लोग होते हैं. एक वो जो पूरी जिंदगी सत्ता के पीछे भागते हैं और सच्चाई नहीं देखना चाहते. दूसरे वो जो सच्चाई को देखते हैं और उसे अपनाते हैं. अंबेडकर जी, महात्मा गांधी जी, पेरियार जी, बसवन्ना जी और भगवान बुद्ध ऐसे ही लोग थे. हिंदुस्तान के संविधान में भगवान बुद्ध, महात्मा गांधी, बाबा साहेब, बसवन्ना जी जैसे कई महान लोगों की सोच है. इस सोच के लिए देश के लाखों लोगों ने लड़ाई लड़ी थी. संविधान ने करोड़ों लोगों के लिए रास्ते खोले हैं.

जातीय जनगणना से 90 फीसदी लोगों को संसाधनों में मिलेगी हिस्सेदारी
राहुल गांधी ने कहा कि सत्ता मेरे लिए नशा नहीं है, यह उनके लिए लोगों की मदद करने का माध्यम है. उन्होंने कहा, "कुछ लोग सुबह उठते हैं और सत्ता पाने के लिए जुट जाते हैं. मैं सत्ता के बीच पैदा हुआ हूं, इसलिए मैं सत्ता के लिए नहीं, लोगों के लिए काम करना चाहता हूं. क्योंकि, मेरे लिए यह मदद का माध्यम है. उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना से देश के 90 फीसदी लोगों को संसाधनों में हिस्सेदारी मिलेगी. 90 फीसदी लोगों को दबाया नहीं जा सकता. संविधान लोगों को ताकत देता है. संविधान ने हम सभी को अधिकार दिया है.संविधान की रक्षा के लिए हमें लड़ना होगा. उन्होंने कहा, "ईडी-सीबीआई का दुरुपयोग किया जा रहा है और संविधान पर आक्रमण हो रहा है. जो लोग संविधान खत्म करने की सोच रहे हैं, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि संविधान खत्म नहीं होगा. संविधान बचाने के लिए लोग लड़ते रहे हैं और आगे भी लड़ते रहेंगे.

पीएम मोदी से डिबेट के लिए तैयार हूं
मैं PM मोदी से कहीं भी डिबेट करने के लिए तैयार हूं,लेकिन मैं PM मोदी को जानता हूं, वो मुझसे डिबेट नहीं करेंगे। नरेंद्र मोदी लोकतंत्र और संविधान की बातें करते हैं. लेकिन CBI-ED के जरिए राजनीति पर आक्रमण- संविधान पर आक्रमण है। सभी संस्थाओं में RSS के लोगों की नियुक्ति- संविधान पर आक्रमण है. बिना जनता से पूछे नोटबंदी करना- संविधान पर आक्रमण है। बिना सेना से पूछे अग्निवीर लागू करना- संविधान पर आक्रमण है। नरेंद्र मोदी 'प्रधानमंत्री' नहीं हैं, वो 'राजा' हैं। उन्हें संविधान, संसद, मंत्रिमंडल से कोई लेना-देना नहीं है. राहुल गांधी ने कहा कि ED ने मुझसे 55 घंटे पूछ-ताछ की थी. मैंने ED के लोगों से कहा- आप गलतफहमी में हैं कि आपने मुझे यहां बुलाया है. सच्चाई ये है कि मैं खुद यहां आया हूं. मैं देखना चाहता हूं कि वे कौन हैं जो हिंदुस्तान में लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं. नरेंद्र मोदी की पूरी रणनीति भाई को भाई से लड़ाने की है. लेकिन इस चुनाव में यह काम ही नहीं कर रहा है. संविधान ने देश के दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, गरीबों को समान अवसर और अधिकार दिए हैं. हम उन अधिकारों की हमेशा रक्षा करेंगे। संविधान को दुनिया की कोई भी ताकत नहीं मिटा सकती.

हमारा संविधान 3000 साल के संघर्ष के बाद बना है
राहुल गांधी ने कहा कि 3000 साल में सबसे सक्सेसफुल मूवमेंट का रिजल्ट हमारा संविधान है. यह संविधान अंबेडकर और गांधी ने दिया. मगर यह सोच अंबेडकर जी से पहले भी थी. राहुल गांधी ने कहा कि अग्निवीर में नुकसान किसका हुआ है. आपने कभी सोचा, सीधी बात है एससी-एसटी, ओबीसी और गरीब जनता का. अग्निवीर सीनियर लेवल पर नहीं है. अग्निवीर जवान के लिए है. दो तरीके शहीद आज देश में बनाए जा रहे हैं. जहां भी देखो 90% तो है ही नहीं. आज मैं सिर्फ एक बात कह रहा हूं कि सब कुछ छोड़ दीजिए, सच्चाई तो देख लीजिए. जाति जनगणना कर लीजिए अगर मैं झूठ बोल रहा हूं, गलत है कोई प्रॉब्लम नहीं है. मगर यह तो पता लगाइए किस देश में पिछले वर्ग के कितने लोग हैं, दलित के कितने लोग हैं, आदिवासी के लोग कितना है और कौन सी संस्था में है. इस पर रिएक्शन आता है कि नहीं होगा, इससे क्या होगा. जो मोदी जी सुपर पावर की बात करते हैं. तो 90% की आबादी के बिना तो नहीं हो सकता, आप यह कह दो की ब्यूरोक्रेसी में 90% नहीं आएंगे. मीडिया में 90% नहीं आएंगे, किसी संस्थान में 90% नहीं आएंगे. कहीं भी 90% नहीं आएंगे तो कौन सा सुपर पावर बनने वाला है. मतलब आप अपनी 10% आबादी को सुपर पावर बनाएंगे. आज सुपर पावर तो 90% है आप संविधान पर आक्रमण हो रहा है.

मोदी जी 21वीं सदी के राजा हैंः राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी राजा है. वह प्रधानमंत्री नहीं वह राजा है, उनको कुछ लेना-देना नहीं, कैबिनेट से कुछ लेना नहीं, संसद से कुछ लेन-दे नहीं, संविधान से कुछ लेना देना नहीं. वह 21वीं सदी के वह राजा है. उनके पीछे जो दो-तीन फाइनेंसर (टेम्पो वाले) है. वह राजा राजा के फ्रंट है. एक्चुअली राजा के पास पावर नहीं है पावर कहीं और है. यह हालत है अनपढ़ राजा भी काम चला लेता है. बहुत सारे अनपढ़ राजा हिंदुस्तान में हुए हैं जिनमें अहंकार नहीं है. वह काम चला ले गए, जो जनता की बात सुनते थे. यह दूसरे टाइप के राजा है, यह किसी की नहीं सुनते. इनका लक्ष्य है पब्लिक सेक्टर को खत्म करो. जो दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों के जो रास्ते हैं, एक-एक करके खत्म करो.

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