रायबरेली: एक दिवसीय दौरे पर रायबरेली पहुंचे राहुल गांधी ने भुएमऊ गेस्ट हाउस में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की, साथ ही कई दूसरे डेलीगेट्स के साथ भी मुलाकात की. किसानों और बेरोजगारी की समस्या पर चर्चा की. जिला पंचायत सदस्य राकेश सिंह राना ने बताया कि, राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं को गांव स्तर पर जाकर काम करने की सलाह दी. इतना ही नहीं जो समस्या कार्यकर्ताओं के स्तर से हल ना हो पाए उसको राहुल गांधी तक पहुंचाया जाए. जिससे कि राहुल गांधी स्वयं संज्ञान लेकर उन समस्याओं को दूर करने का प्रयास कर सकें. गेस्ट हाउस के अंदर ही शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह के परिजनों से राहुल गांधी ने मुलाकात की और उन्हें हर सहयोग का आश्वासन दिया.
शहीद स्मारक पर चढ़ाए पुष्प, एम्स में डॉक्टरों से की चर्चा
गेस्ट हाउस के निकलकर राहुल गांधी शहीद स्मारक पहुंचकर शहीद स्तंभ पर पुष्प चक्र चढ़ाकर शहीदों को नमन किया. उसके बाद शहीद स्मारक परिसर में ही वृक्षारोपण किया. पूरे कार्यक्रम के दौरान अमेठी सांसद केएल शर्मा भी मौजूद रहे. शहीद स्मारक पर कई कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी से जातीय जनगणना करवाने की बात भी कही, इसको लेकर राहुल गांधी ने उस कार्यकर्ता को आश्वासन भी दिया. शहीद स्मारक के बाद राहुल गांधी AIIMS रायबरेली पहुंचे. जहां उन्होंने कार्यकारी निदेशक अरविंद राजवंशी के साथ वहां के डॉक्टरों और एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे छात्रों से भी मुलाकात की. राहुल गांधी ने वार्डों में भी जाकर मरीजो से हालचाल पूछा और उनकी समस्याओं की जानकारी ली. वही नेहा नाम की एमबीबीएस फाइनल ईयर की छात्रा ने राहुल गांधी के साथ सेल्फी ली और कुछ छात्रों ने वहां की समस्याओं से राहुल गांधी को अवगत कराया. समस्याओं को लेकर राहुल गांधी ने छात्रों को आश्वासन भी दिया. एम्स के बाद राहुल गांधी सीधे लखनऊ के लिए रवाना हो गए.
किसानों ने राहुल गांधी को रोक कर सुनाया अपना दर्द
लखनऊ: राहुल गांधी के रायबरेली से लखनऊ लौटने के दौरान रायबरेली - लखनऊ राजमार्ग पर भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक गुट के किसानों ने उनका रास्ता रोक लिया. इस दौरन राहुल गांधी ने किसानों से बातचीत की और उनकी समस्याएं सुनी और ज्ञापन भी साथ ले गए. दरअसल राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज में मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक गुड के किसानों ने प्रदेश अध्यक्ष तहसील परिसर में अपनी 17 सूत्री मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए , मौके पर एसडीएम और एसीपी से वार्ता विफल होने के बाद किसान यूनियन पैदल ही रायबरेली- लखनऊ राजमार्ग से डीएम कार्यालय सहित मंडला आयुक्त कार्यालय के लिए कूच कर दिए. तभी उनकी राहुल गांधी से मुलाकात हुई.
इससे पहले लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद सांसद राहुल गांधी पहली बार रायबरेली के दौरे पर मंगलवार को पहुंचे. लखनऊ एयरपोर्ट से निकालने के बाद राहुल गांधी सबसे पहले बछरावां के चुरवा बॉर्डर पर बजरंगबली के मंदिर पहुंचे. चुरवा मंदिर में बजरंगबली का आशीर्वाद लिया. मंदिर में दर्शन करने के बाद में राहुल गांधी का काफिला भुएमऊ गेस्ट हाउस के लिए रवाना हो गया.
दरअसल पहले यह जानकारी मिली थी कि राहुल गांधी अमेठी के फुरसतगंज हवाई अड्डे पर उतरेंगे और सड़क मार्ग से भुएमऊ गेस्ट हाउस पहुंचेंगे. लेकिन कार्यक्रम में बदलाव करते हुए राहुल गांधी फुरसतगंज हवाई अड्डे की जगह लखनऊ हवाई अड्डे पर उतरे और सड़क मार्ग द्वारा रायबरेली के लिए रवाना हुए.
इस बीच खबर आई है कि सांसद राहुल गांधी के दौरे से पहले रायबरेली में दो पोस्टर लगाए गए हैं. हिंदू को हिंसक कहने से नाराज लोगों ने यह पोस्टर लगाए हैं. पोस्टर में लिखा है, रायबरेली के हिंदू मतदाताओं ने अपने आप को हिंसक कहने के लिए आपको वोट नहीं दिया था.
पोस्टर में राहुल गांधी से सवाल किया गया है कि आपको अपना अमूल्य मत देने वाला रायबरेली का हिंदू मतदाता क्या हिंसक है ? आप किस धर्म के हो स्पष्ट करो? आप हिंदू धर्म को मानते हो या नहीं ? रायबरेली का हिंदू मतदाता आपको भविष्य में वोट क्या गाली खाने के लिए देगा ?
पोस्टर लगने की बात पर भाजपा के युवा नेता व महामंत्री (पिछड़ा वर्ग मोर्चा )सुनील मौर्य ने बताया कि यह पोस्टर रायबरेली की जनता का राहुल गांधी के प्रति गुस्सा है. राहुल गांधी के बयान हमेशा से केवल हिंदू विरोधी रहे हैं. इसलिए राहुल गांधी को सवालों के जवाब देने चाहिए.
वहीं, कांग्रेस नेता राकेश सिंह राणा ने कहा कि राहुल गांधी को जवाब देने की जरूरत नहीं है. रायबरेली की जनता ने अपना जवाब लोकसभा चुनाव में दे दिया है. 3,90,000 वोट से जिताकर जवाब दिया. तमाम विषय पर आपका विरोध हो सकता है लेकिन इस तरह से विरोध का तरीका रायबरेली की संस्कृति नहीं रही है. शायद यही संस्कृति रायबरेली के लोगों ने पसंद नहीं की, इसलिए राहुल गांधी को इतना भरपूर समर्थन दिया.
शहीद कैप्टन की मां ने अग्निवीर योजना को बताया खराब: रायबरेली दौरे पर राहुल गांधी कीर्ति चक्र विजेता शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह के परिजनों से भी मिलने के लिए गए. शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह की मां मंजू सिंह ने राहुल गांधी से मुलाकात की. मंजू सिंह ने बताया कि राहुल गांधी से अग्निवीर योजना को लेकर चर्चा हुई. हमने सलाह दी कि अग्निवीर योजना और बेहतर हो सकती है. दो तरह की फौज नहीं होनी चाहिए.
सरकार से उम्मीद है कि शायद राहुल गांधी की स्पीच सुने और उसे फॉलो करें, उस पर विचार करें. सरकार से हम यह निवेदन करते हैं की फौज को दो तरह का ना बनाया जाए. इस पर भी हमारी राहुल गांधी से चर्चा हुई है.
मंजू सिंह ने कहा कि राहुल गांधी 2 दिन से बुला रहे थे. उनसे राष्ट्रपति भवन में हम मिले थे. उन्होंने मुझे इमोशनल देखकर कहा था कि आप अपना नंबर दीजिए. फिर हम आपसे मुलाकात करेंगे. उसी दिन से वह हमें बुला रहे थे. हमारी उनसे एक सकारात्मक बातचीत हुई है. मेरे बेटे ने मुझे यहां तक पहुंचाया है. मैं अभी तक बहुत नेगेटिव थी लेकिन अब बहुत पॉजिटिव हो गई हूं.
उन्होंने कहा कि आसान नहीं होता एक मां के लिए बेटा खोना. मैं एक साल से बहुत दर्द में हूं. उस दर्द को भी मैंने रायबरेली में राहुल गांधी से मिलकर साझा किया. मुझे 4 साल वाला अग्निवीर पसंद नहीं है. यह मेंटली और फिजिकली दोनों ही नुकसान देने वाला है. फौजियों की बीवियां को बहुत स्ट्रॉन्ग बनना पड़ता है. 4 साल में सब खत्म हो जाएगा. परिवार पढ़ाई सब बेकार हो जाएगी. उससे वह कमजोर हो जाएंगे. आकर फिर वह कोई तैयारी नहीं कर पाएंगे.
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