वॉशिंगटन: लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका के दौरे पर हैं. उन्होंने जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में छात्रों से हुए संवाद में तमाम बातें कहीं. राहुल गांधी ने पीएम मोदी को लेकर सबसे बड़ा बयान दिया. बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखे हमले करने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि वह प्रधानमंत्री से नफरत नहीं करते, बल्कि केवल उनके नजरिए से असहमत हैं.
#WATCH | Washington, D.C, USA: Lok Sabha LoP and Congress MP Rahul Gandhi says, " india is a union of languages, traditions, religion...when indian people go to their religious places, they merge with their deity. this is the nature of india. the misunderstanding that bjp and rss… pic.twitter.com/iH4UzY5ri3
— ANI (@ANI) September 10, 2024
उन्होंने यह भी कहा कि भारत मूलतः परंपराओं, भाषाओं और विभिन्न धर्मों का एक संघ है. इसके साथ-साथ उन्होंने भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस पर भी निशाना साधा. राहुल ने कहा कि ये दोनों दल भारत को अलग-अलग चीजों के रूप में देखने की गलतफहमी पाले हुए हैं, लेकिन आप जानकर आश्चर्य में पड़ेंगे कि मैं मोदी जी को पसंद करता हूं. उनसे नफरत नहीं करता. मैं कई मौकों पर उनसे सहानूभूति जताता हूं.
'मोहब्बत की दुकान' नारे के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता ने कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण से असहमत हैं, लेकिन उनसे नफरत नहीं करते या उन्हें अपना दुश्मन नहीं मानते. राहुल गांधी ने कहा कि यह और भी मजेदार है, आप राजनीति में जाते हैं, आप उस आदमी पर चिल्लाते हैं और वह आदमी आप पर चिल्लाता है, फिर आप उसे गाली देते हैं, फिर वह आपको गाली देता है. यह सबसे उबाऊ काम है. उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी और विपक्ष के सामने दो बड़ी चुनौतियां हैं; पहली चुनाव लड़ना और दूसरी भाजपा-आरएसएस द्वारा किए गए 'नुकसान की भरपाई करना'.
राहुल गांधी ने कहा कि हमें पूरा भरोसा है कि हम भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे. अगले दो या तीन महीनों में हम ये चुनाव जीत जाएंगे. फिर, भाजपा और आरएसएस ने हमारे संस्थानों को जो नुकसान पहुंचाया है, उसे ठीक करना एक बहुत बड़ी समस्या है और यह इतनी आसानी से और इतनी आसानी से हल नहीं होने वाली है. मेरे खिलाफ अभी भी 20 से अधिक मामले हैं. विपक्ष पर हमला करने के लिए बहुत सारे ढांचे का इस्तेमाल किया जा रहा है, उसे रोकना होगा. असली चुनौती संस्थानों को फिर से तटस्थ बनाना है.
जानकारी के मुताबिक अमेरिका की यात्रा पर गए राहुल गांधी दो दिन के लिए वाशिंगटन में रहेंगे. इससे पहले दिन में उन्होंने वर्जीनिया में प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया. रविवार को डलास पहुंचे गांधी ने टेक्सास विश्वविद्यालय में छात्रों और शिक्षकों से भी बातचीत की. उन्होंने डलास में प्रवासी भारतीयों को भी संबोधित किया.