वायनाड: ऐसी खबरें आ रही हैं कि राहुल गांधी संसद भवन में सिर्फ रायबरेली सीट का ही प्रतिनिधित्व करेंगे और केरल के वायनाड सीट से अपने सांसद पद को छोड़ सकते हैं. हालांकि केरल के कांग्रेस नेताओं को अभी भी नहीं पता कि उनके मन में क्या है. अब कांग्रेस नेता यहां की पहाड़ी सीट पर उपचुनाव की तैयारी कर रहे हैं. इसके लिए बूथ लेवल वोटर लिस्ट और जरूरी दस्तावेज तैयार किए जा रहे हैं.
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता और मालाबार से नवनिर्वाचित सांसद ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि 'कांग्रेस नेता राहुल गांधी के वायनाड सीट से ही सांसद रहने की पूरी संभावना है.' उन्होंने बताया कि 'वायनाड में अपने चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने कई बार दोहराया कि वे इस सीट को नहीं छोड़ेंगे. वायनाड से उनका भावनात्मक लगाव भी है.'
उन्होंने कहा कि 'साल 2019 में पहली बार चुनाव लड़ने के दौरान वायनाड के मतदाता पार्टी लाइन से इतर राहुल के साथ खड़े थे. यह उनके राजनीतिक जीवन का अहम क्षण भी था. फिर भी वायनाड ने उन्हें 4,31,770 लाख वोटों का बहुमत दिया. हालांकि इस बार मतदान प्रतिशत में 6 प्रतिशत से अधिक की कमी आई है, लेकिन राहुल अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सीपीआई की एनी राजा के खिलाफ 3,64,422 वोटों के अंतर से जीत हासिल करने में सफल रहे.'
नाम न बताने की शर्त पर एक अन्य कांग्रेस नेता ने ईटीवी भारत को बताया कि 'पार्टी जल्द ही वायनाड में उपचुनाव की उम्मीद कर रही है. लेकिन उम्मीदवार गांधी परिवार से ही होगा. अगर राहुल गांधी यहां से जा रहे हैं तो केरल प्रियंका को प्राथमिकता दे रहा है. लेकिन राहुल गांधी के मन की बात जानने के बाद ही एआईसीसी अंतिम फैसला ले सकती है.'
उन्होंने कहा कि 'अगर प्रियंका को वायनाड उपचुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया जाता है, तो यहां पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए 4 लाख से ज्यादा वोट हासिल करना आसान होगा. हमने बूथ कमेटियों और ब्लॉक अध्यक्षों को पहले ही मतदाता सूची और चुनाव के लिए सभी जरूरी दस्तावेज रखने के निर्देश दे दिए हैं.'