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पूर्वांचल का बाहुबली धनंजय सिंह बरेली जेल में शिफ्ट, रास्ते भर एंबुलेंस के साथ रहे परिवार के लोग और समर्थक - Dhananjay Singh Bareilly jail - DHANANJAY SINGH BAREILLY JAIL

धनंजय सिंह को जौनपुर जिला जेल से स्थानांतरित कर बरेली जेल शिफ्ट किया गया. इस दौरान कई थानों की फोर्स मौजूद रही.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Apr 27, 2024, 9:41 AM IST

Updated : Apr 27, 2024, 7:25 PM IST

पूर्वांचल का बाहुबली धनंजय सिंह एंबुलेंस से बरेली जेल शिफ्ट

बरेली/जौनपुर : बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह को जौनपुर की जिला जेल से बरेली सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया जा चुका है. बरेली की सेंट्रल जेल में डॉन बबलू श्रीवास्तव के अलावा रामपुर सीआरपीएफ कैंप पर हमले के आतंकवादी भी हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद हैं. कुछ दिन पहले सेंट्रल जेल में बंद अपराधियों के वीडियो और फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे. पूर्व सांसद धनंजय को इसी जेल में शिफ्ट किया गया है. धनंजय के मौसेरे भाई विकास सिंह ने कहा कि उन्हें पूर्व की घटनाओं को देखते हुए आशंका थी, जिसके चलते वह यहां तक आए हैं. उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है.

भारी पुलिस फोर्स के साथ जौनपुर पुलिस एंबुलेंस से धनंजय सिंह को बरेली सेंट्रल जेल लेकर पहुंची. धनंजय के साथ उनके परिवार और सैकड़ों समर्थन साथ आए. मौसेरे भाई विकास सिंह ने बताया कि उनके भाई को फर्जी तरीके से फंसाया गया पर न्यायालय पर पूरा भरोसा था. उन्हें आज जमानत मिल गई है. कुछ दिनों में जेल से बाहर आ जाएंगे. जमानत पर छूटने के बाद धनंजय सिंह चुनाव प्रचार में रहेंगे.

दो अपराधियों के वीडियो और फोटो हुए थे वायरल

बरेली की सेंट्रल जेल में धनंजय सिंह को शिफ्ट किया गया है. इस जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर कुछ दिन पहले सवाल खड़े हुए थे. जेल में बंद हत्या के आरोपी आसिफ की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी. इस वीडियो में वह अपने परिचितों से लाइव बातचीत करता हुआ नजर आ रहा था. इसके अलावा हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद रहे शातिर अपराधी राका के फोटो भी उसके जेल से छूटने के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे, जो उसने खुद अपनी फेसबुक पर अपलोड किए थे. दोनों मामलों में जेल प्रशासन की तरफ से अलग-अलग दो मुकदमे भी दर्ज कराए गए थे. एक मामले में जहां चार जेल वार्डन पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया गया था, तो वहीं दूसरे मामले में सिर्फ अपराधी राका के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. जेल के किसी भी कर्मचारी अधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.

एंबुलेंस से सड़क के रास्ते लाया गया

आज तड़के पूर्व सांसद धनंजय सिंह को भारी फोर्स की मौजूदगी में एंबुलेंस से सड़क के रास्ते बरेली लाया गया. जौनपुर जेल में आज तड़के करीब 4:00 बजे से गाड़ियों की आवाज शुरू हो गई. इस दौरान भारी संख्या में फोर्स मौजूद थी. करीब 7:00 बजे के आसपास पूर्व सांसद धनंजय सिंह को एंबुलेंस से बरेली के लिए रवाना किया गया.

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पूर्वांचल का बाहुबली धनंजय सिंह बरेली जेल शिफ्ट

आपको बताते चले कि जौनपुर जिले के बसपा के पूर्व बाहुबली सांसद धनंजय सिंह नमामि गंगे प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंह सिंघल मामले में बीते 5 मार्च को एमपी एमएलए कोर्ट ने दोषी करार दिया था. छह मार्च को सात वर्ष की सजा सुनाई गई थी. धनजंय सिंह ने इस सजा के खिलाफ हाइकोर्ट इलाहाबाद में याचिका दाखिल की है. आज इस मामले पर फैसला भी आने वाला है.

एंबुलेंस से ही क्यों भेजा गया?: जेल सूत्रों की माने तो पूर्व सांसद धनंजय सिंह को दो दिन पूर्व जेल प्रशासन के डॉक्टरों द्वारा स्वास्थ्य का हवाला देते हुए उन्हें जौनपुर जेल रहने के लिए कहा गया था. अचानक आज सुबह उन्हें बरेली जेल के लिए रवाना किया गया. इस दौरान भारी संख्या में फोर्स और पीएसी तैनात किया गया था.

अपहरण और रंगदारी के मामले में सुनाई गई थी सजा: जौनपुर एमपी एमएलए त्रिपाठी की बेंच ने 6 मार्च 2024 को पूर्व सांसद धनंजय सिंह को नमामि गंगे के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल से रंगदारी और उपाय के मामले में कोर्ट में 7 साल की सजा सुनाई थी. जिसमें सांसद धनंजय सिंह ने हाईकोर्ट में इस फैसले के विरुद्ध अपील की थी. जिसमें 24 अप्रैल को बहस की गई. इसका फैसला शनिवार को आने वाला था. पूर्व सांसद धनंजय सिंह जेल में बंद किया गया था और आज तड़के उन्हें बरेली जेल के लिए रवाना किया गया.

इसे भी पढ़े-अपहरण के मामले में सजा के खिलाफ पूर्व सांसद धनंजय सिंह की अपील पर निर्णय सुरक्षित - Allahabad High Court News

जेल शिफ्ट करने की वजह क्या है?: सूत्रों की मानें तो धनंजय सिंह जेल से अपनी पत्नी के चुनाव के लिए प्रचार कर रहे थे. ऐसे में उन्हें बरेली जेल शिफ्ट किया गया है. धनंजय सिंह की पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीकला सिंह जौनपुर सीट पर बसपा से चुनाव लड़ रही है. धनंजय सिंह के समर्थकों का आरोप है, कि उनकी पत्नी पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ रही है. इसको देखते हुए धनंजय सिंह को बीजेपी ने जेल से शिफ्ट करवा दिया है.

धनंजय सिंह की अपील पर निर्णय सुरक्षित: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह को नमामि गंगे प्रोजेक्ट मैनेजर के अपहरण में मिली सजा के खिलाफ दाखिल अपील पर अपना निर्णय सुरक्षित कर लिया है. यह आदेश न्यायमूर्ति संजय कुमार सिंह ने गुरुवार को सुनवाई पूरी होने पर दिया. बुधवार को साढ़े तीन घंटे तक सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता सुधीर वालिया, वरिष्ठ अधिवक्ता सगीर अहमद और एडवोकेट कार्तिकेय सरन और एसपी सिंह ने धनंजय सिंह के पक्ष में अपने तर्क प्रस्तुत किए थे. गुरुवार को राज्य सरकार की ओर से अपर महाधिवक्ता पीसी श्रीवास्तव एवं अपर शासकीय अधिवक्ता जेके उपाध्याय, विकास सहाय और दीपक मिश्र ने अभियोजन का पक्ष रखा. अपर महाधिवक्ता पीसी श्रीवास्तव एवं तीनों एजीए ने अभियोजन कहानी को साबित करने वाले तथ्यों का हवाला दिया, साथ ही धनंजय सिंह के आपराधिक इतिहास में न जोड़े गए मुकदमों के साथ दिल्ली के हत्या के मामले की जानकारी दी.कोर्ट ने अपर महाधिवक्ता और अपर शासकीय अधिवक्ताओं से अपने तर्कों के समर्थन में न्यायिक व्यवस्थाएं दाखिल करने को कहा.

गत दिवस एडवोकेट वालिया ने धनंजय सिंह को इस मामले में राजनीतिक द्वेषवश झूठा फंसाने का आरोप लगाते हुए कहा था, कि इस मामले में तथ्य के जो तीन गवाह हैं, उनमें से दो सरकारी कर्मचारी और एक प्रोजेक्ट का कर्मचारी है. जिन पर दबाव बनाकर झूठी गवाही कराई है. इसके बावजूद अभियोजन पक्ष ट्रायल कोर्ट में अपना केस साबित नहीं कर सका. उन्होंने यह भी कहा कि धनंजय सिंह का जो आपराधिक इतिहास बताया गया है, उनमें अधिकतर मुकदमे राजनीतिक द्वेष वश दर्ज कराए गए. क्योंकि वह विधायक और सांसद रह चुके हैं.

इस मामले के अलावा दो दर्जन मामलों में वह बरी हो गए और चार में फाइनल रिपोर्ट लग गई एवं कुछ सरकार ने वापस भी ले लिए. बहस के अंत में उन्होंने कहा कि इस मामले के ट्रायल के दौरान वह जमानत पर थे. उन्होंने जमानत का कोई भी दुरुपयोग नहीं किया. वह आगामी लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं, इसलिए उनकी सजा स्थगित कर उन्हें जमानत पर रिहा किया जाए.

यह भी पढ़े-अपहरण के केस में सजा के खिलाफ पूर्व सांसद धनंजय सिंह की अपील पर सुनवाई जारी - Allahabad High Court News

पूर्वांचल का बाहुबली धनंजय सिंह एंबुलेंस से बरेली जेल शिफ्ट

बरेली/जौनपुर : बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह को जौनपुर की जिला जेल से बरेली सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया जा चुका है. बरेली की सेंट्रल जेल में डॉन बबलू श्रीवास्तव के अलावा रामपुर सीआरपीएफ कैंप पर हमले के आतंकवादी भी हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद हैं. कुछ दिन पहले सेंट्रल जेल में बंद अपराधियों के वीडियो और फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे. पूर्व सांसद धनंजय को इसी जेल में शिफ्ट किया गया है. धनंजय के मौसेरे भाई विकास सिंह ने कहा कि उन्हें पूर्व की घटनाओं को देखते हुए आशंका थी, जिसके चलते वह यहां तक आए हैं. उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है.

भारी पुलिस फोर्स के साथ जौनपुर पुलिस एंबुलेंस से धनंजय सिंह को बरेली सेंट्रल जेल लेकर पहुंची. धनंजय के साथ उनके परिवार और सैकड़ों समर्थन साथ आए. मौसेरे भाई विकास सिंह ने बताया कि उनके भाई को फर्जी तरीके से फंसाया गया पर न्यायालय पर पूरा भरोसा था. उन्हें आज जमानत मिल गई है. कुछ दिनों में जेल से बाहर आ जाएंगे. जमानत पर छूटने के बाद धनंजय सिंह चुनाव प्रचार में रहेंगे.

दो अपराधियों के वीडियो और फोटो हुए थे वायरल

बरेली की सेंट्रल जेल में धनंजय सिंह को शिफ्ट किया गया है. इस जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर कुछ दिन पहले सवाल खड़े हुए थे. जेल में बंद हत्या के आरोपी आसिफ की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी. इस वीडियो में वह अपने परिचितों से लाइव बातचीत करता हुआ नजर आ रहा था. इसके अलावा हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद रहे शातिर अपराधी राका के फोटो भी उसके जेल से छूटने के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे, जो उसने खुद अपनी फेसबुक पर अपलोड किए थे. दोनों मामलों में जेल प्रशासन की तरफ से अलग-अलग दो मुकदमे भी दर्ज कराए गए थे. एक मामले में जहां चार जेल वार्डन पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया गया था, तो वहीं दूसरे मामले में सिर्फ अपराधी राका के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. जेल के किसी भी कर्मचारी अधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.

एंबुलेंस से सड़क के रास्ते लाया गया

आज तड़के पूर्व सांसद धनंजय सिंह को भारी फोर्स की मौजूदगी में एंबुलेंस से सड़क के रास्ते बरेली लाया गया. जौनपुर जेल में आज तड़के करीब 4:00 बजे से गाड़ियों की आवाज शुरू हो गई. इस दौरान भारी संख्या में फोर्स मौजूद थी. करीब 7:00 बजे के आसपास पूर्व सांसद धनंजय सिंह को एंबुलेंस से बरेली के लिए रवाना किया गया.

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पूर्वांचल का बाहुबली धनंजय सिंह बरेली जेल शिफ्ट

आपको बताते चले कि जौनपुर जिले के बसपा के पूर्व बाहुबली सांसद धनंजय सिंह नमामि गंगे प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंह सिंघल मामले में बीते 5 मार्च को एमपी एमएलए कोर्ट ने दोषी करार दिया था. छह मार्च को सात वर्ष की सजा सुनाई गई थी. धनजंय सिंह ने इस सजा के खिलाफ हाइकोर्ट इलाहाबाद में याचिका दाखिल की है. आज इस मामले पर फैसला भी आने वाला है.

एंबुलेंस से ही क्यों भेजा गया?: जेल सूत्रों की माने तो पूर्व सांसद धनंजय सिंह को दो दिन पूर्व जेल प्रशासन के डॉक्टरों द्वारा स्वास्थ्य का हवाला देते हुए उन्हें जौनपुर जेल रहने के लिए कहा गया था. अचानक आज सुबह उन्हें बरेली जेल के लिए रवाना किया गया. इस दौरान भारी संख्या में फोर्स और पीएसी तैनात किया गया था.

अपहरण और रंगदारी के मामले में सुनाई गई थी सजा: जौनपुर एमपी एमएलए त्रिपाठी की बेंच ने 6 मार्च 2024 को पूर्व सांसद धनंजय सिंह को नमामि गंगे के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल से रंगदारी और उपाय के मामले में कोर्ट में 7 साल की सजा सुनाई थी. जिसमें सांसद धनंजय सिंह ने हाईकोर्ट में इस फैसले के विरुद्ध अपील की थी. जिसमें 24 अप्रैल को बहस की गई. इसका फैसला शनिवार को आने वाला था. पूर्व सांसद धनंजय सिंह जेल में बंद किया गया था और आज तड़के उन्हें बरेली जेल के लिए रवाना किया गया.

इसे भी पढ़े-अपहरण के मामले में सजा के खिलाफ पूर्व सांसद धनंजय सिंह की अपील पर निर्णय सुरक्षित - Allahabad High Court News

जेल शिफ्ट करने की वजह क्या है?: सूत्रों की मानें तो धनंजय सिंह जेल से अपनी पत्नी के चुनाव के लिए प्रचार कर रहे थे. ऐसे में उन्हें बरेली जेल शिफ्ट किया गया है. धनंजय सिंह की पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीकला सिंह जौनपुर सीट पर बसपा से चुनाव लड़ रही है. धनंजय सिंह के समर्थकों का आरोप है, कि उनकी पत्नी पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ रही है. इसको देखते हुए धनंजय सिंह को बीजेपी ने जेल से शिफ्ट करवा दिया है.

धनंजय सिंह की अपील पर निर्णय सुरक्षित: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह को नमामि गंगे प्रोजेक्ट मैनेजर के अपहरण में मिली सजा के खिलाफ दाखिल अपील पर अपना निर्णय सुरक्षित कर लिया है. यह आदेश न्यायमूर्ति संजय कुमार सिंह ने गुरुवार को सुनवाई पूरी होने पर दिया. बुधवार को साढ़े तीन घंटे तक सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता सुधीर वालिया, वरिष्ठ अधिवक्ता सगीर अहमद और एडवोकेट कार्तिकेय सरन और एसपी सिंह ने धनंजय सिंह के पक्ष में अपने तर्क प्रस्तुत किए थे. गुरुवार को राज्य सरकार की ओर से अपर महाधिवक्ता पीसी श्रीवास्तव एवं अपर शासकीय अधिवक्ता जेके उपाध्याय, विकास सहाय और दीपक मिश्र ने अभियोजन का पक्ष रखा. अपर महाधिवक्ता पीसी श्रीवास्तव एवं तीनों एजीए ने अभियोजन कहानी को साबित करने वाले तथ्यों का हवाला दिया, साथ ही धनंजय सिंह के आपराधिक इतिहास में न जोड़े गए मुकदमों के साथ दिल्ली के हत्या के मामले की जानकारी दी.कोर्ट ने अपर महाधिवक्ता और अपर शासकीय अधिवक्ताओं से अपने तर्कों के समर्थन में न्यायिक व्यवस्थाएं दाखिल करने को कहा.

गत दिवस एडवोकेट वालिया ने धनंजय सिंह को इस मामले में राजनीतिक द्वेषवश झूठा फंसाने का आरोप लगाते हुए कहा था, कि इस मामले में तथ्य के जो तीन गवाह हैं, उनमें से दो सरकारी कर्मचारी और एक प्रोजेक्ट का कर्मचारी है. जिन पर दबाव बनाकर झूठी गवाही कराई है. इसके बावजूद अभियोजन पक्ष ट्रायल कोर्ट में अपना केस साबित नहीं कर सका. उन्होंने यह भी कहा कि धनंजय सिंह का जो आपराधिक इतिहास बताया गया है, उनमें अधिकतर मुकदमे राजनीतिक द्वेष वश दर्ज कराए गए. क्योंकि वह विधायक और सांसद रह चुके हैं.

इस मामले के अलावा दो दर्जन मामलों में वह बरी हो गए और चार में फाइनल रिपोर्ट लग गई एवं कुछ सरकार ने वापस भी ले लिए. बहस के अंत में उन्होंने कहा कि इस मामले के ट्रायल के दौरान वह जमानत पर थे. उन्होंने जमानत का कोई भी दुरुपयोग नहीं किया. वह आगामी लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं, इसलिए उनकी सजा स्थगित कर उन्हें जमानत पर रिहा किया जाए.

यह भी पढ़े-अपहरण के केस में सजा के खिलाफ पूर्व सांसद धनंजय सिंह की अपील पर सुनवाई जारी - Allahabad High Court News

Last Updated : Apr 27, 2024, 7:25 PM IST
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