फरीदाबाद: सब्जियों के बाद हरियाणा में दालों के दाम (Pulses Rate Hike) भी सातवें आसमान पर हैं. जिसके चलते लोगों की रसोई का बजट बिगड़ गया है. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान फरीदाबाद के दुकानदार सुरजीत ने बताया कि कुछ दिन पहले दाल नॉर्मल रेट पर बिक रही थी. अचानक दाल के दाम बढ़ गए हैं. 90 रुपये किलो मिलने वाली दाल अब डेढ़ सौ रुपये किलो मिल रही है. जिसके चलते ग्राहक अब लगभग गायब से हो गए हैं.
दाल की कीमत: दुकानदार सुरजीत ने बताया कि पहले दिन में तीन से चार बोरी दाल की बिक्री हो जाती थी, लेकिन महंगाई (Pulses Rate Hike) का आलम ये है कि अब दिन में एक बोरी मुश्किल से दाल की बिक पाती है. महंगाई की वजह से लोगों ने दाल से दूरी बनाना शुरू कर दिया है.
जानें क्यों महंगी हुई दाल: जब सुरजीत से दाल की महंगाई के बारे में पूछा गया तो उसने बताया कि पीछे से ही दाल महंगी मिल रही है. मानसून भी इसके पीछे एक वजह है. जिसके चलते ट्रक देरी से पहुंच रहे हैं. जिससे दाल का स्टॉक कम हो गया है. दिन प्रतिदिन दाल के दाम बढ़ते ही जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि आने वालों दिनों में भी दाल महंगी हो सकती है. क्योंकि बरसात में ट्रांसपोर्टेशन का खर्च बढ़ जाता है.
महंगाई से अभी राहत नहीं! दुकानदार ने बताया कि हमारे पास तक पहुंचते-पहुंचते दाल महंगी (Pulses Rate Hike) हो जाती है. पहले दाल आसानी से दुकानों में पहुंच जाती थी और दाल का रेट सस्ता था, लेकिन अब ट्रांसपोर्टेशन का खर्चा बढ़ गया है. ऊपर की लागत बढ़ गई है. दाल का स्टॉक भी खत्म होते जा रहा है. यहां तक दुकानों में आते-आते दाल का रेट बढ़ जाता है.
चिकन से महंगी हुई दाल! ईटीवी भारत से बातचीत में फरीदाबाद के दुकानदार सुरजीत ने बताया कि दाल की नई फसल दिसंबर महीने में आएगी. तब तक दुकानदारों को लागत और खर्चा भी निकालना पड़ेगा. जिसका असर जनता की जेब पर पड़ेगा. यानी आने वाले समय में दाल और महंगी हो सकती है. फरीदाबाद की अगर बात करें तो अभी यहां एक किलो चिकन 210 रुपये का मिल रहा है. वहीं अरहर की दाल की कीमत भी 220 रुपये किलो पहुंच चुकी है.