नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) लागू होने को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal) लगातार इसका विरोध कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा था कि शरणार्थियों को नागरिकता मिलने से देश में चोरी की घटनाएं बढ़ेंगी. इस बयान से नाराज सैकड़ों शरणार्थी दिल्ली मुख्यमंत्री के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे. हाथों में केजरीवाल माफी मांगों शरणार्थियों का अपमान मत करो जैसे तख्तियां लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.
प्रदर्शन में शामिल पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी नेहरू लाल ने कहा कि, "वह साल 2011 में दिल्ली आए थे. जिन हालातो से जूझकर उन्होंने पाकिस्तान छोड़ा उसका अंदाजा कोई दूसरा नहीं लग सकता. दिल्ली के मुख्यमंत्री ने जो बयान दिया है वह गलत है. जिन-जिन इलाकों में पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों की बस्ती है वहां संबंधित थाने में जाकर उनकी जांच करवा सकते हैं. पता कर सकते हैं कि बीते एक दशक से ज्यादा समय में उन पर कितने मामले दर्ज हुए हैं."
प्रदर्शन में शामिल लोगों का कहना है कि वह कृषि से जुड़े लोग हैं. सरकार कृषि से जुड़ी योजनाएं उनके लिए निकाले, जिससे वह लोग आसानी से जीवन यापन कर सके. उन्हें उम्मीद है की नागरिकता संशोधन कानून के तहत प्रधानमंत्री ने जिस तरह से उन्हें नागरिकता प्रदान की है, इसी तरह उनकी आजीविका का संसाधन भी केंद्र सरकार जुटाएगी. साथ ही उनका आरोप है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल इस तरह के बयानबाजी देकर लोगों को भड़का रहे हैं.
बता दें कि, राष्ट्रीय राजधानी में हजारों की संख्या में पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए हिंदू और सिख शरणार्थी रहते हैं. सीएए लागू होने के बाद इन्हें नागरिकता मिलने का रास्ता साफ हो गया है. केजरीवाल ने एक बयान में कहा था कि, "अब भारी संख्या में पड़ोसी देशों से घुसपैठिए भारत आएंगे जो काफी खतरनाक है. इससे देश में चोरी की घटनाएं भी बढ़ेंगी." केजरीवाल के इस बयान के बाद से शरणार्थियों में नाराजगी है.