अमृतसर: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के दौरान अमृतसर के सिख युवक तेजपाल सिंह की मौत के मामले में बड़ी जानकारी सामने आई है. रूस में अमृतसर के युवक तेजपाल सिंह की यूक्रेन बॉर्डर पर मौत हो गई थी, जिसका परिवार लगातार उसके शव को भारत वापस लाने की अपील कर रहा था.
यूक्रेन की सीमा पर युद्ध में लिया भाग: अमृतसर निवासी 30 वर्षीय तेजपाल सिंह दिसंबर माह में रूस गए थे. रूसी सेना में भर्ती होकर प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद वे यूक्रेन की सीमा पर युद्ध में भाग लेने गए थे. उन्होंने यूक्रेन के युद्ध में रूस की ओर से लड़ाई लड़ी थी और इस दौरान शहीद हो गए थे.
रूस की सेना में तैनात: तेजपाल सिंह जनवरी 2024 में रूस गए थे. उस समय रूस को यूक्रेन के खिलाफ लड़ाकों की जरूरत थी. मार्च में तेजपाल की वहीं मौत हो गई और परिवार को इसकी जानकारी 9 जून को मिली. उनके परिजन लगातार तेजपाल के शव को भारत वापस लाने की अपील कर रहे थे. अब इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है कि अब तेजपाल की मां का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा, जिसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
रूसी दूतावास ने मांगी डीएनए रिपोर्ट: इस मामले में रूसी दूतावास ने डीएनए रिपोर्ट मांगी है, ताकि तेजपाल के शव से मिलान किया जा सके. तेजपाल की पत्नी का कहना है कि बच्चे भी इंतजार करते हैं कि कब हमारे पापा आएंगे या कब हम वीडियो कॉल पर बात करेंगे. रूस ने तेजपाल का शव भारत भेजने पर सहमति जताई है.
यह प्रक्रिया पीएम मोदी के दौरे के 2 हफ्ते बाद शुरू हुई. तेजपाल की मां का कहना है कि मैं अपने बेटे का अंतिम संस्कार करना चाहती हूं, अगर हमारी सरकारें अच्छी होतीं तो मेरा बेटा विदेश में जाकर आज नहीं मरता. नरेंद्र मोदी के मॉस्को दौरे के दो हफ्ते बाद आखिरकार रूस ने तेजपाल सिंह के शव को भारत वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.