नई दिल्ली: दक्षिण भारत में इस साल लोकसभा चुनाव में 2019 के मुकाबले भाजपा को अधिक सीटें मिलेंगी. उक्त बातें विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एनडीटीवी के प्रधान संपादक संजय पुगलिय के साथ एक इंटरव्यू में कहीं. विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि 'वह सटीक आंकड़े विशेषज्ञों पर छोड़ेंगे, लेकिन मैं आपको एक बात बता सकता हूं, इस चुनाव में मेरी कई बार सार्वजनिक बातचीत हुई. लोगों के पास प्रो-इनकंबेंसी दिखाने का एक तरीका है. इसलिए मुझे लगा कि कई राज्यों में सत्ता समर्थक लहर है. दूसरे, मैं पिछले साल कई बार केरल गया. मैं चुनाव के लिए तेलंगाना गया था. ये बीजेपी के पारंपरिक राज्य नहीं हैं. मुझे वहां एक उभरती हुई ऊर्जा का अहसास हुआ. मैं कह सकता हूं कि हमारे पक्ष में रुझान बहुत सकारात्मक है'.
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, 'मेरे अनुभव के आधार पर, मुझे लगता है कि संख्या बढ़ेगी, घटेगी नहीं'. जब उनसे पूछा गया कि भाजपा किस आधार पर दावा कर रही है कि वह केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अच्छा प्रदर्शन करेगी, तो उन्होंने जवाब दिया, 'भाजपा एक पेशेवर पार्टी है और अनुमान पर भरोसा नहीं करती है. हम बूथ स्तर पर विश्लेषण करते हैं और ऊपर की ओर बढ़ते हैं. जब हम कहते हैं कि हमें इस राज्य में इतनी सीटें मिलेंगी, तो इस पर बहुत विचार किया गया है'.
उन्होंने कहा, 'आपने कहा है कि 370 लक्ष्य एक नारा है. मुझे नहीं लगता कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूं ही किसी संख्या का जिक्र किया है. इस पर कुछ विचार किया गया है. यह स्पष्ट है कि कई राज्यों में हम अपनी स्थिति बनाए रखने में सक्षम होंगे और कुछ राज्यों, जैसे कि बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र, केरल, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में, हम अपनी सीटें बढ़ाएंगे'. लोकसभा चुनाव के आखिरी दो चरणों के लिए मतदान 25 मई और 1 जून को होने हैं. वोटों की गिनती 4 जून को होगी.