नई दिल्ली : मेघालय के साउथ वेस्ट गारो हिल्स अंपती जिले में वार्षिक चेंगा बेंगा मेले के दौरान हुए हमले के पीड़ितों के परिवार वालों से रविवार को राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने एनसीपीसीआर टीम के साथ घटनास्थल का भी दौरा किया.
प्रियंक कानूनगो ने इस घटना के पीछे अवैध रोहिंग्या घुसपैठिए का हाथ बताया. उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें वो टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे.
कानूनगो ने 'एक्स' पर लिखा, 'मेघालय के साउथ वेस्ट गारो हिल्स अंपती जिले में एक आदिवासी उत्सव के दौरान किए गए हमलों की घटना में नाबालिग लड़कियों से गैंगरेप किए जाने की शिकायत की जांच के लिए एनसीपीसीआर की टीम के साथ यहां आया हूं. आश्चर्य की बात है कि आदिवासी बच्चों के खिलाफ इतने नृशंस अपराध की राष्ट्रीय स्तर पर कोई चर्चा ही नहीं हुई है, शिकायत के अनुसार अपराधी अवैध रोहिंग्या घुसपैठिए होने का संदेह है। जांच चल रही है.'
प्रियंक कानूनगो ने पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात के बाद बताया कि मेघालय का साउथ वेस्ट गारो हिल्स अंपती ज़िला बांग्लादेश की सीमा से लगा हुआ है. यहां आदिवासी उत्सव के दौरान के कुछ आदिवासी लड़के और लड़कियों पर हमला किया गया. हमें शिकायतकर्ता ने जानकारी दी है कि हमलावर अवैध रोहिंग्या घुसपैठिए हो सकते हैं.
प्रियंक कानूनगो ने बताया कि 'उन्होंने लड़कों से ना केवल मोबाइल छीने, उनसे पैसे छीने और हाथ-पैर बांधकर पीटा भी. लड़कियों के साथ गैंगरेप भी किया है.' उन्होंने कहा कि 'अभी भी कई आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. हमने यहां आकर इस घटना की जांच की है. पीड़ित और उनके परिजनों से भी मुलाकात की. आयोग पूरी मुस्तैदी के साथ यह तय करेगा कि इस घटना के प्रत्येक आरोपी को सजा मिल सके, कोई भी अपराधी बच नहीं पाए.'
चार आरोपी हो चुके गिरफ्तार : बता दें कि कुछ दिनों पहले दक्षिण पश्चिम गारो हिल्स जिले के गारोबाधा के पास वार्षिक चेंगा बेंगा मेले के दौरान गांधी पारा विला में कुछ पुरुषों ने नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म किया और लड़कों की जमकर पिटाई भी की. मेघालय पुलिस ने इस घटना के चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है. इसके साथ ही पुलिस मामले की जांच भी कर रही है.