हैदराबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को तेलंगाना के बीबीनगर एम्स में ड्रोन सेवा का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे. दिल्ली में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के सहयोग से यह संभव होगा. पीएम मोदी धन्वंतरि जयंती और 9वें आयुर्वेद दिवस के अवसर पर दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA) में करोड़ों रुपये की लागत से विभिन्न स्वास्थ्य परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे.
ड्रोन सेवा शुरू करने का उद्देश्य दूरदराज के गांवों से जिला केंद्र अस्पताल तक चिकित्सा नमूनों की जांच और वितरण की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करना है. इससे स्वास्थ्य सेवा वितरण में एक महत्वपूर्ण कमी को दूर किया जा सकेगा. वर्तमान में टीबी से पीड़ित संदिग्ध व्यक्तियों को जांच के लिए जिला अस्पतालों का चक्कर लगाना पड़ता है. यही नहीं स्वास्थ्य कर्मियों को जांच सैंपल को प्रयोगशालाओं तक ले जाने में देरी का सामना करना पड़ता है.
ड्रोन परियोजना स्वास्थ्य कर्मियों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHC) पर नमूने एकत्र करने और उन्हें सीधे जिला अस्पतालों में प्रयोगशालाओं में भेजने में सक्षम बनाएगी. यह अभिनव समाधान न आने जाने के समय को बचाता है बल्कि सैंपल की समय पर जांच भी सुनिश्चित करता है, जिससे रोगी देखभाल में सुधार हो सकेगा.
इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत ड्रोन-सक्षम प्रक्रिया के माध्यम से प्राप्त टेस्ट रिजल्ट के आधार बीबीनगर एम्स दवाओं की डिलीवरी की सुविधा प्रदान करेगा. यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा की पहुंच बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कदम है. इससे यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि रोगियों को समय पर उपचार मिले.
चिकित्सा सेवाओं में ड्रोन तकनीक की शुरुआत एक परिवर्तनकारी दृष्टिकोण को दर्शाती है. इसका उद्देश्य दूरदराज के समुदायों और आवश्यक चिकित्सा सुविधाओं के बीच की खाई को पाटना है. इस परियोजना के लिए प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन देश भर में बेहतर स्वास्थ्य सेवा को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.