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इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी का 54वां दीक्षांत समारोह, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने की शिरकत - President Droupadi Murmu

Indira Gandhi National Forest Academy Convocation आज देहरादून के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी का 54 वां दीक्षांत समारोह आयोजित हुआ, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि के रूप के तौर पर शिरकत की. इस अकादमी से अभी तक भारत के साथ ही 14 मित्र राष्ट्रों को मिलाकर 365 वन अधिकारी प्रशिक्षण ले चुके हैं.

President Droupadi Murmu
द्रौपदी मुर्मू (फोटो- X@rashtrapatibhvn)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Apr 23, 2024, 8:12 PM IST

Updated : Apr 24, 2024, 11:13 AM IST

देहरादून (उत्तराखंड): आज 24 अप्रैल को देहरादून वन अनुसंधान संस्थान के परिसर में मौजूद इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी में 54वें भारतीय वन सेवा परिवीक्षार्थियों के दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की और मानद उपाधि प्रदान की.

बता दें कि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगी. राष्ट्रीय वन अकादमी में 2022-24 प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के तहत 99 भारतीय वन सेवा परिवीक्षार्थियों के साथ भारत के मित्र राष्ट्र भूटान के भी 2 प्रशिक्षु अधिकारियों का प्रशिक्षण पूरा होने जा रहा है. वर्तमान बैच से सबसे ज्यादा मध्य प्रदेश के 15 अधिकारी आज पास आउट होंगे. उत्तराखंड की बात करें तो उत्तराखंड से भी 3 अधिकारी प्रशिक्षण पूरा कर निकलेंगे, जो देश की वन सेवाओं में अपनी सेवाएं देंगे.

देहरादून में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी की स्थापना साल 1926 में इंडियन फॉरेस्ट कॉलेज के नाम से हुई थी. देश की आजादी के बाद इसका नाम बदलकर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी यानी इंदिरा गांधी नेशनल फॉरेस्ट एकेडमी कर दिया गया. तब से लेकर अब तक यह वन अकादमी के रूप में देश की सेवा कर रहा है.

देश की आजादी के बाद से अब तक देहरादून में मौजूद इस राष्ट्रीय वन अकादमी से भारतीय वन सेवा (Indian Forest Service) के अलावा भारत के 14 मित्र राष्ट्रों को मिलाकर 365 वन अधिकारी ट्रेनिंग ले चुके हैं. वहीं, अब तक के सफर में अकादमी ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन कर देश में वन सेवाओं का अलग आयाम स्थापित किया है. इसके लिए कई बार देहरादून में मौजूद राष्ट्रीय वन अकादमी को सम्मानित भी किया जा चुका है.

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बता दें कि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगी. राष्ट्रीय वन अकादमी में 2022-24 प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के तहत 99 भारतीय वन सेवा परिवीक्षार्थियों के साथ भारत के मित्र राष्ट्र भूटान के भी 2 प्रशिक्षु अधिकारियों का प्रशिक्षण पूरा होने जा रहा है. वर्तमान बैच से सबसे ज्यादा मध्य प्रदेश के 15 अधिकारी आज पास आउट होंगे. उत्तराखंड की बात करें तो उत्तराखंड से भी 3 अधिकारी प्रशिक्षण पूरा कर निकलेंगे, जो देश की वन सेवाओं में अपनी सेवाएं देंगे.

देहरादून में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी की स्थापना साल 1926 में इंडियन फॉरेस्ट कॉलेज के नाम से हुई थी. देश की आजादी के बाद इसका नाम बदलकर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी यानी इंदिरा गांधी नेशनल फॉरेस्ट एकेडमी कर दिया गया. तब से लेकर अब तक यह वन अकादमी के रूप में देश की सेवा कर रहा है.

देश की आजादी के बाद से अब तक देहरादून में मौजूद इस राष्ट्रीय वन अकादमी से भारतीय वन सेवा (Indian Forest Service) के अलावा भारत के 14 मित्र राष्ट्रों को मिलाकर 365 वन अधिकारी ट्रेनिंग ले चुके हैं. वहीं, अब तक के सफर में अकादमी ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन कर देश में वन सेवाओं का अलग आयाम स्थापित किया है. इसके लिए कई बार देहरादून में मौजूद राष्ट्रीय वन अकादमी को सम्मानित भी किया जा चुका है.

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Last Updated : Apr 24, 2024, 11:13 AM IST
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