ऋषिकेश (उत्तराखंड): हनुमान जन्मोत्सव पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपनी बेटी इतिश्री मुर्मू के साथ ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन पहुंचीं. जहां परमार्थ निकेतन पहुंचने पर उनका शंख ध्वनि, पुष्प वर्षा और वेद मंत्रों से स्वागत किया गया. इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपनी बेटी इतिश्री के साथ गंगा आरती में शामिल हुईं. जहां उन्होंने मां गंगा की आरती की और देशवासियों की सुख समृद्धि की कामना की. वहीं, मां गंगा की भव्य आरती में शामिल होकर राष्ट्रपति मुर्मू अभिभूत नजर आईं.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने की गंगा आरती: दरअसल, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपनी बेटी इतिश्री मुर्मू और राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह के साथ गंगा आरती में शामिल होने के लिए परमार्थ निकेतन पहुंचीं. जहां राष्ट्रपति मुर्मू ने परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती और ग्लोबल इंटरफेथ वाश एलायंस की अंतरराष्ट्रीय महासचिव साध्वी भगवती सरस्वती के सान्निध्य में विश्व विख्यात गंगा आरती में हिस्सा लिया.
एम्स ऋषिकेश के दीक्षांत समारोह में की शिरकत: इस मौके पर स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि यह अविस्मरणीय, अभिनंदनीय और गौरवमय पल है कि राष्ट्रपति परमार्थ निकेतन पहुंचीं. भारत के लिए उनके योगदान उत्कृष्टता और विशिष्टता से भी आगे है. बता दें कि आज अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में चौथा दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शिरकत कर 598 छात्र-छात्राओं को उपाधियां दी. साथ ही मेधावियों को मेडल से भी नवाजा.
10 मेडिकल छात्रों को गोल्ड मेडल से नवाजे: समारोह में राष्ट्रपति मुर्मू ने एमबीबीएस, डीएम, बीएससी नर्सिंग, एमएससी नर्सिंग और बीएससी एलाइड हेल्थ साइंस के 10 मेडिकल छात्रों को गोल्ड मेडल से नवाजा. इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि उपाधि हासिल करने वालों में महिलाओं की संख्या ज्यादा है, यह एक सामाजिक बदलाव का संकेत है. साथ ही कहा कि देशभर में बेहतर इलाज करने के कारण ही एम्स संस्थानों की विशिष्ट पहचान है.
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