हैदराबाद: लोकसभा चुनाव 2024 की मतगणना मंगलवार 4 जून को होगी. लेकिन चुनाव नतीजों से पहले सामने आए एग्जिट पोल के आंकड़ों पर बहस जारी है, जिसमें भाजपा-एनडीए को 350 से अधिक सीटें मिलने की भविष्यवाणी की गई है. विपक्ष ने इसे सरकारी एग्जिट पोल करार देते हुए नकार दिया है. एग्जिट पोल के बाद चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर वाद-विवाद हो रहा है. लेकिन राजनीतिक कार्यकर्ता और विश्लेषक योगेंद्र यादव एग्जिट पोल आने के बाद चुप हैं. उन्होंने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
प्रशांत किशोर की पोस्ट को लेकर कहा जा रहा है कि उन्होंने चुनाव नतीजों की भविष्यवाणी करने वाले विश्लेषकों पर कटाक्ष किया है. उन्होंने पोस्ट में लिखा, 'अगली बार चुनाव और राजनीति की बात हो तो अपना कीमती समय खाली बैठे फर्जी पत्रकार, बड़बोले नेताओं और सोशल मीडिया के स्वयंभू विशेषज्ञों की फिजूल की बातों और विश्लेषण पर बर्बाद मत करिए.'
प्रशांत किशोर इस पोस्ट के जरिये ये भी बताने की कोशिश कर रहे हैं कि जनता के मूड को भांप पाना इतना आसान नहीं है, जैसा कि आजकल सभी लोग भविष्यवाणी कर रहे हैं.
गौरतलब है कि प्रशांत किशोर ने लोकसभा चुनाव को लेकर अपने आकलन में कहा था कि भाजपा इस बार भी लोकसभा में अपने मौजूदा संख्या बल को बरकरार रख सकती है. उनका कहना है कि भाजपा को 300 से कम सीटें नहीं मिलेंगी. बता दें पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा 303 सीटें जीती थी.
भाजपा को लेकर प्रशांत किशोर के इस आकलन पर कुछ विश्लेषकों ने सवाल उठाए थे, जिसमें राजनीतिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव भी शामिल थे. प्रशांत किशोर के आकलन के बाद योगेंद्र यादव ने भी अपना आकलन दिया था, जिसमें उन्होंने भाजपा को अधिकतम 260 सीटें मिलने की उम्मीद जताई थी. हालांकि अब तमाम एग्जिट पोल में भाजपा को 300 से अधिक सीटें मिलने की भविष्यवाणी की गई है.
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