पटना: चुनावी रणनीतिकार से राजनेता बनने वाले प्रशांत किशोर ने आखिरकार जन सुराज नाम से पार्टी के नाम की घोषणा कर दी है. इसी नाम से निर्वाचन आयोग में पार्टी का नाम रजिस्टर्ड होगा. इस दौरान पीके ने सभी के साथ मिलकर जय बिहार का नारा लगाया. प्रशांत किशोर के इस कार्यक्रम में भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जिसे देख पीके भी गदगद नजर आए.
जन सुराज नाम से पार्टी की घोषणा : प्रशांत किशोर ने कहा कि इसी नाम से निर्वाचन आयोग ने पार्टी को मान्यता दे दी है. इस पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर मनोज भारती को चुना गया है. पार्टी का नाम रजिस्ट्रेशन लोगों की सहमति के बाद ही दल के रूप में प्रशांत किशोर ने घोषणा की है. जन सुराज की विचारधारा में समाजवादी, वामपंथी, दक्षिणपंथी, गांधीवादी, अंबेडकर को मानने वाले सभी लोग जुटे हैं.
कौन हैं मनोज भारती : मनोज भारती को पीके ने जन सुराज का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है. बिहार के मधुबनी के रहने वाले दलित लीडर हैं. IIT कानपुर और IIT दिल्ली से पढ़ाई की. 1998 बैच के IFS ऑफिसर रहे हैं. जिसके तहत 4 देशों में राजदूत के तौर पर कार्य कर चुके हैं.
प्रशांत किशोर का जीत का मंत्र : प्रशांत किशोर ने कहा कि हर बार बिहार के लोग जाति, धर्म और क्षेत्र देखकर वोट करते आ रहे हैं लेकिन अब उन्हें वोट अपने बच्चों के भविष्य को देखकर करना है. इसी लिए उन्होंने बिहार में जन सुराज अभियान चलाया. उन्होंने लालू यादव और नरेंद्र मोदी पर तंज भी कसा और कहा कि मोदी जी ने 5 किलो अनाज के नाम पर बोट लेकर 4 किलो अनाज दे रहे हैं कि नहीं. वहीं लालू जी के बारे भी उन्होंने कहा कि उनके समर्थक ये कहते हैं कि लालू ने ही गरीबों को बोलने का हक दिया.
बिहार का पैसा बिहार में रोकने की जरूरत : प्रशांत किशोर ने कहां की बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं चाहिए. 4 लाख 61 हजार करोड़ रु बिहार के लोगों ने बैंक में जमा किया. लेकिन बैंक वाले बिहार के लोगों को 1 लाख 61 हजार करोड़ रु लोन के रूप में मिला. बाकी के 3 लाख करोड़ रु गुजरात और तमिलनाडु में निवेश करता है. उसे रोकने की जरूरत है.
बिहार को बजट से मिले पैसा : बिहारी का पैसा बिहार के लोगों को व्यापार करने के लिए मिले. 60 साल से ऊपर के महिला पुरूषों को हर माह 2 हजार रु मिलेगा. जिसमें 6 हजार करोड़ रु खर्च होगा. बिहार के ढाई लाख करोड़ बजट से इसे दिया जाएगा.
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