रांची: राज्यसभा चुनाव को लेकर चल रहे सियासी दाव पेंच के बीच भाजपा ने बड़ा दांव खेला है. भाजपा प्रदेश महामंत्री प्रदीप वर्मा को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद बीजेपी में अरुण उरांव और आशा लकड़ा के नाम पर लगाए जा रहे कयास पर विराम लग गया है. प्रदीप वर्मा के ऊपर झारखंड बीजेपी के अंदर सांगठनिक कार्यों की जिम्मेदारी काफी समय से थी, जिसका फायदा उन्हें मिला है. वर्तमान में प्रदेश महामंत्री के साथ साथ प्रदीप वर्मा झारखंड बीजेपी के कार्यालय प्रभारी भी हैं. इन सबके बीच रविवार को बीजेपी प्रदेश कार्यालय में राज्यसभा चुनाव को लेकर विधायक दल की बैठक बुलाई गई है जिसमें रणनीति बनाई जायेगी.
प्रदीप वर्मा नामांकन के अंतिम दिन यानी 11 मार्च को पर्चा दाखिल करेंगे. इस दौरान बीजेपी प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत बाजपेयी, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी आदि नेता मौजूद रहेंगे.
चुनाव मैदान में तीन प्रत्याशी के होने से दिलचस्प होगा राज्यसभा चुनाव
झारखंड में राज्यसभा की खाली हो रहे दो सीटों के लिए होने वाले मतदान में अगर तीन प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरते हैं तो चुनाव बेशक दिलचस्प होगा. हालांकि अब तक एक भी नामांकन दाखिल नहीं हुआ है. डॉ सरफराज अहमद और उद्योगपति हरिहर महापात्रा के द्वारा नामांकन पत्र खरीदा जा चुका है और तीसरा प्रत्याशी प्रदीप वर्मा के रूप में लाया जा रहा है उससे चुनावी गणित बदल सकता है. माना जा रहा है कि उद्योगपति हरिहर महापात्रा के चुनाव मैदान में लाने के पीछे भी बीजेपी का हाथ है.
इधर, डॉक्टर सरफराज अहमद इंडिया गठबंधन की ओर से साझा उम्मीदवार होना तय है. इन सबके बीच रविवार को सत्ता पक्ष भी रणनीति बनाने जा रही है. सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद के विधायकों की बैठक मुख्यमंत्री आवास पर बुलाई गई है. 21 मार्च को होनेवाले मतदान के लिए सोमवार यानी 11 मार्च को नामांकन पत्र दाखिल होने के पश्चात 12 मार्च को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी होगी. वहीं 14 मार्च तक नाम वापस लिए जाने हैं.
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