चंडीगढ़ : चंडीगढ़ मेयर चुनाव के बीच पाला बदलने वाले आम आदमी पार्टी के 3 पार्षदों में से 2 पार्षद पूनम देवी और नेहा मुसावट ने फिर से पाला बदल डाला है. दोनों ने बीजेपी को अलविदा कहते हुए फिर से आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर ली है. पंजाब सीएम भगवंत मान के ओएसडी राजबीर सिंह घुम्मन ने दोनों की घर वापसी करवाई है.
बीजेपी छोड़ AAP में लौटीं पूनम देवी, नेहा मुसावट : चंडीगढ़ में मेयर चुनाव के दौरान शुरू हुई सियासी ड्रामा ख़त्म होने का नाम नहीं ले रहा है. मेयर चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी को अलविदा कहकर बीजेपी में शामिल होने वाले 3 पार्षदों में से 2 पार्षद पूनम देवी और नेहा मुसावट की घर वापसी हो गई है. दोनों ने अब बीजेपी को बाय बोलते हुए दोबारा से आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है. आपको बता दें कि तीनों पार्षदों ने 18 फरवरी को ही बीजेपी ज्वाइन की थी.
गुरचरण काला नहीं लौटे : पार्षद पूनम देवी और नेहा मुसावट के साथ बीजेपी में जाने वाले पार्षद गुरचरण काला हालांकि अभी तक बीजेपी में ही है. वे अभी तक वापस बीजेपी में नहीं लौटे हैं. आपको बता दें कि AAP के तीनों पार्षदों को पाला बदले हुए एक महीना भी नहीं बीता है और तीनों में से दो पार्षदों ने घर वापसी करते हुए दोबारा से AAP ज्वाइन कर ली है.
AAP पर लगाए थे आरोप : वहीं बीजेपी ज्वाइन करते वक्त तीनों पार्षदों ने AAP पर कई आरोप लगाए थे. तीनों ने कहा था कि वे पीएम मोदी के काम को देखते हुए बीजेपी में आए हैं. अब ऐसे में सवाल है कि एक महीने के अंदर ऐसा क्या हो गया कि पूनम देवी और नेहा मुसावट ने दोबारा से पाला बदलते हुए AAP ज्वाइन कर लिया.
पाला बदलने से बीजेपी को हुआ था फायदा : आपको बता दें कि तीनों के बीजेपी में शामिल होने से बीजेपी को खासा फायदा पहुंचा. तीनों के बीजेपी में जाने से बीजेपी के पास चंडीगढ़ नगर निगम में 18 वोटों की ताकत हो गई तो वहीं AAP और कांग्रेस पार्षदों की संख्या घटकर 17 रह गई. इसी के चलते चंडीगढ़ नगर निगम में हुए सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर की कुर्सी पर बीजेपी का कब्जा हो गया.
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