रायपुर: शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने सोमवार को राजधानी रायपुर में कहा कि जब सभी भारतवासी एक हैं तो फिर जातिगत जनगणना की क्या जरुरत है. किसी की जाति से देश का भला नहीं होने वाला है. जो खुद को जिस जाति का मानना चाहता है उसे मानने दिया जाना चाहिए. किसी भी राजनीतिक दल को धर्म और जाति की राजनीति नहीं करनी चाहिए. कांग्रेस ने शंकराचार्य के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जातिगत जनगणना से पिछड़े लोगों का उद्धार होगा, समाज में उनकी सहभागिता सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी. कांग्रेस के बयान पर बीजेपी ने जवाब दिया है. मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि कांग्रेस का अस्तित्व खत्म हो रहा है ऐसे में वो जाति का खेल खेलकर खुद को जिंदा रखना चाहती है.
जब भारत के सभी निवासी एक हैं तो जातिगत जनगणना क्यों करना. जो जिस जाति को मान रहा है उसे मानने दिया जाए. किसी भी राजनीतिक दल को धर्म और जाति की राजनीति नहीं करनी चाहिए. जातिगत जनगणना को मैं उचित नहीं मानता. लोकसभा चुनाव में गौ हत्या बड़ा मुद्दा रहेगा. जो हत्यारे दलों के साथ होंगे उसे हिंदू नहीं मानेंगे. जो गौ हत्यारा पार्टी को वोट देगा वो भी गौ हत्या के पाप का भागी बनेगा. स्वार्थ के लिए कुछ लोग नक्सलवाद को बढ़ावा दे रहे हैं. - स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद, शंकराचार्य
मैं कांग्रेस पार्टी से पूछना चाहता हूं कि जब 2011 में जनगणना हुई थी वो प्रकाशित क्यों नहीं की. कांग्रेस को उस वक्त जाति की याद नहीं आई. अब जब कांग्रेस का अस्तित्व खतरे में हैं पार्टी खत्म हो रही है तब जाति की राजनीति हो रही है. जाति के नाम पर लोगों को बरगला रहे हैं. मोदी जी ने साफ कहा है कि जो सबसे बड़ी जाति है वो गरीब की है - केदार कश्यप, मंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कभी कहते हैं ओबीसी हूं कभी कहते हैं दो ही जाति देश में है अमीर और गरीब की. राहुग गांधी जब कहते हैं कि देश में कितनी जातियां है ये पता चलना चाहिए.जाति के हिसाब से उसकी भागीदारी तय होनी चाहिए. बाबा साहेब आंबेडकर के भाव को नहीं भूलना चाहिए - रामकुमार यादव, विधायक कांग्रेस
लोकसभा चुनाव में बन सकता है बड़ा मुद्दा: राहुल गांधी और कांग्रेस सहित इंडी गठबंधन जिस तरह से जातिगत जनगणना का मुद्दा उठा रही है उससे लगता है लोकसभा में ये बड़ा मुद्दा बन सकता है. कोरबा में भी राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जरूरत के हिसाब से खुद को ओबीसी बना लेते हैं. राहुल ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी के लोग नहीं चाहते हैं कि जाति की गणना हो. गरीबों और पिछड़ों को उनका हक मिले ये बीजेपी कभी नहीं चाहती है.