रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की उम्र को लेकर सियासी घमासान जारी है. बीजेपी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा बरहेट सीट पर दाखिल नॉमिनेशन पेपर की तुलना 2019 के नामांकन पत्र के साथ करते हुए बड़ा आरोप लगाया है.
केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने हेमंत सोरेन द्वारा दाखिल शपथ पत्र का हवाला देते हुए कहा है कि पांच साल के इस समयकाल में रांची के राजकुमार की उम्र सात साल कैसे हो गई. उन्होंने कहा कि 2019 में इसी सीट से चुनाव लड़ने वक्त हेमंत सोरेन ने जो शपथ पत्र दाखिल किया था उसमें उम्र कुछ और है और इस बार के शपथपत्र में कुछ और. ऐसे में पांच साल में किसी का सात साल उम्र बढ़ना ताज्जुब की बात है जिसे सुनकर भगवान भी चकित हो जाएंगे. उन्होंने इसे फ्रॉड बताते हुए चुनाव आयोग से तत्काल कारवाई करने की मांग की है.
बीजेपी के आरोप पर जेएमएम ने इसे बेबकूफी बताया
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की उम्र को लेकर चले रहे सियासी घमासान के बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा ने इसे बेबकूफी बताया है. जेएमएम महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा है कि जो लोग इस तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं वो राजनीतिक रुप से बेबकूफ हैं.
आयोग तक नहीं पहुंची है कोई शिकायत- सीईओ
हेमंत सोरेन के उम्र संबंधी सियासी बयानबाजी के बीच मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने कहा है कि आयोग तक इससे संबंधी कोई भी शिकायत नहीं पहुंची है. उन्होंने कहा कि इस मामले में संबंधित निर्वाची पदाधिकारी को निर्णय लेने का अधिकार है. नामांकन की प्रक्रिया लगभग पूर्ण हो चुकी है और स्क्रूटनी भी पूरा हो चुका है. ऐसे में अगर कोई शिकायत है तो लीगल प्रोसेस से हल किया जा सकता है.
बता दें कि हेमंत सोरेन के द्वारा दाखिल शपथ पत्र में उन्होंने अपनी उम्र 49 साल बताई है. इससे पहले वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में इसी सीट से चुनाव लड़ते हुए दाखिल किए गए शपथ पत्र में उन्होंने अपनी उम्र 42 साल बताई थी.
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