खूंटी: नक्सलवाद के खात्मे के बाद पुलिस के लिए खेतों में उगाई जाने वाली अवैध अफीम चुनौती बनती जा रही है. पुलिसिया कार्रवाई और कई दर्जन किसान सहित तस्करों की गिरफ्तारी के बावजूद साल दर साल खेती का दायरा बढ़ता जा रहा है. जबकि पुलिस ने दो साल के भीतर कई अफीम माफियाओं को सजा भी दिलाई है. अफीम खेती के बढ़ते दायरे को रोकने के लिए पुलिस ने कार्रवाई का अंदाज बदला है. क्या है तैयारी और कब से शुरू होगी कार्रवाई पढ़ें ये रिपोर्ट.
अफीम के लिए बदनाम खूंटी जिला में इस वर्ष भी अवैध अफीम की खेती की बात सामने आ रही है. खूंटी, मुरहू और अड़की प्रखंड के कई सुदूरवर्ती प्रखंडों में अफीम के बीज की रोपाई, बोआई का काम होने की खबर है. जबकि कई स्थानों में अफीम के पौधे बढ़ने लगे हैं. जैसे-जैसे अफीम के पौधे बढ़ने की खबर आ रही है. पुलिस ने भी अफीम विनष्टीकरण के लिए कार्रवाई की दिशा में कदम बढ़ा दिया है.
बता दें कि अफीम की खेती को रोकने के लिए पिछले चार महीनों के भीतर 100 से अधिक मीटिंग कर जिला पुलिस प्रशासन द्वारा जागरुकता अभियान चलाया गया. लेकिन इसका कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला. अवैध अफीम की खेती को लेकर प्रशासन एवं न्यायालय ने भी कड़ा रुख अपनाया है. बावजूद लोग शॉर्टकट तरीके से पैसा कमाने के लिए अवैध अफीम की खेती से लगातार जुड़ रहे हैं.
पुलिसिया रिकॉर्ड के अनुसार जिले में वर्ष 2023 में 60 लोगों को अवैध अफीम की खेती एवं अफीम की तस्करी करते पकड़ा गया था. जिनमें 25 लोगों को न्यायालय द्वारा सजा सुनाई गई है. वर्ष 2024 में भी पुलिस ने अब तक अवैध अफीम मामले में 52 लोगों को गिरफ्तार किया है, साथ ही न्यायालय द्वारा 21 लोगों को सजा भी सुनाई गई है. इस वर्ष खूंटी पुलिस अफीम की खेती करने वालों पर सेटेलाइट से नजर रख रही है. इसके लिए खूंटी पुलिस को एनसीबी द्वारा मैप ड्रग्स एंप की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. जिसके माध्यम से सेटेलाइट इमेज की मदद से अफीम की खेती करने वालों की पहचान की जायेगी एवं उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
खूंटी एसपी अमन कुमार ने बताया कि इस एप के माध्यम से जहां-जहां जंगल साफ किया गया है और अफीम के पौधे लगाये गए हैं, उसका पता चल जाएगा और पुलिस उसका सत्यापन कर खेती को नष्ट कर देगी. उन्होंने बताया कि मैप ड्रग्स एप काफी कारगर भूमिका निभाएगी. इसके माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर सूचना संकलित की जायेगी, साथ ही एप में तस्वीर और अन्य जानकारी भी डाली जाएगी.
एसपी अमन कुमार ने बताया कि इस बार भी जिले में अवैध अफीम की खेती शुरू होने की सूचना मिल रही है. पुलिस ने संभावित क्षेत्रों में नजर रखना एवं सत्यापन करना भी प्रारंभ कर दिया है. जल्द ही जिला प्रशासन के सहयोग से अफीम विष्टीकरण अभियान चलाया जाएगा. इसके लिए एसएसबी समेत जिला पुलिस को भी लगाया जा रहा है. साथ ही वन विभाग का भी सहयोग लिया जा रहा है.
एसपी ने कहा कि अवैध अफीम की खेती को रोकने के लिए खूंटी पुलिस द्वारा 100 से अधिक गांवों में जागरुकता अभियान चलाया गया है. साथ ही ग्राम प्रधान और मुखिया को नोटिस किया गया है. उन्होंने बताया कि अफीम की खेती शुरू हो चुकी है. दिसंबर माह के प्रारंभ से ही जिला पुलिस प्रशासन एवं एनसीबी की सयुंक्त टीम द्वारा अफीम विनष्टीकरण का कार्य शुरू कर दिया जायेगा. एसपी ने बताया कि इस बार आधुनिक तकनीक का भी उपयोग होगा.
एसपी अमन कुमार ने बताया कि इस बार विनष्टीकरण अभियान के साथ-साथ खेती करने में संलिप्त लोगों को चिन्हित कर उन्हें गिरफ्तार भी किया जाएगा. एसपी ने बताया कि कल तक किसान गिरफ्तार होते थे, लेकिन इस वर्ष अफीम लगाने वाले से लेकर खरीद फरोख्त करने वाले तस्कर भी गिरफ्तार हुए हैं. जिसमें अधिकतर यूपी, पंजाब, गया, चतरा, हजारीबाग जिले सहित कई अन्य राज्यों के अफीम तस्कर शामिल हैं.
गिरफ्तार तस्करों से पुलिस ने उनके रैकेट के बारे में जानकारियां जुटाई हैं और उनके ठिकानों की जानकारी इकट्ठा कर चुकी है. इस बार की रणनीति में अफीम उगाने वाले से लेकर बड़े माफियाओं को चिन्हित किया है. चिन्हित तस्करों पर एक टीम नजर बनाए हुए है. उन्होंने बताया कि जल्द ही अंतर्राज्यीय तस्कर पुलिस की गिरफ्त में होंगे और उसका नेटवर्क ध्वस्त किया जाएगा.
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