नालंदा: 821 साल बाद नालंदा विश्वविद्यालय के अच्छे दिन लौट गए हैं. राजगीर में प्राचीन विश्वविद्यालय के खंडहरों के पास स्थित नालंदा विश्वविद्यालय के लिए नए परिसर का निर्माण किया गया है. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस नई बिल्डिंग और कैंपस का शुभारंभ किया है. पीएम ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा, 'मुझे तीसरे कार्यकाल की शपथ ग्रहण करने के बाद पहले 10 दिनों में ही नालंदा आने का अवसर मिला है. ये मेरा सौभाग्य तो है ही, साथ ही मैं इसे भारत की विकास यात्रा के एक शुभ संकेत के रूप में देखता हूं.''
"नालंदा एक पहचान है, एक सम्मान है. नालंदा एक मूल्य है, मंत्र है, गौरव है, गाथा है. नालंदा उद्घोष है इस सत्य कि आग की लपटों में पुस्तकें भले जल जाएं, लेकिन आग की लपटें ज्ञान को नहीं मिटा सकतीं."- नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
क्या बोले पीएम मोदी?: प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम सभी जानते हैं कि नालंदा कभी भारत की परंपरा और पहचान का जीवंत केंद्र हुआ करता था. शिक्षा को लेकर यही भारत की सोच रही है. शिक्षा ही हमें गढ़ती है, विचार देती है और उसे आकार देती है. प्राचीन नालंदा में बच्चों का प्रवेश उनकी पहचान, उनकी राष्ट्रीयता को देख कर नहीं होता था. हर देश हर वर्ग के युवा हैं यहां पर. नालंदा विश्वविद्यालय के इस नए परिसर में हमें उसी प्राचीन व्यवस्था को फिर से आधुनिक रूप में मजबूती देनी है और मुझे ये देख कर खुशी है कि दुनिया के कई देशों से आज यहां कई विद्यार्थी आने लगे हैं.'
जिला पुलिस पूरी तरह से अलर्ट: पीएम की सुरक्षा को लेकर राजगीर से नालंदा तक रोड के दोनों ओर बैरिकेडिंग कर दिया गया है. चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है. शहर के तमाम होटलों और होटल में ठहरने वाले लोगों की जांच पड़ताल की जा रही है. इसके अलावा नालंदा खंडहर और नालंदा यूनिवर्सिटी को एसपीजी के हवाले कर दिया गया है.
"पीएम के आगमन की तैयारी पूरी कर ली गई है. पीएम मोदी उद्घाटन के पूर्व विश्वविद्यालय परिसर में महाबोधि का पौधा लगाएंगे. जिसका इंतजाम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा किया गया है. उन्होंने बताया वर्ष 2016 में नालंदा यूनिवर्सिटी का आधारशिला रखा गया था. इस यूनिवर्सिटी के निर्माण के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजगीर में 548 डिसमिल जमीन अधिग्रहण कर विश्व विद्यालय प्रशासन को सौपा था."- अभय कुमार सिंह, कुलपति, नालंदा विश्वविद्यालय
जानें पीएम का मिनट टू मिनट कार्यक्रम: पीएम मोदी बनारस एयरपोर्ट से सुबह 8:30 बजे गया के लिए उड़ान भरेंगे, 9:10 बजे वह गया एयरपोर्ट पहुंचेंगे. 9:20 बजे प्रधानमंत्री का हेलिकॉप्टर नालंदा के लिए उड़ाने भरेगा और 10 बजकर 50 मिनट पर नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर में बने हेलिपैड पर लैंड करेगा. जहां से वह विश्वविद्यालय कैंपस के सड़क मार्ग से मुख्य समारोह स्थल (सुषमा स्वराज ऑडिटोरियम) में पहुंचेंगे. पीएम 11:30 बजे तक समारोह में रुकेंगे. वहीं समारोह की समाप्ति के बाद 11 बजकर 45 मिनट पर हेलिकॉप्टर से गया के लिए रवाना हो जाएंगे.
पीएम के अलावे कौन-कौन रहेंगे मौजूद?: अंतर्राष्ट्रीय नालंदा विश्वविद्यालय में होने वाले मुख्य कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के अलावे बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विदेश मंत्री एस जयशंकर, नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अरविंद पनगढ़िया और 17 भागीदार देशों के राजदूत भी मौजूद रहेंगे.
विश्वविद्यालय के निर्माण की खासियत?: नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति अभय कुमार सिंह ने बताया कि निर्माण कार्य के लिए तालाब की खुदाई कराई गई. खुदाई से मिली मिट्टी से कच्चा ईंट तैयार किया गया. उस ईंट को पकाया नहीं गया बल्कि केमिकल डालकर उसे कम्प्रेस कर तैयार किया गया. इसके निर्माण कार्य में पानी के लिए बोरिंग नहीं कराई गई बल्कि जो तालाब खोदा गया था, उसी में बारिश के पानी को जमा कर निर्माण कार्य कराया गया. इस विश्वद्यालय में दुनिया के सबसे बड़ा पुस्तकालय भी बनकर तैयार हो गया है. जिसमें 3 लाख से भी अधिक पुस्तक और पांडुलिपि रखा जाएगा. यहां कई देश के छात्र छात्राएं पूर्व से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं.
नालंदा विश्वविद्यालय कैंपस में ये सुविधाएं: नालंदा विश्वविद्यालय के कैंपस में 24 बड़ी इमारतें बनाई गई हैं. 40 हेक्टेयर में जलाशय, अखाड़ा, ध्यान कक्ष, योग शिविर, स्पोर्ट्स स्टेडियम, एथलेटिक्स ट्रैक, ऑडिटोरियम, आउटडोर स्पोर्ट्स स्टेडियम, व्यायामशाला, अस्पताल , पारंपरिक जल नेटवर्क, सोलर फार्म, महिलाओं के लिए तथागत निवास हाल, शॉपिंग कांप्लेक्स और फूड कोर्ट का भी निर्माण किया गया है. नालंदा अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय का शिलान्यास 19 सितंबर 2014 को तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने किया था.
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